
श्रृंगेरी शारदा पीठ के परमपूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य श्री श्री विधुशेखर भारती महास्वामी जी का 31 जनवरी को होगा काशी आगमन
7 फरवरी को अन्नपूर्णा मंदिर में देवी अन्नपूर्णा का करेंगे महाकुम्भाभिषेक.श्रृंगेरी मठ, महमूरगंज एवं अन्नपूर्णा मंदिर में 31 जनवरी से 9 फरवरी तक होंगे विविध आयोजन.
वाराणसी : यह हर्ष एवं गौरव का विषय है कि दक्षिणाम्नाय श्री श्रृंगेरी शारदा पीठाधीश्वर जगतगुरु श्री शंकराचार्य अनंत श्री विभूषित श्री श्री भारतीतीर्थ महास्वामीजी महाराज के उत्तराधिकारी शिष्य श्रृंगेरी शारदापीठ के परम पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य श्री श्री विधुशेखर भारती जी महाराज 31 जनवरी, शुक्रवार को प्रथम बार काशी आ रहे हैं। उनके भव्य स्वागत एवं अभिनंदन के लिए समस्त काशी वासी बहुत उत्सुक हैं और काशी की गरिमा के अनुरुप शंखनाद , डमरूदल, पुष्प वर्षा के साथ अपने जगद्गुरु का स्वागत करेंगे।उक्त बातें श्रृंगेरी मठ आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं श्रृंगेरी मठ के प्रबंधक श्री चल्ला अन्नपूर्णा प्रसाद एवं अन्नपूर्णा देवी प्रतिष्ठा-कुम्भाभिषेक समारोह के कार्यक्रम संयोजक प्रो. रामानारायण द्विवेदी ने महमूरगंज स्थित श्रृंगेरी मठ में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान पत्र प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए संयुक्त रूप से कही।
कहा कि परम पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य जी के दिनांक 31 जनवरी से 9 फरवरी 2025 तक काशी प्रवास में श्री अन्नपूर्णा मंदिर स्वर्ण शिखर महाकुंभाभिषेक, मूर्तिप्रतिष्ठा, चतुर्वेदपारायण, अष्टादश पुराण पारायण, श्री विश्वेश्वराधन, वेदसभा, शास्त्रार्थसभा, नागरिक अभिनंदन आदि महत्वपूर्ण कार्यक्रम अनुष्ठित होंगे। सभी भक्तजनों से अनुरोध है कि इन समस्त कार्यक्रमों में सम्मिलित होकर पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्यजी के अनुग्रह भाजन बनें। प्रो. रामनारायण द्विवेदी ने बताया कि जगन्नियन्त्री विश्वभंरा भगवती अन्नपूर्णा के काशी स्थित विश्वविश्रुत अन्नपूर्णा मंदिर के कुम्भाभिषेक अन्नपूर्णा देवी प्रतिष्ठा- संस्कार का पुनीत कार्य शनिवार 1 फरवरी से 9 फरवरी तक विविध वैदिक अनुष्ठान होना सुनिश्चित हुआ है।
बताया कि 1 फरवरी प्रातः 7 बजे से जलयात्रा अन्नपूर्णा मंदिर से दशाश्वमेध घाट प्रस्थान करेगी। बताया कि जगद्गुरु शंकराचार्य श्री विधुशेखर भारती महास्वामी महाराज 7 फरवरी को अन्नपूर्णा मंदिर में देवी अन्नपूर्णा का महाकुम्भाभिषेक करेंगे तत्पश्चात श्रृंगेरी शारदा पीठ की और निर्मित स्वर्ण शिखर का कुम्भाभिषेक सम्पन्न होगा। बताया कि समस्त लोकक्षेमकर कार्यक्रम सहस्त्र विप्रो द्वारा श्री जगद्गुरु शंकराचार्य विधुशेखर भारती महास्वामी महाराज एवं अन्नपूर्णा मठ मंदिर के महंत शंकर पुरी महाराज के संयुक्त तत्वावधान में होंगे। आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं श्रृंगेरी मठ के प्रबंधक श्री चल्ला अन्नपूर्णा प्रसाद ने 31 जनवरी से 9 फरवरी तक चलने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
31 जनवरी से 9 फरवरी तक के कार्यक्रम
—-31जनवरी, शुक्रवार जगद्गुरु शंकराचार्य विधुशेखर भारती जी का सायंकाल 5:00 बजे वाराणसी क्षेत्र में प्रवेश एवं शोभायात्रा, 6:30 बजे भगवती अन्नपूर्णेश्वरी मंदिर में दर्शन, 8:00 बजे श्री श्रृंगेरी शंकर मठ वर्दवान कोठी में आगमन, धुली पाद पूजा, स्वागत सभा, 9:30 बजे श्री चंद्रमौलीश्वर पूजा।
—-1 फरवरी शनिवार, प्रातः 5:00 बजे जगतगुरु द्वारा भगवान विश्वनाथ जी के मंदिर में विशेष पूजा, 9:00 बजे कोटी कुंकुमार्चन का संकल्प,( भगवती अन्नपूर्णेश्वरी मंदिर), 9:30 बजे अयुत मोदक महा गणपति हवन की पूर्णाहुति, 10:00 बजे विशालाक्षी मंदिर में दर्शन, बिंदु माधव पधारकर लक्ष तुलसी अर्चना एवं निरांजन, पंचगंगा घाट स्थित श्रृंगेरी शंकर मठ में दर्शन, 11:00 बजे हनुमान घाट में राजराजेश्वरी मंदिर का दर्शन। सायं 5:30 बजे भक्तों के लिए जगतगुरु का दर्शन,पाद पूजा, वस्त्र समर्पण आदि वर्दवान कोठी, महमूरगंज ,8.30 बजे चंद्रमोलीश्वर पूजा।
—-2 फरवरी रविवार, प्रातः 9:00 बजे सहस्त्र चंडी महायज्ञ का संकल्प, 11:00 बजे भक्तों के लिए जगतगुरु का दर्शन, पाद पूजा, वस्त्र समर्पण आदि। सांयकाल 6:00 बजे जगतगुरु का अनुग्रह भाषण, 8:30 से चंद्रमालीश्वर पूजा वर्दवान कोठी महमूरगंज।
—3 फरवरी, सोमवार प्रातः
9:00 बजे भगवती अन्नपूर्णेश्वरी मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा महाकुंभ अभिषेक, संकल्प एवं चतुर्वेद, पुराण आदि के पारायण का प्रारंभ, 10:00 बजे श्रृंगेरी शंकर मठ केदारघाट में जिर्णोद्धार कुंभाभिषेक, 12:00 बजे भक्तों के लिए जगतगुरु का दर्शन पाठ पूजा एवं वस्त्र समर्पण, सायंकाल 8:30 बजे चंद्रमौलीश्वर पूजा केदारघाट।
—4 फरवरी मंगलवार प्रातः 8:00 बजे महारुद्र यज्ञ का संकल्प श्रृंगेरी मठ केदारघाट, 9:00 बजे गंगा स्नान, केदारेश्वर दर्शन, चिंतामणि गणेश मंदिर में दर्शन, 12:30 बजे रथ सप्तमी प्रयुक्त भगवान सूर्य नारायण की पूजा, सायंकाल 5:30 बजे भक्तों के लिए जगतगुरु का दर्शन, 8:30 बजे चंद्रमौलीश्वर पूजा।
—–5 फरवरी, बुधवार प्रातः 9:00 बजे काल भैरव मंदिर में दर्शन, 12:00 बजे भक्तों के लिए जगतगुरु का दर्शन पाद पूजा,वस्त्र समर्पण वर्दवान कोठी, सायंकाल 5:30 बजे भक्तों के लिए जगतगुरु का दर्शन, 8:30 चंद्रमौलीश्वर पूजा।
–6 फरवरी, गुरुवार प्रात 9:00 बजे वेद सभा वर्दवान कोठी महमूरगंज, 12:00 बजे सहस्त्र चंडी महायज्ञ की पूर्णाहुति, 12:30 बजे भक्तों के लिए जगतगुरु का दर्शन पाद पूजा, वस्त्र समर्पण, 8:30 बजे चंद्रमौलीश्वर पूजा वर्दवान कोठी महमूरगंज।
—-7 फरवरी, शुक्रवार प्रात 8:30 बजे भक्तों के लिए जगतगुरु का दर्शन,पाद पूजा वस्त्र समर्पण, 11:30 बजे श्रृंगेरी जगतगुरु शंकराचार्य द्वारा भगवती अन्नपूर्णेश्वरी मंदिर का प्रतिष्ठा महाकुंभाभिषेक एवं श्रृंगेरी मठ द्वारा निर्मित करके समर्पित नूतन स्वर्ण शिखर का कुंभाभिषेक (भगवती अन्नपूर्णेश्वरी मंदिर), सायंकाल 5:00 बजे गुरु वंदना कार्यक्रम- वाराणसी के सभी संस्थाओं और नागरिकों द्वारा अभिनंदन सभा, रात्रि 9:30 बजे से चंद्रमौलीश्वर पूजा।
–8 फरवरी, शनिवार दोपहर 12:00 बजे महारूद्र यज्ञ की पूर्णाहुति, (श्रृंगेरी शंकर मठ केदारघाट), 12:30 बजे भक्तों के लिए जगतगुरु का दर्शन पाद, पूजा वस्त्र समर्पण, शाम 6:00 बजे शास्त्र सभा (वर्दवान कोठी महमूरगंज), 8:30 बजे चंद्रमौलीश्वर पूजा
—9 फरवरी रविवार प्रातः 11:00 बजे कोटी कुंकुमार्चन, ललिता हवन एवं पूर्णाहुति (भगवती अन्नपूर्णेश्वरी मंदिर) 12:00 बजे भक्तों के लिए जगतगुरु का दर्शन, पाद पूजा वस्त्र समर्पण, सायं 4:30 बजे जगतगुरु शंकराचार्य विधुशेखर भारती जी का अयोध्या के लिए प्रस्थान।
पत्रकार वार्ता में स्वागत समिति के सचिव चल्ला सुब्बाराव शास्त्री, प्रो. राजाराम शुक्ल, नागेंद्र द्विवेदी, संतोष सोलापुरकर, षडानन पाठक प्रमुख रुप से उपस्थित रहे।
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