देवरिया। देवरिया विकास भवन गेट पर सोमवार की रात लगभग 8 बजे नाले में गिरने से एक तीन वर्षीय मासूम बच्ची की मौत हो गयी। अपने माता-पिता के साथ बस से उतरने के बाद विकास भवन के गेट के किनारे नाले के उपर रखे स्लैब पर वह खेल रही थी, खेलते खेलते अचानक वह नाले में गिर गई। जानकारी के मुताबिक भटनी थानाक्षेत्र के अमवां गांव निवासी संतोष तिवारी पत्नी रानी तिवारी, बेटे सारांश (5) व बेटी शानू (3) के साथ लखनऊ से देवरिया बस से लौटे। बस सोमवार की रात करीब आठ बजे देवरिया विकास भवन के गेट के पहुंची और वह वही उतर गये। रात में ही गांव जाने के लिये वाहन लेने के लिये वह अपनी पत्नी और बच्चो को गेट पर ही छोडकर रामगुलाम टोला चले गये।
इसी दौरान मासूम शानू नाले के स्लैब पर खेलने लगी। नाले पर रखे दो स्लैब के बीच गैप था और शानू खेलते वक्त नाले में गिर गयी। मां के शोर मचाने पर वहां मौजूद लोग पहुंचे और स्लैब हटाकर बच्ची को बचाने की कोशिश करने लगे। लेकिन भारी भरकम स्लैब होने के कारण स्लैब हटा नही सके। लोगो ने इसकी सूचना डीएम और नगरपालिका परिषद के अधिकारियों को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एडीएम प्रशासन कुंवर पंकज, एसडीएम सौरभ सिंह, शहर कोतवाल अनुज सिंह ने रेस्क्यू शुरू कराया। स्लैब को हटाया नही जा सका मगर दो युवक नाले में उतर कर मासूम बच्ची को बाहर निकाले। एम्बुलेंस द्वारा अधिकारी उसे लेकर सदर अस्पताल पहुंचे जहाँ इलाज के दौरान उस मासूम बच्ची ने दम तोड़ दिया।
स्लैब के बीच गैप होने से हुआ यह हादसा
नगर पालिका परिषद के कर्मचारियों की लापरवाही मासूम शानू की जिदगी पर भारी पड़ गई। नाले की सफाई के बाद स्लैब को सही ढंग से नहीं रखा गया था। जिसके चलते गैप होने से बच्ची नाले में चली गई। लोगों का कहना था कि यदि स्लैब के बीच में गैप न होता तो शायद मासूम नाले में नहीं गिरती।