बेंगलुरु । कर्नाटक के चिकबलपुर जिले में मंगलवार सुबह रात एक बड़ा हादसा हुआ है। यहां के जिलेटिन स्टिक में तेज धमाका होने की वजह से 6 लोगों की मौत हो गई है। बता दें कि ये विस्फोट पत्थर की एक खदान में जिलेटिन की छड़ों को हटाते समय हुआ है। पुलिस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, कुछ लोगों ने यहां गैर-कानूनी तरीके से जिलेटिन के स्टिक रखे हुए थे। लोगों को जब पुलिस की रेड के बारे में पता चला तो उन्होंने उन्हें नष्ट करने की कोशिश की। इसी दौरान जिलेटिन में धमाका हो गया और इसमें छह लोगों की जान चली गई। इस हादसे में एक व्यक्ति भी घायल हुआ है, ऐसा बताया जा रहा है कि ये सभी खदान के लिए जिलेटिन स्टिक का इस्तेमाल करते थे।
इस घटना पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने दुख जताते हुए कहा कि जिला प्रभारी मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों को पूरी जांच करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के चिकबलपुर में हुई दुर्घटना पर दुख जताया और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर लिखा, `कर्नाटक चिकबल्लापुर में हुए हादसे से दुखी हूं। मृतकों के परिवारजनों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। घायलों के जल्दी ठीक होने की कामना है।`
घटनास्थल पर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री
बता दें कि मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा के गृह निवास शिवमोगा में 22 जनवरी को भी एक ऐसे ही हादसे में छह लोगों की ही मौत हो गई थी। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री एवं चिकबलपुर से विधायक के. सुधाकर घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि शव बेहद बुरी हालत में थे। पुलिस के अनुसार, घटना पेरसेंड्रा के पास हिरणागवल्ली में हुई। स्थानीय लोगों द्वारा जिलेटिन की छड़ों के अधिक इस्तेमाल की शिकायत किए जाने के बाद पुलिस ने सात फरवरी को यहां उत्खनन रोक दिया था, लेकिन अवैध रूप से यहां काम जारी था।
पत्थर खदान से जिलेटिन की छड़ें निकालते समय विस्फोट
कुछ दिन पहले यहां छापा भी मारा गया था और ठेकेदार को जिलेटिन का इस्तेमाल ना करने को लेकर चेतावनी दी गई थी। उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह यह हादसा उस समय हुआ, जब ये लोग जिलेटिन की छड़ें हटाने की कोशिश कर रहे थे। इस बीच, सुधाकर ने कहा कि गैरकानूनी तरीके से विस्फोटक रखने वाले खदानों के मालिकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।