
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से गर्मियों में स्वास्थ्य की सुरक्षा: 10 सावधानियां और 5 पोषणयुक्त रेसिपीज़
पोषण विशेषज्ञ, नैचुरोपैथी व स्वास्थ्य सलाहकार. Nisha Prakash
गर्मियों के मौसम में शरीर पर थर्मोरेग्युलेशन (Thermoregulation) की प्रक्रिया तेज़ी से सक्रिय हो जाती है। यह वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा शरीर अपने तापमान को संतुलित बनाए रखने की कोशिश करता है। तेज़ गर्मी और उमस के कारण पसीना अधिक निकलता है जिससे पानी, इलेक्ट्रोलाइट्स (सोडियम, पोटैशियम, क्लोराइड) और मिनरल्स की भारी कमी हो जाती है। इसके अलावा धूप में अधिक समय रहने से हीट स्ट्रोक (लू लगना), और डिहाइड्रेशन जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए गर्मी में खानपान और जीवनशैली में सावधानीपूर्वक बदलाव जरूरी हो जाता है। नीचे दी गई सावधानियां और खाद्य विकल्प वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित हैं।

गर्मियों में अपनाएं ये 10 वैज्ञानिक रूप से समर्थित सावधानियां
1. हाइड्रेशन का संतुलन बनाए रखें
शरीर का लगभग 60% हिस्सा पानी से बना होता है। गर्मियों में पानी की कमी से ब्लड वॉल्यूम घटता है जिससे दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। रोज़ कम से कम 2.5–3 लीटर पानी या हाइड्रेटिंग फ्लूइड लें।
2. इलेक्ट्रोलाइट्स को बनाए रखें
सिर्फ पानी नहीं, शरीर को सोडियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम भी चाहिए जो पसीने से बाहर निकल जाते हैं। नारियल पानी, सत्तू, आम पन्ना जैसे देसी पेय इन्हें संतुलित रखते हैं।
3. हाई वॉटर-कंटेंट फूड का सेवन करें
तरबूज (92% पानी), खीरा (95%), ककड़ी (96%), और टमाटर (94%) जैसे फल-सब्जियों में फाइटोन्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर को कूल और स्वस्थ रखते हैं।
4. दही और छाछ का सेवन करें
दही प्रोबायोटिक है जो आंतों के स्वास्थ्य को सुधारता है और गर्मियों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इन्फेक्शन से बचाता है।
5. शरीर के तापमान को नियंत्रित रखें
सूती कपड़े और छायादार वातावरण में रहना शरीर के कूलिंग मैकेनिज्म को सहयोग देता है।
6. हरे पत्तेदार पत्तों से बचें, मौसमी सब्जियां लें
गर्मियों में पालक, मैथी जैसी पत्तेदार सब्जियों में अधिक ऑक्सालेट होते हैं जो गर्मी में शरीर पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं। इसके बजाय तोरी, लौकी, करेला, भिंडी लें।
7. शारीरिक गतिविधि सुबह या शाम में करें
दोपहर में एक्सरसाइज़ से बचें । योग, प्राणायाम सुबह करें, जिससे शरीर की कूलिंग बनी रहे।
8. जंक फूड से परहेज करें
तले-भुने खाद्य पदार्थ शरीर में मेटाबॉलिक हीट बढ़ाते हैं जिससे एसिडिटी, ब्लोटिंग और पेट दर्द हो सकता है।
9. पर्याप्त नींद लें (6–8 घंटे)
गर्मी में नींद की कमी से कोर्टिसोल लेवल बढ़ता है जिससे थकान और इम्यूनिटी में गिरावट आती है।
10. विटामिन डी और एंटिऑक्सिडेंट्स का ध्यान रखें
सुबह की हल्की धूप में 10–15 मिनट बैठें जिससे विटामिन D मिल सके, और विटामिन C युक्त फलों से रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे।
पोषण विशेषज्ञों द्वारा सुझाई गई 5 आसान व वैज्ञानिक रूप से लाभकारी रेसिपीज़
1. सत्तू शरबत
क्यों फायदेमंद: सत्तू में कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और आयरन होता है। यह गर्मी में ऊर्जा देता है और आंतों को ठंडक देता है।
2. खीरा और पुदीना रायता
पोषण मूल्य: दही में प्रोबायोटिक्स, खीरे में पानी और पुदीना में मेंथाल होता है जो गैस्ट्रिक जूस को नियंत्रित करता है।
3. बेल शरबत
क्यों पिएं: बेल के फल में टैनिन होता है जो लू से बचाता है। इसमें purgative गुण होते हैं जो आंतों की गर्मी को शांत करते हैं।
4. नारियल पानी और अनार का मिक्स जूस
पोषण तत्त्व: नारियल पानी में पोटैशियम और इलेक्ट्रोलाइट्स हैं, और अनार में एंटीऑक्सीडेंट्स जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को घटाते हैं।
5. तरबूज, पुदीना और नींबू स्मूदी
फायदा: यह रेसिपी हाई वॉटर कंटेंट, विटामिन C और मेंथाल का बेहतरीन संयोजन है। यह कूलिंग इफेक्ट देती है और स्किन को भी नमी देती है।
निष्कर्ष:
गर्मी में स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए केवल बाहरी उपाय पर्याप्त नहीं हैं, बल्कि भीतर से शरीर को संतुलित रखना सबसे ज्यादा जरूरी है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सोचें, खानपान को सुधारें और मौसमी बदलावों को अपनाएं। तभी गर्मियों की यह तपिश आपके जीवन में ऊर्जा, ताजगी और स्वास्थ्य के रूप में परिणित होगी।
“विज्ञान कहता है – शरीर को ठंडा रखना है तो पानी, पोषण और संयम तीनों जरूरी हैं!”