
मेडिकल कालेज हॉस्टल के भवन से मिला दुर्घटनाग्रस्त विमान का ब्लैक बॉक्स
एयर इंडिया विमान दुर्घटना समूह के इतिहास का सबसे काला दिन: टाटा.मोदी ने पटेल, केन्द्र व राज्य के मंत्रियों एवं वरिष्ठ सचिवों के साथ की उच्च स्तरीय बैठक
अहमदाबाद : एयर इंडिया के उस विमान का ब्लैक बॉक्स ढूंढ लिया गया है जो गुरुवार को यहां दुर्घटना ग्रस्त हो गया था। यह जानकारी अहमदाबाद पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी।पुलिस अधीक्षक के देसाई ने यूनीवार्ता को बताया कि विमान का ब्लैक बॉस को मौके से ढूंढ लिया गया है। उन्होंने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बोइंग 787-8 डीमलाइनर विमान का यह महत्वपूर्ण उपकरण उस मेडिकल कालेज हॉस्टल की इमारत पर मिला जिससे वह टकराया था।नागर विमानन मंत्रालय की एजेंसी विमान दुर्घटन अन्वेषण ब्यूरो (एएआईबी) की एक ब्लैक बॉक्स को ढूंढने के काम में लगी थी।
गुजरात प्रशासन और पुलिस के अधिकारी भी इस काम में उनकी मदद कर रहे थे।ब्लैक बॉक्स विमानों की उड़ान संबंधी सूचनाओं को रिकार्ड करता है और जांच-कार्य में बड़ा सहायक होता है।एयर इंडिया का यह विमान कल अपराह्न 1.39 बजे अहमदाबाद के सरदार बल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने के बाद थोड़ी ऊंचाई पकड़ने के तुरंत बाद नीचे आने लगा था और मेडिकल कॉलेज हॉस्टल की छत से टकरा कर ध्वस्त हो गया था।
विमान में भारी मात्रा में ईंधन भरा होने के कारण वहां भीषण आग लग गयी थी।विमान में 230 यात्री और चालक दल के कुल 12 लोग थे जिनमें से ब्रिटेन के एक नागरिक को छोड़ कर सभी लोगों की मौत हो गयी। दुर्घटनाग्रस्त विमान की चपेट में आये हॉस्टल में रहने वाले और उस समय मौके पर मौजूद 70 से अधिक लोग हताहत हो गए। करीब 50 घायल लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
एयर इंडिया विमान दुर्घटना समूह के इतिहास का सबसे काला दिन: टाटा
टाटा समूह के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन ने अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाले विमान के तत्काल दुर्घटनाग्रस्त होने को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए शुक्रवार को कहा है कि यह कंपनी के इतिहास का सबसे काला दिन है और भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं हों इसके लिए सुरक्षा पर ही सबसे ज्यादा फोकस करने की जरूरत है।श्री चंद्रशेखरन ने अपने सहकर्मियों को लिखे पत्र में कहा “ कल जो हुआ, वह समझ से परे है और समझ नहीं आ रहा है कि यह सब कैसे हो गया।
इससे पूरा समूह सदमे और शोक में हैं। हम जानते हैं कि एक व्यक्ति को खो देना भी एक बड़ी त्रासदी है लेकिन यहां तो एक साथ इतने लोगों की जान चली गयी है। कल का दिन टाटा समूह के इतिहास के सबसे काले दिनों में से एक है। जिन लोगों ने इस दुर्घटना में अपने परिजनों को खोया है उन्हें इस हालात में शब्दों से सांत्वना नहीं मिल सकती लेकिन हमारी संवेदनाएँ दुर्घटना में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों और उनके प्रियजनों के साथ है।”
समूह अध्यक्ष ने लोगों को हर स्तर पर सहयोग का भरोसा देते हुए कहा “हम यहां उनकी मदद के लिए हैं। पिछले 24 घंटों में भारत, ब्रिटेन और अमेरिका से जांच दल अहमदाबाद पहुंच चुके हैं। उन्हें हमारी तरफ से पूरा सहयोग रहेगा और इस दुर्घटना के निष्कर्षों को लेकर हर कदम पर पारदर्शी रहेगा।”उन्होंने कहा कि दुर्घटना को लेकर कई तरह की बातें आ रही हैं और लोग बहुत सारे अनुमान भी लगा रहे हैं। कल हमने बहुत बड़ी त्रासदी का सामना किया है इसलिए धैर्य रखने की जरूरत है। दुर्घटना की व्यापक पड़ताल होगी कि इस विमान में किस वजह से यह त्रासदीपूर्ण घटना हुई है। दुर्घटना से जुड़े तथ्यों की जांच का काम पूरा होने पर घटना के कारणों की पारदर्शी तरीके से जानकारी दी जाएगी।
समूह के अध्यक्ष ने कहा कि जब कंपनी ने एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था तो यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी पहली और सबसे बड़ी प्राथमिकता थी। इस पर कोई समझौता नहीं किया गया। उनका कहना था कि कंपनी को परस्पर विश्वास और एक दूसरे के सहयोग से आगे बढाया है। हमारे यह संकट का समय जरूर है लेकिन हम अपनी जिम्मेदारियों का पूरी ताकत से निर्वहन करेंगे।
मोदी ने पटेल, केन्द्र व राज्य के मंत्रियों एवं वरिष्ठ सचिवों के साथ की उच्च स्तरीय बैठक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, केन्द्र व राज्य के मंत्रियों एवं वरिष्ठ सचिवों के साथ शुक्रवार को उच्च स्तरीय बैठक की।श्री मोदी समग्र हालात का जायजा लेने के लिए शुक्रवार सुबह अहमदाबाद आ पहुँचे और उन्होंने विमान दुर्घटना स्थल की प्रत्यक्ष दौरा किया।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से क्षतिग्रस्त मेडिकल हॉस्टल एवं मेस बिल्डिंग का निरीक्षण किया।
इस मुलाकात में प्रधानमंत्री के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू, केन्द्रीय जल-शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल, गुजरात के नागरिक उड्डयन मंत्री बलवंतसिंह राजपूत, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा, मुख्य सचिव पंकज जोशी, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार दास, राज्य पुलिस महानिदेशक विकास सहाय सहित प्रशासन के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।दुर्घटना स्थल का जायजा लेकर प्रधानमंत्री अहमदाबाद सिविल अस्पताल पहुँचे और वहाँ उपचाराधीन घायलों से मिले।
इस मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने घायलों के स्वास्थ्य का हाल पूछकर परिजनों को इस विकट स्थिति का सामना करने की हिंमत बंधाई। प्रधानमंत्री इस दुर्घटना में घायल हुए डॉक्टरों और स्वास्थ्य वर्कर्स से भी मिले। प्रधानमंत्री ने घायलों का उपचार कर रहे चिकित्सकों से घायलों की वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी ली।प्रधानमंत्री मोदी ने इन स्थलों का जायजा लेने के बाद अहमदाबाद में मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल तथा राज्य सरकार के मंत्रियों एवं वरिष्ठ सचिवों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की।
अहमदाबाद दुर्घटनास्थल से 265 लोगों के शव बरामद
अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गये 265 लोगों के शव अब तक बरामद किये गये हैं जबकि 47 घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।एक वरिष्ठ पुसिस अधिकारी ने ‘यूनीवार्ता’ को बताया कि दुर्घटना स्थल से अब तक 265 शव बरामद कर लिये गये हैं और उनकी पहचान का काम जारी है। उन्होंने बताया कि अब तक मृतकों 219 रिश्तेदार डीएनए जांच और रक्त के नमूने देने के लिए आ चुके हैं और उनके नमूने लिए जा चुके हैं। बाकी के परिवारों से इस संबंध में संपर्क किया जा चुका है। नमूने लेने के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की 10 टीमों के 36 विशेषज्ञ चौबीस घंटे ड्यूटी पर हैं।
दुर्घटना में घायल 47 लोगों को सिविल अस्पताल लाया गया था। इनमें से 16 का उपचार बाह्य रोगी के रूप में और 31 का उपचार अस्पताल में रख कर किया जा रहा है।इस त्रासदी में गुरुवार को अपराह्न अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने के तुरंत बाद एयर इंडिया का ड्रीमलाइनर विमान एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान में चालक दल के 12 सदस्यों सहित 242 लोग थे। उनमें से केवल एक यात्री जीवित बचा है।एयर इंडिया ने विमान में सवार 241 व्यक्तियों के दुर्घटना में मारे जाने की पुष्टि की है। दुर्घटना में उस समय हॉस्टल में मौजूद और आस- पास के कई लोग भी हताहत हुए थे।(वार्ता)
मोदी ने विमान दुर्घटनास्थल का लिया जायजा, अस्पताल में घायलों का हालचाल जाना