
महाकुम्भ की महिमा को शब्दों में बयां कर पाना हो रहा मुश्किल
उत्तराखंड के राज्यपाल, ओडिशा के मुख्यमंत्री,भाजपा नेता संबित पात्रा और सूफी सिंगर कैलाश खेर ने किया संगम स्नान.फिल्म निर्माता बोनी कपूर और शंकराचार्य श्री श्री श्री भारती तीर्थ महास्वामीजी ने लगाई पावन डुबकी.
- आस्था के महापर्व महाकुम्भ में उमड़ रहा श्रद्धालुओं का सैलाब
महाकुम्भ नगर । महाकुम्भ 2025 में श्रद्धा और भक्ति का महासंगम देखने को मिल रहा है। करोड़ों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। देश के बड़े नेता, संत-महात्मा और गणमान्य व्यक्ति भी इस महापर्व में शामिल हो रहे हैं। इसी क्रम में रविवार को उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी, भाजपा नेता संबित पात्रा और सूफी सिंगर कैलाश खेर ने पुण्य डुबकी लगाई। करोड़ों श्रद्धालुओं के संगम स्नान आने के साथ ही यहां चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान पर भारत की जीत के लिए विशेष पूजा का भी आयोजन किया गया।
उत्तराखंड के राज्यपाल ने की प्रशंसा
उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने कुम्भ के आयोजनों की सराहना की। उन्होंने कहा, “मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सभी अधिकारियों को बेहतरीन व्यवस्थाओं के लिए बधाई देता हूं… यह क्षण शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, इसे केवल महसूस किया जा सकता है।”
ओडिशा के मुख्यमंत्री ने किया संगम स्नान
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी भी प्रयागराज पहुंचे। उन्होंने कहा, “मैं अपने परिवार के साथ यहां आया हूं। व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं। मैं उत्तर प्रदेश सरकार को धन्यवाद देता हूं। लाखों श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए आ रहे हैं।”
भाजपा नेता संबित पात्रा ने लगाई पावन डुबकी
भाजपा नेता संबित पात्रा ने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई और कहा, “यह पुण्य का क्षण है। मैं आज पुरी से प्रयागराज पहुंचा हूं। यहां की व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं।”
गायक कैलाश खेर ने आस्था व्यक्त की
भक्ति संगीत के प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई। उन्होंने कहा, “भारत श्रद्धा की भूमि है। लोग भारी बैग लेकर यहां आ रहे हैं, लेकिन उनके दिल श्रद्धा से भरे हुए हैं।”
टीम इंडिया की जीत के लिए हुआ पूजन
प्रयागराज में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत के लिए विशेष ‘पूजा’ और ‘आरती’ का आयोजन किया गया। रविवार को दुबई में भारत और पाकिस्तान के बीच आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का हाई-वोल्टेज मुकाबला खेला जा रहा है।
- बोनी कपूर बोले- पहले कभी नहीं देखा ऐसा भव्य दृश्य, यहां का माहौल स्वर्ग जैसा
- श्री श्री श्री भारती तीर्थ महास्वामीजी ने कहा- महाकुम्भ में स्नान करना मेरा सपना था, आज यह सौभाग्य प्राप्त हुआ
महाकुम्भ नगर । महाकुम्भ 2025 में आस्था और श्रद्धा की अद्भुत छटा देखने को मिल रही है। करोड़ों श्रद्धालु इस महापर्व में शामिल होकर पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं। इस बीच फिल्म निर्माता बोनी कपूर और जगद्गुरु शंकराचार्य श्री श्री श्री भारती तीर्थ महास्वामीजी ने भी महाकुम्भ में स्नान कर अपना अनुभव साझा किया।
बोनी कपूर ने मां गंगा से की प्रार्थना
महाकुम्भ में शामिल हुए फिल्म निर्माता बोनी कपूर ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “मैं यहां कठिन समय में अपने दादा जी के अवशेष लेकर आया था… मैंने पहले कभी ऐसा भव्य दृश्य नहीं देखा। यहां बहुत बड़ी संख्या में लोग आए हुए हैं।” उन्होंने आगे कहा, “यहां का माहौल स्वर्ग जैसा है। मैं मां गंगा से प्रार्थना करता हूं कि मेरी उम्र 94 साल तक हो, ताकि मैं अगले दो कुम्भ मेलों का भी अनुभव कर सकूं। मैंने अपने परिवार, बच्चों, माता और दोस्तों के लिए भी प्रार्थना की।”
शंकराचार्य भारती तीर्थ महास्वामीजी का सपना हुआ साकार
इस महाकुम्भ में जगद्गुरु शंकराचार्य श्री श्री श्री भारती तीर्थ महास्वामीजी ने भी त्रिवेणी संगम में पुण्य स्नान किया। उन्होंने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “महाकुम्भ में स्नान करना मेरा सपना था, लेकिन मुझे अवसर नहीं मिल पा रहा था। आज मुझे यह सौभाग्य प्राप्त हुआ और मैं अत्यंत आनंदित हूं।”
बॉलीवुड सिंगर मोहित चौहान के गीतों संग होगा ‘संस्कृति का महाकुम्भ’
महाकुम्भ में 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का स्नान है। इसके पहले सोमवार को बॉलीवुड सिंगर मोहित चौहान के गीतों संग ‘संस्कृति का महाकुम्भ’ होगा। संस्कृति ग्राम, गंगा-यमुना पंडाल, त्रिवेणी पंडाल व अहिल्या बाई होल्कर पंडाल समेत सभी मंचों पर सांस्कृतिक आयोजन होंगे। कहीं सुरों की सरिता तो उत्तर प्रदेश के लोकनृत्य की बयार बहेगी। कहीं रामलीला का मंचन होगा तो कहीं शबरी की प्रतीक्षा को दर्शाएंगे कलाकार। यहां उत्तर प्रदेश की अनेक संस्कृतियों संग देश की संस्कृतियों का भी समागम होगा। कथक, भरतनाट्यम, भजन, लोकगायन-लोकनृत्य से भी महाकुम्भ की सांझ सजेगी।
संस्कृति ग्राम व गंगा पंडालः मोहित चौहान के गीतों का छाएगा जादू
सोमवार को संस्कृति ग्राम में बॉलीवुड सिंगर मोहित चौहान के गीतों में श्रोता ‘आनंद गंगा’ की डुबकी लगाएंगे। वहीं गंगा पंडाल में पुणे की सुचेता भिड़े चापेककर ओडिसी नृत्य पर प्रस्तुति देंगी। पश्चिम बंगाल के आनिंदो चटर्जी को भी योगी सरकार मंच मुहैया करा रही है। महाकुम्भ की सांझ में वे अपने तबला वादन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करेंगे। गंगा पंडाल पर ही उत्तर प्रदेश की अपर्णा यादव भजनों की प्रस्तुति देंगी।
अहिल्या बाई होल्कर मंचः शबरी की प्रतीक्षा और रामलीला का मंचन देख सकेंगे दर्शक
संगम सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था प्रयागराज की तरफ से अहिल्या बाई होल्कर मंच पर शबरी की प्रतीक्षा नाट्य प्रस्तुति होगी। इसका निर्देशन सुबोध कुमार सिंह ने किया है। वहीं भोपाल के लिटिल बैल थियेटर की ओर से रामायण की प्रस्तुति होगी। मथुरा के खेमचंद्र यदुवंशी व उनकी टीम रामलीला का मंचन करेगी। इस मंच पर ही पंडित धर्मराज मिश्र, लखनऊ की डॉ. विनीता सिंह का भजन गायन होगा। साथ ही जौनपुर की साधनी सुदामा भजन व लोकगायन की प्रस्तुति देंगी।
यमुना पंडालः शाम चार से रात्रि 8 बजे तक होंगे लोकगायन व लोकनृत्य की प्रस्तुतियां
सोमवार को यमुना पंडाल पर भी अनेक कार्यक्रम होंगे। यहां शाम चार से रात्रि 8 बजे तक लोकगायन व लोकनृत्य से जुड़ीं विविध प्रस्तुतियां होंगी। इस मंच पर प्रयागराज के लोक कलाकार अभयराज यादव, मीरजापुर की रेखा रानी गौड़, प्रयागराज के जगदीश यादव, चंदौली के घनश्याम शुक्ला, मेरठ की रुचिका सिंह, मीरजापुर की कल्पना गुप्ता, गोरखपुर के अनिकेत का लोकगायन होगाा। वहीं लखनऊ की ऋचा जोशी लोकनृत्य के जरिए दर्शकों को अपनी प्रस्तुति से भावविभोर करेंगी।
बिरसा मुंडा पंडाल त्रिवेणी मंचः कथक, भरतनाट्यम लोकनृत्य से भारतीय संस्कृति का होगा दीदार
त्रिवेणी मंच पर भी भारतीय संस्कृति की बयार बहेगी। यहां उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। कानपुर के शुभम वाजपेयी तालवाद्य वृंद वादन करेंगे तो लखनऊ के ज्ञानेंद्र दत्त वाजपेयी का भरतनाट्यम होगा। लखनऊ की डॉ. पूनम श्रीवास्तव का लोकगायन इस मंच पर होगाा, जबकि कानपुर की डॉ. संगीता श्रीवास्तव का कथक व लखनऊ के डॉ. मनोज मिश्र तालवाद्य वृंदवादन करेंगे।