NationalUP Live

प्रेरणा मूर्ति हैं वीरांगना अहिल्याबाई होल्करः उपराष्ट्रपति

उपराष्ट्रपति ने जनसमुदाय का किया आह्वान, लोकमाता अहिल्याबाई की तरह कर्तव्य को धर्म मानेंगे और अधिकारों को सेवा के माध्यम से आगे बढ़ाएंगे.सेना ने दुनिया को दिया संदेश- भारत आतंकवाद को समाप्त करेगा, जो हम पर हाथ डालेगा, उसे पूरी तरह नष्ट करेंगे.आने वाली पीढ़ियां योगी आदित्यनाथ के कार्य को उसी तरह स्मरण करेंगी, जैसे आज हम लोकमाता को याद रखते हैंः उप राष्ट्रपति.

आगरा : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की जयंती एक तारीख और ऐतिहासिक घटना नहीं, बल्कि हम सबके लिए जीवन दर्शन है। हमें संकल्प लेना पड़ेगा कि हम उनके आदर्शों पर चलेंगे। लोकमाता कठिन समय में भारत की महान परंपरा की प्रतिनिधि थीं, जहां धर्म-संस्कृति व शासन एक ही धारा में प्रवाहित होते हैं। सोमनाथ गुजरात, काशी विश्वनाथ, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, बद्रीनाथ, केदारनाथ, भीमाशंकर, रामेश्वरम, गोकर्ण समेत न जाने कितने मंदिर उनके हाथ से संजीवित हुए। वीरांगना अहिल्याबाई होल्कर हमारे लिए प्रेरणा मूर्ति हैं।

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ रविवार को जीआईसी ग्राउंड, पचकुइयां में आयोजित महारानी अहिल्याबाई होल्कर की जन्म त्रिशताब्दी वर्ष स्मृति अभियान- 2025 के अंतर्गत आयोजित संगोष्ठी में शामिल हुए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में उन्होंने समारोह को संबोधित किया।

संस्कृति का सृजन व संरक्षण बहुत अहम

श्री धनखड़ ने कहाकि संस्कृति का सृजन व संरक्षण बहुत अहम है। आक्रांता औरंगजेब ने क्रूरता से काशी विश्वनाथ पर प्रतिघात-कुठाराघात किया तो उसके 100 वर्ष बाद अहिल्याबाई होल्कर ने दूरदर्शिता दिखाते हुए काशी विश्वनाथ में मंदिर बनाया। वर्तमान परिदृश्य की चर्चा करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि वहां जो चमत्कारी परिवर्तन आया है, उससे पूरा देश अभिभूत है। वहां के मनोरम घाटों का अवलोकन कर आनंद की अनुभूति होती है। पीएम मोदी के नेतृत्व में यह कार्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है।

योगी जी ने जो कार्य किया, आने वाली पीढ़ियां सदियों तक याद रखेगी

उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि योगी आदित्यनाथ दूरदर्शी और काम में विश्वास रखते हैं। दिसंबर 2021 में उन्होंने काशी विश्वनाथ में आदि शंकराचार्य व लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा का अनावरण किया था। जो कार्य लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने किया, वही योगी आदित्यनाथ ने किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश की काया पलट दी। काशी विश्वनाथ, अयोध्या के बाद मथुरा में भी कार्य होगा। आने वाली पीढ़ियां योगी आदित्यनाथ के कार्य को उसी तरह स्मरण करेंगी, जैसे आज हम लोकमाता को याद रखते हैं। उपराष्ट्रपति ने कहाकि संकल्प लें, लोकमाता अहिल्याबाई की तरह हम भी कर्तव्य को धर्म मानेंगे और अधिकारों को सेवा के माध्यम से आगे बढ़ाएंगे। विधि की रचना की तरह अहिल्याबाई की सोच योगी आदित्यनाथ में भी आ गई है।

यूपी की भूमि का सैन्य उत्पादन श्रेष्ठ, यह दुश्मन के कानों में गूंजता रहेगा

भारतीय सेना के पराक्रम को याद करते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में दुश्मनों ने कायरता दिखाई, उसका जवाब दिया गया। उन्होंने सीएम योगी को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी भूमि पर सैन्य उत्पादन कितना श्रेष्ठ है, यह दुश्मन के कानों में गूंजता रहेगा। आपके यहां निर्मित ब्रह्मोस ने जैस ए मोहम्मद, लश्कर ए तैयबा के ठिकाने में घुसकर उन्हें तबाह किया। ऑपरेशन की सफलता के लिए उप राष्ट्रपति ने भारतीय सेना का अभिनंदन करते हुए कहा कि सेना के पराक्रम के कारण दुश्मन को लोहे के चने चबाने पड़े। सेना ने दुनिया को संदेश दिया कि भारत बदल गया है। भारत आतंकवाद को समाप्त करेगा, जो हम पर हाथ डालेगा, उसे पूरी तरह नष्ट करेंगे।

आज के यूपी का मतलब सुशासन व कानून का राज

श्री धनखड़ ने कहाकि योगी आदित्यनाथ ने अपने शासनकाल में यूपी की छवि को पूर्ण रूप से बदल दिया। आज यूपी का मतलब सुशासन व कानून का राज है। बिना कानून के राज के विकास संभव नहीं है। उत्तर प्रदेश अब उत्तम प्रदेश हो गया है। उन्होंने कहा कि हम भारतीय हैं, भारतीयता हमारी पहचान और राष्ट्रवाद हमारा धर्म है। राष्ट्र सर्वोपरि है। राष्ट्र के लिए जो भी करेंगे, वह कम है।

न्यायप्रिय थीं लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर

उपराष्ट्रपति ने कहा कि मेरा सिर गर्व से ऊपर है, क्योंकि अहिल्याबाई होल्कर भी किसान परिवार से थीं। वे न्यायप्रिय थीं। उन्होंने नारी शक्तिकरण के लिए बहुत उच्च मापदंड रखे। अपनी सेना में महिलाओं की टुकड़ी बनाई। आज के भारत में नारी सशक्तिकरण पराकाष्ठा पर है। संसद व विधानसभाओं में भी नारियों के लिए आरक्षण है। किसानों के लिए अहिल्याबाई होल्कर ने बहुत कुछ किया। किसानों ने ठान रखा है, इसलिए भारत विकसित होगा।

सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत उदाहरण बन गया है उत्तर प्रदेश

उन्होंने कहा कि आज का उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत उदाहरण बन गया है। यहां कल्पना से परे चमत्कारिक कार्य हुआ है। इसकी शुरुआत 2014 से हुई, जब नरेंद्र मोदी दी ने काशी को अपना राजनीतिक क्षेत्र चुना। इसमें तेज गति आई 2017 में, जब योगी मुख्यमंत्री बने। इतने वर्षों तक लगातार सबसे बड़े प्रांत का संचालन करने का गौरव योगी आदित्यनाथ को है। महाकुम्भ का आयोजन देख दुनिया आश्चर्यचकित थी। पूरी दुनिया में भारत की संस्कृति का संदेश गया।

कार्यक्रम संयोजक केंद्रीय मंत्री व आगरा के सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, उप राष्ट्रपति की पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़, महाराष्ट्र विधान परिषद के सभापति प्रो. रामशंकरराव शिंदे, गोवा के पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्रकांत बाबू कावलेकर, सांसद वीके पार्थसारथी, बस्तीपति नागराजू आदि मौजूद रहे।

BABA GANINATH BHAKT MANDAL  BABA GANINATH BHAKT MANDAL

Related Articles

Back to top button