
तुर्की में मृतकों का आंकड़ा 25 हजार के पार,NDRF ने बचाया आठ साल की बालिका को
अंकारा : दक्षिणी तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हजार हो गई और 80,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।समाचार एजेंसी अनादोलु के अनुसार देश में सोमवार को रिक्टर पैमाने पर 7.7 और 7.6 तीव्रता के दो शक्तिशाली भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिसका केन्द्र कहरामनमारस प्रांत था। अदाना, अदियामन, दियारबाकिर, गाज़ियांटेप, हटे, किलिस, मालट्या, उस्मानिया और सनलीउफ़ा सहित 10 प्रांतों में 1.30 करोड़ से अधिक लोग विनाशकरी भूकंप से प्रभावित हुए हैं।
इसके अलावा सीरिया और लेबनान सहित कई देशों ने भी 10 घंटे से भी कम समय में तुर्की में आए तेज भूकंप के झटके महसूस किए। तुर्की में भूकंप के दो शक्तिशाली झटकों के अलावा भी कई हल्के झटके महसूस किए गए।खोज और बचाव के प्रयास जारी हैं और बचाव दल विनाशकरी भूकंप के कई दिनों बाद भी इमारतों के मलबे से जीवित बचे हुए लोगों की तलाश में लगी है। राहत एवं बचाव कर्मियों ने कहारनमारस में भूकंप के 117 घंटे बीतने के बाद कल 34 वर्षीय एक व्यक्ति जीवित पाया गया।
भूकंप के मलबे से एनडीआरएफ ने बचाया आठ साल की बालिका को
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम ने तुर्की सेना के सहयोग से भूकंप प्रभावित क्षेत्र गाजियांटेप से आठ साल की एक बालिका को बचा लिया है। एनडीआरएफ ने शनिवार को यह जानकारी दी।एनडीआरएफ ने ट्वीट किया, “ उऩकी टीम ने कड़ी मेहनत से तुर्की सेना के साथ मिलकर एक और भूकंप पीडित को सुरक्षित बचाया है। आठ साल की बच्ची को गाजियांटेप में क्षतिग्रस्त इमारत के मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला है।”केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक ट्वीट किया, “इससे पहले, तुर्की में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम ने गाजियांटेप शहर में क्षतिग्रस्त इमारतों के मलबे के नीचे दबी एक बालिका को बचाया था। मुझे एनडीआरएफ पर गर्व है।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा था, “एनडीआरएफ कर्मियों की भारतीय टीम और भूकंप प्रभावित तुर्की में बचाव और राहत कार्यों में शामिल डॉक्टर ‘ऑपरेशन दोस्त’ के हिस्से के रूप में दिन-रात काम कर रहे हैं। भारत तुर्की के लोगों के साथ दृढ़ता से खड़ा है।”उल्लेखनीय है कि उनकी यह टिप्पणी इस्केंडरन में भारतीय सेना के 30-बेड वाले फील्ड अस्पताल स्थापित करके, भूकंप से बुरी तरह प्रभावित तुर्की शहर के एक सौ से अधिक लोगों का इलाज करने के बाद आई है।गौरतलब है कि तुर्की में गत दिनों में 7.8-रिक्टर के भूकंप आय़ा था, जिसमें लगभग 20 हजार लोगों की मौत हो गयी है और कई शहर तबाह हो गए हैं।
बंगलादेश ने सीरिया में आपातकालीन राहत सामग्री के साथ विशेष सहायता दल भेजा
बंगलादेश सरकार ने सीरिया के भूकंप प्रभावित लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए, बंगबंधु हवाई अड्डा, ढाका से विशेष उड़ान संख्या सी-130जे को शुक्रवार रात स्थानीय समयानुसार 10:30 बजे सीरिया की राजधानी दमिश्क के लिए रवाना किया।प्रधानमंत्री शेख हसीना ने छह फरवरी को तुर्की और सीरिया में आये घातक भूकंप को ध्यान में रखते हुए, सीरिया में राहत सामग्रियों के साथ एक विशेष विमान भेजने का निर्देश दिया था। विनाशकारी भूकंप से मकानों और भवनों के ढहने से मृतकों की संख्या 20 हजार से ज्यादा हो गई है और हजारों लोग घायल हुए हैं।
सीरिया, तुर्की में चार लाख भूकंप पीड़ितों के लिए स्वास्थ्य आपूर्ति भेजी गई: डब्लूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि उसने तुर्की और सीरिया में शक्तिशाली भूकंप से प्रभावित लगभग चार लाख लोगों के लिए स्वास्थ्य सामग्रियां भेजी है।डब्लूएचओ ने एक वक्तव्य में बताया कि तुर्की और सीरिया को विनाशकारी भूकंप ने बहुत प्रभावित किया है, जिसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से दोनों देशों को उपचार सहित 72 टन आघात और आपातकालीन सर्जरी से संबंधत सामग्री की आपूर्ति की है। डब्लूएचओ की पहली दो उड़ानों के माध्यम से तुर्की और सीरिया में एक लाख लोगों के लिए 72 टन जीवन रक्षक सामग्री की आपूर्ति की गई है।उसने बताया कि तीसरी उड़ान तीन लाख और लोगों के लिए 37 टन आपातकालीन स्वास्थ्य आपूर्ति के साथ रविवार को सीरिया पहुंचने वाली है।
तुर्की की सरकारी समाचार एजेंसी अनादोलू की रिपोर्ट के अनुसार, “जीवित बचे लोग ठंड और भूकंप के बाद लगातार आ रहे झटकों का सामना कर रहे हैं और आश्रय, भोजन, पानी एवं चिकित्सा देखभाल तक उनकी पहुंच बहुत सीमित हैं।”डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस अदनोम गेब्रएसस ने कहा कि हम पीड़ितों के जीवन की रक्षा करने के लिए समय के खिलाफ दौड़ लगा रहे हैं।इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस एंड रेड क्रिसेंट सोसाइटीज (आईएफआरसी) ने भी राहत अभियानों का समर्थन जारी रखने का संकल्प लिया है क्योंकि जीवित बचे लोग हताशा और बाधाओं का सामना कर रहे हैं। आईएफआरसी के महासचिव जगन चपगेन ने ट्विटर पर कहा कि आपदा से जीवित बचे लोग अकेले नहीं हैं।
गौरतलब है कि दक्षिणी तुर्की में सोमवार को आए दो शक्तिशाली भूकंपों में 20 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई जबकि 80 हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए।भूकंपों का केंद्र कहरामनमारस प्रांत रहा है और इसकी तीव्रता 7.7 और 7.6 रही है और इसने अदाना, अदियामन, दियारबाकिर, हाटे, किलिस, माल्टा सहित 10 तुर्की के प्रांतों में लगभग 1.3 करोड़ लोगों को प्रभावित किया है।पड़ोसी देश सीरिया में भी भूकंप से मरने वालों की संख्या 3,300 से ज्यादा हो गई है और 5,200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।(वार्ता)
द एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार तुर्की और सीरिया में शक्तिशाली भूकंपों के कारण अभी तक 25,000 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई है।#TurkeySyriaEarthquake
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 11, 2023
#WATCH 7वां ऑपरेशन दोस्त विमान गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से सीरिया और तुर्की के लिए रवाना हुआ।
उड़ान में राहत सामग्री, चिकित्सा सहायता, आपातकालीन और महत्वपूर्ण दवाएं और चिकित्सा उपकरण जैसी वस्तुएं हैं। pic.twitter.com/028O8yeOw9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 11, 2023