लेखपाल भर्ती परीक्षा-चार सॉल्वार चढ़े पुलिस के हत्थे
गिरोह का मास्टरमाइंड प्रयागराज से चला रहा था नेटवर्क.गिरोह की जड़ तक पहुंचने के लिए एसटीएफ कर रही पूछताछ.
वाराणसी। लेखपाल भर्ती परीक्षा में रविवार को एसटीएफ वाराणसी यूनिट ने चार सॉल्वर गैंग के लोगों को दबोचा। अभ्यर्थियों के कब्जे से ब्लूटूथ, ईयर बड सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद हुआ। एसटीएफ एएसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि यूपी कॉलेज परीक्षा केंद्र से रामगढ़ चुनार निवासी अभ्यर्थी पुष्पेंद्र सिंह, आर्य महिला पीजी कॉलेज चेतगंज से सॉल्वर रसड़ा कमसीपुर निवासी राजनारायण यादव, बलिया के बांसडीह जय नगर निवासी अभ्यर्थी कृष्णा यादव और रामप्यारी रस्तोगी इंटर कॉलेज बांसफाटक से प्रतापगढ़ रानीगंज निवासी अभ्यर्थी दिलीप गुप्ता को गिरफ्तार किया गया।
गिरोह का मास्टरमाइंड विजय कांत है, जो प्रयागराज से नेटवर्क चला रहा था। एसटीएफ वाराणसी यूनिट के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों के बारे में और जानकारियां जुटाई जा रही हैं। एसटीएफ के अनुसार प्रयागराज निवासी विजय कांत पटेल नकल और शिक्षा माफिया डॉ. के एल पटेल के आईटीआई कॉलेज, मुबारकपुर में लगभग तीन वर्ष तक शिक्षक के रूप में कार्य कर चुका है। वहीं से उसके साथ इस धंधे में लिप्त हो गया। लगभग एक माह पहले ग्रामीण डाक सेवा (जीडीएस) में भी पांच लोगों से पैसे लेकर भर्ती कराया है, जिसका सत्यापन हो चुका है, जिसके बार में विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
10-10 लाख में हुआ था सौदा
गिरफ्तार मास्टरमाइंड विजय कांत ने पूछताछ में एसटीएफ को बताया कि लेखपाल परीक्षा में कुल सात अभ्यर्थियों से 10-10 लाख रुपये में सौदा किया था। सभी को ब्लूटूथ, ईयर बड और माइक्रो माइक आदि की व्यवस्था कराकर परीक्षा में बैठाया।
पुष्पेंद्र सिंह ने पूछताछ में एसटीएफ को बताया कि परीक्षा केंद्र भोजूबीर स्थित उदय प्रताप कॉलेज पहुंचने से पहले मास्टरमाइंड विजय की ओर से ब्रीफ किया गया था कि डिवाइस आन रखना और पेपर आउट होते ही सभी प्रश्नों का उत्तर सभी अभ्यर्थियों के अलग-अलग मोबाइल से उनके ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से बताया जाएगा।