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योगी आदित्यनाथ महाकुंभ का अब तक सबसे अधिक 18 बार दौरा करने वाले बने पहले मुख्यमंत्री

महाकुंभनगर : महाकुंभ का इतिहास बहुत प्राचीन है लेकिन आजाद भारत का पहला कुंभ 1954 में 14 जनवरी से तीन मार्च तक लगा था। इस दौरान प्रयागराज में कई बार अर्ध कुंभ और कुंभ का आयोजन किया गया लेकिन अर्धकुंभ और कुंभ के आयोजन की तैयारियों का जमीनी स्तर पर समीक्षा करने के लिए अब तक 21 मुख्यमंत्रियों में योगी आदित्यनाथ पहले मुख्यमंत्री बन गए है जिन्होंंने मेला की समीक्षा के लिए अब तक 18 बार प्रयागराज का भ्रमण कर चुके है।

आजादी के बाद प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री गोविंद वल्लभ पंत थे। वह दो से तीन बार प्रयागराज आकर पैदल एवं नाव से जायजा लेकर गये थे। इसके अलावा 20 मुख्यमंत्रियों में कुंभ और अर्ध कुंभ मेले को लेकर इतना गंभीर कोई अन्य मुख्यमंत्री नहीं रहा है जिसने जमीनी स्तर पर बार-बार पहुंचकर मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं और कल्पवासियों को किसी प्रकार की समस्या न/न हो जानकारी लेते रहे।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनवरी से लेकर अब तक 12 बार मेले का दौरा किया। ऐसा करने वाले वह पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं। इससे पहले अक्टूबर में महाकुंभ का लोगो जारी होने के बाद 23 फरवरी रविवार तक उनका 18वां दौरा है।

श्री योगी कई बार मेले की समीक्षा की जानकारी अधिकारियों से लेने प्रयागराज का दौरा करते रहे हैं लेकिन विशेष गणमान्य राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षामंत्री, भूटान नरेश की अगवानी करने के लिए भी संगम नगरी पहुंचकर अनेकों बार आस्था की डुबकी लगाने वाले पहले मुख्यमंत्री भी बन चुके हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नौ जनवरी को डिजिटल मीडिया सेंटर का उद्घाटन, 10 जनवरी को प्रसार भारती के चैनल का सर्किट हाउस में शुभारंभ,19 जनवरी पुलिस गैलरी, संविधान गैलरी, पर्यटन गैलरी का शुभारंभ, 22 जनवरी को मेले में पूरे मंत्री परिषद के साथ पावन संगम स्नान और कैबिनेट की बैठक, 25 जनवरी को अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के कार्यक्रम में, गुरु गोरक्षनाथ अखाड़ा में, विश्व हिंदू परिषद के सम्मेलन,01 फरवरी को भारत सेवाश्रम शिविर का दौरा।

उप राष्ट्रपति का स्वागत और दुनिया के 73 देशों के राजनयिकों से संवाद व समीक्षा बैठक, 01 फरवरी को भारत सेवाश्रम शिविर का दौरा। उप राष्ट्रपति का स्वागत और दुनिया के 73 देशों के राजनयिकों से संवाद व समीक्षा बैठक,16 फरवरी को जलवायु सम्मेलन में सहभागिता, प्रदीप मिश्रा की कथा और प्रभु प्रेमी संघ शिविर के समापन समारोह में सम्मिलित हुए। इसके अलावा बीच बीच में कई अवसरों पर संगम नगरी पहुंच चुके हैं।(वार्ता)

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