
पाकिस्तान सेना प्रमुख बाजवा के बदले सुर, कश्मीर मसले पर संवाद व कूटनीति को राजी
इमरान का आखिरी दांव, युवाओं को हड़ताल के लिए भड़काया
इस्लामाबाद । पाकिस्तान में मचे सियासी घमासान के बीच वहां के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के सुर बदले हुए नजर आ रहे हैं। शनिवार को इस्लामाबाद सिक्योरिटी डायलॉग के मंच से उन्होंने कश्मीर मसले पर संवाद व कूटनीति से समाधान पर सहमति जताई। जनरल बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान सभी विवादों का समाधान संवाद और कूटनीति से चाहता है। इसमें कश्मीर का विवाद भी शामिल है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर मसले पर आगे बढ़ने को तैयार है, यदि भारत भी इस दिशा में आगे बढ़ने को तैयार हो।
उन्होंने कहा कि इस समय दुनिया की एक तिहाई आबादी किसी न किसी संघर्ष से जूझ रही है, ऐसे में अपने क्षेत्र को टकराव की लपटों से दूर रखना जरूरी है। उन्होंने भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा संबंधी तनाव को भी चिंता का सबब करार दिया। उन्होंने इच्छा जाहिर की कि भारत-चीन सीमा तनाव का समाधान बातचीत के जरिए होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के राजनीतिक नेतृत्व को भावुक और संकीर्ण मुद्दों से ऊपर उठकर फैसले लेने चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान खेमे की राजनीति में विश्वास नहीं करता है। इस समय हमें बौद्धिक बहस के लिए ऐसे स्थानों को विकसित करने की जरूरत है, जहां वैश्विक विचार साझा किये जा सके। इस दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस समय आर्थिक व रणनीतिक टकराव के साथ देश के रूप में कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को तुरंत रोका जाना चाहिए। रूस की वैध सुरक्षा चिंताओं के बावजूद एक छोटे देश के खिलाफ उसकी आक्रामकता को माफ नहीं किया जा सकता है।
बिलावल भुट्टो का इमरान पर हिंसा फैलाने की कोशिश का आरोप
इस्लामाबाद । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर रविवार दोपहर को नेशनल असेंबली में मतदान होना है। विपक्ष को पूरा भरोसा है कि इमरान खान कल सत्ता से हाथ धो बैठेंगे। इस बीच इमरान लगातार जनता से संवाद कर रहे हैं। इमरान ने आखिरी दांव चलते हुए युवाओं को हड़ताल के लिए भड़काया है। विपक्ष के नेता और प्रधानमंत्री पद के विपक्षी उम्मीदवार शहबाज शरीफ ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
इमरान ने रविवार को अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले शनिवार को सार्वजनिक संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई और अविश्वास प्रस्ताव में इमरान की हार की स्थिति में विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार शहबाज शरीफ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यदि शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री बनें तो वे अमेरिका की गुलामी करेंगे। उन्होंने पाकिस्तानी युवाओं से दो दिन की हड़ताल का आह्वान किया, ताकि बाहरी ताकतों की साजिश का मुकाबला किया जा सके। उन्हें हटाने की अमेरिकी साजिश का जिक्र करते हुए उन्होंने युवाओं से आंदोलन की कमान अपने हाथ में लेने को कहा।
इमरान के इस संबोधन के बाद शहबाज शरीफ ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इमरान हताश एवं निराश हो गए हैं। वे पाकिस्तान को कई वर्ष पीछे ले गए हैं, इसलिए उनका हटना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इमरान हताशा में युवाओं व अपनी पार्टी के समर्थकों को भड़का रहे हैं। इसके विपरीत उन्होंने विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने की अपील की है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी देर शाम पत्रकारों से बातचीत में इमरान पर हिंसा फैलाने की कोशिश का आरोप लगाया है। उन्होंने इमरान पर संसद की अवमानना का भी आरोप लगाया है।(हि.स.)