
चौबेपुर,वाराणसी। चौबेपुर थाना क्षेत्र के धौरहरा गांव निवासी कणाद रघुवंशी (छात्रनेता महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ) ने मंगलवार की देर शाम आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के दौरान वह फेसबुक लाइव था। कणाद खुदकुशी से पहले अपनी पत्नी से माफी मांगता दिखा तो वहीं पिता को नहीं रोने की सलाह देता दिखा। मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भिजवाया। कणाद रघुवंशी समाजसेवी डॉ. लेनिन रघुवंशी का सबसे छोटा भाई था।
कणाद ने पिछले साल प्रेम विवाह किया था। बताया जा रहा है कि वह नशे का आदी था। परिजनों के अनुसार उसमें सुधार लाने के लिए उसे परिवार सहित पुस्तैनी मकान धरहरा में रखा गया था। इधर,वह गांव में अपना अलग हिस्सा मांग रहा था, लेकिन परिवार के लोग पिता के रहते हिस्सा देने के लिए राजी नहीं हुए।
जानकारी के अनुसार कणाद की पत्नी मंगलवार को किसी काम से दौलतपुर स्थित मकान पर आई थी। रात लगभग साढ़े 10 बजे कणाद फेसबुक पर लाइव आया। करीब एक मिनट तक बोलने के बाद लाइव होकर ही दुपट्टे के सहारे पंखे से लटक गया। कणाद पांच भाइयों में सबसे छोटा था। छह माह पहले उसकी मां का निधन हो गया था।
वहीं दूसरी तरफ मृतक के बड़े भाई डॉ. लेनिन रघुवंशी ने बताया कि कणाद अंतरजातीय विवाह किया था इस विवाह में परिवार की रजामंदी थी और आर्य समाज मंदिर में दोनों की शादी कराकर पारंपरिक रूप से दोनों को घर लाया गया था। इस विवाह में सभी ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था। उसकी पढ़ाई जारी रखने के लिए वो पैसे की मदद भी करते थे। जबकि कणाद को पिता जी 30 हजार रुपये हर महीना खर्च भी देते थे। उसने ऐसा क्यों किया ये समझ से परे है।