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चीतों का कुनबा बढ़ा, कूनो में मातम के बाद छाई खुशियां

कूनो । कूनो अभ्यारण्य में मादा चीता शासा की मौत के बाद गम के बादल छाए हुए थे। लेकिन जल्द ही गम खुशियों में तब्दील हो गया। जी हां, मादा चीता सियाया ने 4 स्वस्थ शावकों को जन्म दिया है।

4 साल की मादा शासा की मौत के बाद ऐसा लग रहा था कि भारत में चीतों को बसने की योजना खटाई में पड़ने वाली है। लेकिन बुधवार को जब नए मेहमानों के आगमन की खबर मिली तो माहौल ही बदल गया। शावकों का जन्म 3-4 दिन पहले हुआ है, लेकिन इनपर नजर बुधवार सुबह पड़ी। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने चीतों का फोटो और वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है। यह दक्षिण अफ्रीकी देशों से भारत में शिफ्ट किए गए चीता प्रोजेक्ट की एक बड़ी सफलता है। हाल ही में मादा चीता साशा की मौत के बाद से सभी मायूस थे।

कूनो के डीएफओ पी के वर्मा ने बताया कि कूनो के बाड़ा नंबर चार और पांच जुड़े हुए हैं। पांच नंबर बाड़े में तीन साल की सियाया थी, इस बाड़े में सियाया के साथ मादा चीता ही थीं। चार नम्बर बाड़े में नर चीता फ्रेडी और आल्टन भाइयों को रखा गया था। संभावना है कि एल्डन या फ्रेडी से मेटिंग के बाद सियाया मां बनी है। दो से तीन दिन पहले दिया है चार शावकों को जन्म दिया गया है हालाकि कूनो प्रबंधन को बुधवार सुबह ही पता लगा है। माना जा रहा है 24 मार्च को शावकों को जन्म हुआ है।

मादा चीता सियाया, सबाना और साशा एक ही साथ बाड़े में थी। 22 मार्च को साशा का स्वास्थ्य खराब होने पर उसे क्वारंटाइन बाड़े में लाया गया था। तभी से सियाया व सबाना का व्यवहार असमान्य नजर आ रहा था। अफवाहों में दोनों को भी बीमार बताया जा रहा था। लेकिन जिस तरह से सियाया मां बनी है और चार बच्चों को जन्म दिया है। ऐसे में आगामी दिनों में सबाना से भी खुशखबरी मिल सकती है।

सियाया कूनो के बाड़ा नंबर चार-पांच संलग्न हैं। इन्हीं में सियाया ने दो से तीन दिन पहले शावकों को जन्म दिया है। आज सुबह कूनो प्रबंधन को इस बात का पता लगा है। संभावना है कि एल्डन या फ्रेंडी से मेटिंग के बाद सियाया मां बनी है। मादा चीता सियाया तीन साल की है।(वीएनएस)

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