खड़गे को विपक्ष का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाये: ममता
नयी दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि उन्होंने अगले आम चुनाव में विपक्ष की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में प्रस्तुत किए जाने का प्रस्ताव किया है ताकि कोई यह न कह सके कि “विपक्ष के पास इस पद के लिए कोई चेहरा नहीं है।”राज्य सभा के सभापति के बारे में कुछ सदस्यों द्वारा संसद भवन परिसर में अभिनय किए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इसे हल्की फुल्की बात के रूप में नजरंदाज किया जाना चाहिए यह अपमान का मामला नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसका वीडियो न बनाया होता तो किसी को इसका पता भी नहीं चलता।
सुश्री बनर्जी ने कहा कि श्री खड़गे को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये जाने के उनके प्रस्ताव को आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का समर्थन मिला है। मुख्यमंत्री बनर्जी ने मंगलवार को यहां विपक्षी दलों के इंडी गठबंधन की चौथी बैठक में भाग लिया था।उन्होंने बुधवार को यहां संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद संवाददाताओं द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने किसी दलित को प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में प्रस्तुत किए जाने की मांग की थी तो उन्होंने जवाब में कहा, ‘हां हमने यह मांग की थी। (कांग्रेस के अध्यक्ष) खड़गे जी का नाम हमने प्रस्तुत किया है। श्री केजरीवाल ने हमारा समर्थन किया। लोग पूछते हैं कि आप की ओर से किसका नाम है, इसीलिए यह प्रस्ताव किया गया है।
”उन्होंने कहा कि खड़गे जी का नाम होगा तो अच्छा रहेगा। यह पूछे जाने पर कि क्या इससे जनता दल यूनाइटेड के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार नाराज हैं तो उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि इससे कोई नाराज है। मुझे इसकी जानकारी नहीं है।”सुश्री बनर्जी ने संसद में गतिरोध और राज्य सभा के उप सभापित को विपक्षी सांसदों द्वारा प्रहसन का विषय बनाए जाने के विवाद के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वह तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल के विषय में कुछ नहीं बोलती हैं और यहां भी कुछ नहीं बोलेंगी। उन्होंने कहा कि आप इस विषय में बांद्योपाध्याय (सुदीप्त) और ओ ब्रायन (डेरेक) से बात करें । वे इसका जवाब देने में समर्थ हैं।उन्होंने कहा कि ईवीएम में वीवीपैट की शत-प्रतिशत गणना होनी चाहिए।
उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापित जगदीप धनखड़ को प्रहसन का विषय बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, “यह असम्मान का मामला नहीं है। हम किसी का असम्मान नहीं करते, हम सबका सम्मान करते हैं। ” साथ में उन्होंने संसद भवन परिसर में कुछ विपक्षी सदस्यों द्वारा सभापति श्री धनखड़ की शैली की नकल करते हुए अभिनय करने और उसका वीडियो बनाए जाने के मामले को तूल नहीं दिए जाने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा, ‘यह डिसरेस्पेक्ट (असम्मान नहीं है) नहीं है, यह केवल एक कैजुअली, पोलिटकली (राजनीति में हल्की फुल्की ) … आप को इसका पता भी नहीं लगता यदि राहुल गांधी ने इसका ..वीडियो न बनाया होता।” (वार्ता)