Crime

68 लाख के इनामी 50 नक्सलियों का सामूहिक आत्मसमर्पण

इकतीस मार्च 2026 के बाद नक्सलवाद केवल इतिहास बनकर रह जाएगा: शाह

बीजापुर : छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में रविवार को 68 लाख के इनामधारी 50 नक्सलियों ने सामूहिक आत्मसमर्पण कर माओवादी संगठन को करारा झटका दिया है।नक्सलियों ने आत्मसमर्पण बीजापुर पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र यादव के समक्ष किया। एक साथ इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों के सरेंडर करने से माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है।समर्पण करने वालों में कई वांछित नक्सली शामिल थे। आत्मसमर्पित नक्सलियों पर कुल 68 लाख रुपये का इनाम था। उन्होंने एसपी, डीआईजी और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) अधिकारियों के सामने अपने हथियार डालकर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया। प्रशासन ने इसे नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में एक अहम कदम बताया है।इस पर राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा यह आत्मसमर्पण सरकार की प्रभावी नीति और सुरक्षा बलों की रणनीतिक कार्रवाई का परिणाम है। हम नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति और विकास लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सहायता दी जाएगी।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में शनिवार का दिन भी पुलिस व सुरक्षा बलों के नाम रहा। सुरक्षा बलों के जवानों ने अलग-अलग स्थानों पर हुई मुठभेड़ में 11 महिलाओं समेत 18 नक्सलियों को ढेर कर दिया जबकि 15 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया।एक ओर सुकमा जिले केरलापाल के गोरगुंडा पहाड़ियों में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 17 नक्सली मारे गये जबकि केन्द्रीय सुरक्षा बल का एक जवान समेत चार जवान घायल हो गये।दंतेवाड़ा जिले में आज 15 माओवादियों ने पुलिस समक्ष आत्मसमर्पण किया। वहीं बीजापुर में नक्सली-पुलिस मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया।गौरतलब है कि दंतेवड़ा जिले में अबतक 987 माओवादियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसर्पण किया है।इधर बीजापुर जिले में बासागुड़ा थाना क्षेत्र के टेकमेटा नरसापुर के जंगल में पुलिस और नक्सलियों के मुठभेड़ एक नक्सली मारा गया। घटनास्थल से एक हथियार व विस्फोटक पदार्थ बरामद किया गया।इस बीच बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) सुंदरराज पी ने बताया कि वर्ष 2025 में बस्तर संभाग के अंतर्गत सुरक्षाबलों द्वारा माओवादियों विरोधी अभियान संचालित के परिणाम स्वरूप 87 दिनों में 117 हार्डकोर नक्सली मारे गए।

इकतीस मार्च 2026 के बाद नक्सलवाद केवल इतिहास बनकर रह जाएगा: शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर में रविवार को 50 नक्सलियों के आत्मसमर्पण को हर्ष का विषय बताते हुए कहा कि 31 मार्च 2026 के बाद देश में नक्सलवाद केवल इतिहास बनकर रह जाएगा।श्री शाह ने कहा,“बहुत हर्ष का विषय है कि बीजापुर (छत्तीसगढ़) में 50 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण किया। हिंसा और हथियार छोड़कर विकास की मुख्यधारा में शामिल होने वालों का मैं स्वागत करता हूँ। मोदी जी (प्रधानमंत्री) की नीति स्पष्ट है कि जो भी नक्सली हथियार छोड़कर विकास का मार्ग अपनाएँगे, उनका पुनर्वास कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा।

”श्री शाह ने बाकी लोगों से भी मैं पुनः अपील करता हूँ कि वे हथियार त्याग कर मुख्यधारा में आएँ। आगामी 31 मार्च 2026 के बाद देश में नक्सलवाद केवल इतिहास बनकर रह जाएगा, यह हमारा संकल्प है।गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में रविवार को 68 लाख के इनामधारी 50 नक्सलियों ने सामूहिक आत्मसमर्प कर माओवादी संगठन को करारा झटका दिया है।एक साथ इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों के सरेंडर करने से माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है। समर्पण करने वालों में कई वांछित नक्सली शामिल थे। प्रशासन ने इसे नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में एक अहम कदम बताया है।(वार्ता)

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