
डिफेंस इंडिया स्टार्टअप चैलेंज के 5वें संस्करण में बोले रक्षामंत्री, तेजी से बदल रहा दुनिया का सुरक्षा परिदृश्य
रक्षामंत्री ने किया डिफेंस इंडिया स्टार्टअप चैलेंज 5.0 का शुभारंभ
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को भारत की रक्षा प्रौद्योगिकियों, विनिर्माण क्षमताओं को विकसित करने के लिए और उपकरण डिजाइन समेत स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र का लाभ उठाने के लिए शुरू किये गए डिफेंस इंडिया स्टार्टअप चैलेंज 5 का शुभारंभ किया। इस दौरान रक्षामंत्री ने कहा कि जिस समय हमारा देश अपनी स्वाधीनता की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है, उस समय हम स्वदेशी तकनीकों और innovation को समर्पित ‘DISC-5’ की लॉन्चिंग कर, हम रक्षा क्षेत्र में स्वाधीनता की ओर एक और कदम आगे बढ़ा रहे हैं।
तेजी से बदल रहा वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य
रक्षा मंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया का सुरक्षा परिदृश्य बड़ी तेजी से बदल रहा है। इसकी वजह से हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियाँ बढ़ भी रही हैं और जटिल भी होती जा रही है। विश्व की भू-राजनैतिक परिस्थितियों में लगातार परिवर्तन आ रहे हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि हम न केवल मजबूत, आधुनिक और सुसज्जित सेनाएं तैयार करें, बल्कि साथ ही अपनी रक्षा इंडस्ट्री को भी तैयार करें, जो उतनी ही मजबूत, सक्षम और सबसे महत्वपूर्ण, पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो।
देश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं
रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे देश में न ही प्रतिभा की कमी है, न ही प्रतिभा की मांग की कमी है। लेकिन, किसी मंच के अभाव में इन दोनों का ही मिलान नहीं हो पाता था। ‘iDEX’ platform इस कमी को पूरा करने में बहुत हद तक सफल हुआ है। iDEX हमें एक ऐसा मंच देता है, जहाँ सरकार, सर्विसेज, थिंकटैंक, इंडस्ट्रीज, स्टार्टअप्स और नवीन आविष्कारक एक साथ मिलकर काम कर सकें और हमारे रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकें।
रक्षा मंत्री ने कहा कि डिफेंस इंडिया स्टार्टअप चैलेंज का हर संस्करण पिछले अपने संस्करण से कहीं अधिक व्यापक और समस्या बयान में विविधता लिये हुए होता है। हम सबने अभी देखा है कि इस बार इन चुनौतियों की संख्या 35 है, जो अब तक के किसी भी संस्करण से सर्वाधिक है। इन चुनौतियों में स्थितिजन्य जागरूकता, संवर्धित वास्तविकता, कृत्रिम-खुफिया, विमान-प्रशिक्षक, गैर-घातक उपकरण, 5G नेटवर्क, पानी के नीचे डोमेन जागरूकता, ड्रोन SWARMS, डेटा कैप्चरिंग जैसे क्षेत्रों से आधुनिक और भविष्य की समस्या वाले चुनौतियां शामिल हैं।
स्टार्टअप्स से युवा क्षमताओं को मिलता है मंच
स्टार्टअप्स के विषय पर रक्षामंत्री ने कहा कि ये हमारी युवा क्षमताओं को एक मंच प्रदान करते हैं, वहीँ देश में रोजगार की भी सम्भावना बढ़ाते हैं। सरकार यह अनुमान करती है कि रक्षा संबंधी आयातों में अगर 20-25 फीसदी की भी कमी आती है, तो उसके बदले हमारे यहाँ एक से सवा लाख तक अत्यधिक कुशल रोजगार उत्पन्न होंगे।
क्या है iDEX?
जानकारी के लिए बता दें कि iDEX की पहल अप्रैल 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य रक्षा एवं एयरोस्पेस से संबंधित समस्याओं का हल निकालने, प्रौद्योगिकी विकसित करने और नवाचार के लिये स्टार्टअप को बढ़ावा देना है। यह DIO द्वारा वित्तपोषित तथा प्रबंधित किया जाता है और यह DIO की कार्यकारी शाखा के रूप में कार्य करता है। रक्षा मंत्री ने राजनाथ सिंह ने हाल ही में अगले पाँच वर्षों के लिये रक्षा नवाचार संगठन के तहत रक्षा उत्कृष्टता के लिये नवाचार को बढ़ावा देने और चुनौतियों से निबटने हेतु 498.8 करोड़ रुपए के बजट को मंजूरी दी थी।
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