
आतंकवाद के समूल नाश को लेकर सऊदी अरब ने जताई प्रतिबद्धता
यूएई ने की पहलगाम हमले की कड़ी निंदा, पीड़ितों के परिजनों के प्रति जतायी संवदेना.पर्यटकों पर हमले के विरोध में कश्मीर रहा बंद.
जेद्दा : भारत और सऊदी अरब ने रक्षा साझीदारी को गहरा करने के साथ ही ऊर्जा, व्यापार, निवेश, अंतरिक्ष, प्रौद्योगिकी, संस्कृति और लोगों से लोगों के बीच संबंधों के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को लेकर विस्तार से विचार मंथन किया और आतंकवाद का समूल नाश करने का संकल्प लिया।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को सऊदी अरब की राजकीय यात्रा के दौरान जेद्दा के रॉयल पैलेस में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस एवं प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान के साथ द्विपक्षीय बैठक की ।प्रधानमंत्री और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस एवं प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान ने भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझीदारी परिषद (एसपीसी) की दूसरी बैठक की सह-अध्यक्षता भी की।क्राउन प्रिंस ने पहलगाम में हुए भयानक आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और निर्दोष लोगों के मारे जाने पर गहरी संवेदना व्यक्त की। दोनों नेताओं ने आतंकवाद को समूल नष्ट करने का संकल्प लिया।
दोनों नेताओं ने सितंबर 2023 में दिल्ली में पिछली बैठक के बाद से परिषद के तहत प्रगति की समीक्षा की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों में तेजी और विभिन्न मंत्रालयों में बड़ी संख्या में उच्च स्तरीय यात्राओं की सराहना की, जिन्होंने दोनों पक्षों पर विश्वास और आपसी समझ का निर्माण किया है। दोनों नेताओं ने ऊर्जा, रक्षा, व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, संस्कृति और लोगों से लोगों के बीच संबंधों के क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने सऊदी अरब में भारतीय समुदाय को दिए गए सहयोग और कल्याण के लिए क्राउन प्रिंस को धन्यवाद दिया। उन्होंने भारतीय हज यात्रियों को सऊदी सरकार द्वारा दिए गए समर्थन की भी सराहना की।दोनों नेताओं ने निवेश पर उच्च स्तरीय कार्य बल में हुई चर्चा में हुई प्रगति की सराहना की। उन्होंने कई क्षेत्रों में टास्क फोर्स में बनी समझ का स्वागत किया, जो ऊर्जा, पेट्रोकेमिकल्स, बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी, फिनटेक, डिजिटल बुनियादी ढांचे, दूरसंचार, फार्मास्यूटिकल्स, विनिर्माण और स्वास्थ्य सहित कई क्षेत्रों में भारत में 100 अरब अमरीकी डालर का निवेश करने की सऊदी अरब की पूर्व प्रतिबद्धता पर आधारित है।
इस संदर्भ में, उन्होंने विशेष रूप से भारत में दो तेल रिफाइनरियों की स्थापना के साथ-साथ कराधान के मुद्दों पर प्राप्त प्रगति पर सहयोग करने के समझौते का स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने प्रस्ताव दिया कि आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए दोनों देश भुगतान गेटवे को जोड़ने और स्थानीय मुद्राओं में व्यापार निपटान के लिए काम कर सकते हैं।दोनों नेताओं ने भारत-मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईईसी) में प्रगति, विशेष रूप से दोनों पक्षों द्वारा की जा रही द्विपक्षीय कनेक्टिविटी पहलों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।दोनों नेताओं ने परिषद के तहत दो मंत्रिस्तरीय समितियों के काम के परिणामों पर संतोष व्यक्त किया। ये समितियां – (क) राजनीतिक, सुरक्षा, सामाजिक और सांस्कृतिक सहयोग पर समिति और इसकी उपसमितियां, और (ख) अर्थव्यवस्था और निवेश पर समिति और इसके संयुक्त कार्य समूह हैं।
दोनों नेताओं ने दो नई मंत्रिस्तरीय समितियों की स्थापना के साथ रणनीतिक साझीदारी परिषद के विस्तार का स्वागत किया। इस संदर्भ में, रक्षा साझीदारी को गहरा करने को प्रतिबिंबित करने के लिए, नेताओं ने रक्षा सहयोग पर मंत्रिस्तरीय समिति की स्थापना पर सहमति व्यक्त की। हाल के वर्षों में दोनों पक्षों के बीच सांस्कृतिक सहयोग में बढ़ती गति को स्वीकार करते हुए, वे पर्यटन और संस्कृति सहयोग पर एक मंत्रिस्तरीय समिति स्थापित करने पर भी सहमत हुए। बैठक के बाद, दोनों नेताओं ने दूसरे एसपीसी के मिनटों पर हस्ताक्षर किए।नेताओं ने यात्रा के अवसर पर अंतरिक्ष, स्वास्थ्य, खेल (डोपिंग विरोधी) और डाक सहयोग के क्षेत्र में 4 द्विपक्षीय समझौता ज्ञापनों और समझौतों पर हस्ताक्षर करने का स्वागत किया।प्रधानमंत्री ने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को रणनीतिक साझीदारी परिषद की तीसरी बैठक के लिए भारत आने के लिए आमंत्रित किया।
यूएई ने की पहलगाम हमले की कड़ी निंदा, पीड़ितों के परिजनों के प्रति जतायी संवदेना
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को पर्यटकों को निशाना बनाकर किये गये आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए इस जघन्य हमले के पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना और सहानुभूति व्यक्त की है। इस हमले में 28 लोगों के मारे जाने और कई निर्दोष लोगों के घायल होने की आशंका है।विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यूएई इन आपराधिक कृत्यों की कड़ी निंदा करता है और अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन में सुरक्षा और स्थिरता को कमजोर करने के उद्देश्य से की गयी हिंसा तथा आतंकवाद के सभी रूपों को स्थायी रूप से अस्वीकार करता है।मंत्रालय ने भारत सरकार और लोगों तथा इस जघन्य हमले के पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना और सहानुभूति व्यक्त की, साथ ही सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।इस बीच, भारत में यूएई के राजदूत अब्दुलनासिर अलशाली ने घटना पर दुख जताते हुए कहा, “जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। मेरी संवेदनाएं भारत के लोगों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।”
सीतारमण यात्रा रोक लौट रही हैं स्वदेश
कश्मीर के पलहगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के कारण अमेरिका और पेरू की 10 दिवसीय यात्रा पर गई केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपनी यात्रा को बीच में स्थगित कर स्वदेश लौट रहीं हैं।वित्त मंत्रालय ने एक्स पर यह जानकारी देते हुए कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री अमेरिका-पेरू की अपनी आधिकारिक यात्रा को बीच में ही रोककर भारत आ रही हैं।इस कठिन और दुखद समय में वे हमारे लोगों के साथ रहने के लिए जल्द से जल्द उपलब्ध उड़ान से भारत आ रही हैं।
स्वदेश पहुंचते ही मोदी ने बैठक कर ली पहलगाम हमले की जानकारी
सऊदी अरब की यात्रा अधूरी छोड़ कर दिल्ली लौटे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार सुबह बैठक कर पहलगाम हमले की विस्तार से जानकारी ली ।बैठक में विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव विक्रम मिश्री तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। बैठक में श्री मोदी को विदेश मंत्री और सुरक्षा सलाहकार ने मौजूदा स्थिति तथा हमले के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।श्री मोदी सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस एवं प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान के साथ द्विपक्षीय बैठक में शामिल होने के बाद बाकी कार्यक्रम छोड़ कर सुबह स्वदेश लौट आये।श्री मोदी ने आपात स्थिति को देखते हुए सुरक्षा मामलों की मंत्रिमण्डलीय समिति की बैठक बुलाई है।
पर्यटकों पर हमले के विरोध में कश्मीर रहा बंद
जम्मू-कश्मीर में हाल के वर्षों में नागरिकों पर हुए सबसे घातक आतंकवादी हमले के विरोध में बुधवार को पूरे कश्मीर में पूर्ण बंद रखा गया है। यह हमला अनंतनाग जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम के पास एक घास के मैदान में हुआ, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई।हुर्रियत नेता और मुताहिदा मजलिस-ए-उलेमा (एमएमयू) के प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक ने भीषण हत्याओं के विरोध में बंद का आह्वान किया था। प्रमुख व्यापार निकायों, परिवहन संघों और नागरिक समाज समूहों ने भी हड़ताल का आह्वान किया था। नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) सहित मुख्यधारा के राजनीतिक दलों ने बंद को अपना समर्थन दिया।अधिकारियों ने कहा कि श्रीनगर में सभी दुकानें, स्कूल और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे, जबकि सार्वजनिक परिवहन सड़कों से काफी हद तक नदारद रहा। घाटी के प्रमुख शहरों में भी लगभग पूरी तरह से बंद की खबर है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राजधानी के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बलों की भारी तैनाती देखी गई।
अधिकारियों ने कहा कि व्यापक बंद के बावजूद घाटी के किसी भी हिस्से से हिंसा की कोई घटना नहीं हुई। पिछले कई वर्षों में कश्मीर में यह पहला ऐसा पूर्ण बंद है। अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से पहले बंद एक सामान्य घटना थी, जिसे अक्सर अलगाववादी समूह कहते थे।पर्यटकों की हत्या के बाद कश्मीर में मातम छा गया है। इस बीच हमले वाले स्थान पहलगाम के पास बैसरन घास के मैदान के घने जंगलों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चल रहा है। सेना, पुलिस, सीआरपीएफ और पैरा कमांडो की संयुक्त टीमें आतंकवादियों की तलाश में इलाके की तलाशी ले रही हैं।पुलिस सूत्रों ने कहा कि घातक हमले की शुरुआती जांच से पता चला है कि छद्म वर्दी पहने कम से कम चार आतंकवादी बैसरन में घुसे और ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने लक्ष्य पर गोली चलाने से पहले उनकी धार्मिक पहचान भी पूछी।मंगलवार शाम को श्रीनगर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।
पहलगाम हमले के बाद यूपी में हाई अलर्ट
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया गया है।पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए हाई अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि प्रदेश के सभी संवेदनशील जिलों, अन्य राज्यों के सीमावर्ती जिलों में आतंकी व अन्य संगठनों की गतिविधियों पर पैनी निगाह रखी जाये।(वार्ता)
श्रीनगर से हवाई किरायों में वृद्धि पर नागर विमानन मंत्रालय सख्ती का असर दिखा