
मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोला
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कांग्रेस पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि जो राजनीतिक दल पहले महात्मा गाँधी के विचार पर चलते थे, उन दलों में अब अर्बन नक्सल पैठ जमा चुके हैं।श्री मोदी ने यहां एक टेलीविजन चैनल के एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि जंगलों में फैला नक्सलवाद अंतिम सांसें गिन रहा है लेकिन यह अर्बन नक्सल के रूप में शहरी क्षेत्रों में राजनीतिक दलों के भीतर तेजी से पैर पसार रहा है।
श्री मोदी ने कहा, “आज देश में नक्सलवाद भी अंतिम सांसें गिन रहा है। सरकार के निर्णायक फैसलों से आज नक्सलवाद जंगल से तो साफ हो रहा है, लेकिन अब वो शहरी क्षेत्रों में पैर पसार रहा है। अर्बन नक्सलियों ने अपना जाल इतनी तेजी से फैलाया है कि जो राजनीतिक दल अर्बन नक्सल के विरोधी थे, जिनकी विचारधारा कभी गांधी जी से प्रेरित थी, जो भारत की जड़ों से जुड़ी थी ऐसे राजनीतिक दलों में आज अर्बन नक्सल पैठ जमा चुका है। आज वहां अर्बन नक्सलियों की आवाज, उनकी ही भाषा सुनाई देती है। इसी से समझ सकते हैं कि इसकी जड़ें कितनी गहरी है। इसलिए हमें अर्बन नक्सलियों से सावधान रहना है।”प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनिया यह घोषणा कर रही है कि यह भारत की सदी है। भारत की उल्लेखनीय उपलब्धियों ने विश्व स्तर पर नई आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को जन्म दिया है। एक बार इस कहावत के साथ रूढ़िवादी, “वो तो डूबेगा, हमें भी ले डूबेगा” (“यह डूब जाएगा, और हमें इसके साथ नीचे ले जाएगा”), भारत अब वैश्विक विकास को आगे बढ़ाने वाली एक प्रेरक शक्ति के रूप में उभरा है।
उन्होंने कहा कि आजादी के 65 साल बाद भारत दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। सिर्फ एक दशक में हम पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं। और इसी गति से हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 18 साल पहले, 2007 में, भारत की वार्षिक जीडीपी एक लाख करोड़ रुपये थी, जो पूरे वर्ष के लिए कुल आर्थिक गतिविधि का प्रतिनिधित्व करती थी। हालांकि, आज, गतिविधि का एक ही स्तर केवल एक तिमाही के भीतर प्राप्त किया जाता है। यह उल्लेखनीय परिवर्तन वर्तमान भारत में आर्थिक विकास की तेज गति को उजागर करता है।श्री मोदी ने कहा कि पिछले दशक में, प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) प्रणाली के माध्यम से 42 लाख करोड़ रुपये से अधिक सीधे गरीबों के बैंक खातों में स्थानांतरित किए गए हैं। दिल्ली से भेजे गए प्रत्येक रुपया को बिना किसी मध्यस्थ के सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा किया जाता है।
उन्होंने कहा 10 साल पहले सौर ऊर्जा के मामले में भारत की दुनिया में कहीं गिनती नहीं होती थी, लेकिन आज भारत सौर ऊर्जा क्षमता के मामले में दुनिया के शीर्ष पांच देशों में गर्व से खड़ा है। हमने सौर ऊर्जा क्षमता को 30 गुना बढ़ाया है। आज हमारा खिलौना निर्यात तीन गुना हो चुका है।श्री मोदी ने कहा कि 10 साल पहले तक हम अपनी सेना के लिए राइफल तक विदेशों से आयात करते थे जबकि बीते 10 वर्षों में हमारा रक्षा निर्यात 20 गुना बढ़ गए हैं।उन्होंने कहा कि आज का भारत बड़ा सोचता है… बड़े लक्ष्य तय करता है और आज का भारत बड़े नतीजे लाकर दिखा रहा है। ये इसलिए हो रहा है, क्योंकि आज देश की सोच और मानसिकता बदल गई है। देश बड़ी आकांक्षाओं के साथ आगे बढ़ रहा है।श्री मोदी ने कहा, कांग्रेस ने देश के लोगों की आकांक्षाओं को कुचल दिया था। इसलिए देश के लोगों ने उम्मीद लगानी भी छोड़ दी थी। आज देखिए, हालात और सोच कितनी तेजी से बदल गई है। अब लोग जानते हैं कि कौन काम कर सकता है, कौन नतीजे ला सकता है। आज सदन में विपक्ष भी यही भाषण करता है कि मोदी जी ये क्यों नहीं कर रहे हो… इसका मतलब है… उनको लगता है कि यही करेगा।
“प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने अंतरिक्ष क्षेत्र को युवा नवप्रवर्तकों के लिए खोला। जब हमने यह निर्णय लिया, तो इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया। लेकिन आज देश में 250 से अधिक स्पेस स्टार्टअप हैं। ये स्टार्टअप अब विक्रम-एस और अग्निबान जैसे रॉकेट बना रहे हैं। मैपिंग सेक्टर में भी ऐसा ही बदलाव हुआ है।उन्होंने कहा, “आज 250 से ज्यादा स्पेस स्टार्टअप्स देश में बन गए हैं, ये हमारे देश के युवाओं के कमाल हैं। भारत में गांव के घरों के संपत्ति का अधिकार देने के लिए हमने स्वामित्व योजना शुरू की। इसके लिए हम गांव-गांव में ड्रोन से सर्वेक्षण करा रहे हैं। गांव के एक-एक घर की मैपिंग करा रहे हैं।”श्री मोदी ने कहा, “युवा आज के भारत का एक्स फैक्टर है। एक्स का अर्थ है प्रयोग, उत्कृष्टता और विस्तार। प्रयोग का अर्थ है कि युवाओं ने नए रास्ते प्रशस्त किए हैं। उत्कृष्टता का मतलब है कि युवाओं ने नए मानदंड स्थापित किए हैं। विस्तार का अर्थ है देश के 140 करोड़ नागरिकों के लिए युवाओं द्वारा नवाचार को बढ़ाना।
“उन्होंने कहा कि बीते दशक में हमने असरहीन प्रशासन को प्रभावशाली शासन में बदला है। पहले मकान बनाने की पूरी प्रक्रिया शासन नीत होती थी। कैसा मकान बनेगा, कौन सा सामान लगेगा… ये सरकार ही तय करती थी। हमने इसको स्वामी नीत बनाया है। पहले ईंट-पत्थर जोड़कर, आधे-अधूरे मकान बनाकर दिए जाते थे। हमने गरीब को उसके सपनों का घर बनाकर दिया है। इन घरों में नल से जल आता है, उज्ज्वला योजना का गैस कनेक्शन होता है, सौभाग्य योजना का बिजली कनेक्शन होता है।श्री मोदी ने कहा, “बीते दशक में हमने देश की सुरक्षा पर भी बहुत काम किया है। पहले टीवी पर अक्सर सीरियल बम ब्लास्ट की न्यूज चला करती थी, स्लीपर सेल की नेटवर्क पर स्पेशल प्रोग्राम हुआ करते थे। आज ये सब टीवी स्क्रीन और भारत की जमीन, दोनों जगह से गायब हो चुका है।” (वार्ता)
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