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इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम में बदलाव ट्रेन दुर्घटना का कारण:वैष्णव

भुवनेश्वर : रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ओडिशा में बालासोर जिले के बहानगा में शुक्रवार को हुए भीषण ट्रेन हादसे के लिए इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम में बदलाव को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली गई है।राज्य मुख्य सचिव पी के जेना ने रविवार को दुर्घटना में 275 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की। उन्होंने स्पष्ट किया कि एक शव की दो बार गिनती और गिनती के दौरान कुछ अन्य गलतियों के कारण शनिवार को मृतकों की संख्या 288 हो गई थी।

श्री जेना ने कहा कि अब तक 275 शवों में से 88 की पहचान की जा चुकी है।मुख्य सचिव ने कहा कि 170 शवों को पहचान के लिए भुवनेश्वर लाया गया और बाद में मृतकों के परिजनों और रिश्तेदारों को सौंप दिया गया जबकि 17 और शवों को लाने की प्रक्रिया जारी है।उन्होंने कहा कि 88 शवों में से 78 को पहले ही उनके रिश्तेदारों को सौंप दिया गया है और बाकी 10 शवों को उनके रिश्तेदारों को सौंपने का प्रयास किया जा रहा है।

रेल मंत्री ने मीडियाकर्मियों से कहा कि दुर्घटना के मूल कारण की पहचान कर ली गई है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की भी पहचान कर ली गई है। हादसे की जांच पूरी हो चुकी है और रेल सुरक्षा आयोग जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।उन्होंने कहा कि दुर्घटना इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम में बदलाव के कारण हुई और रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बहानगा रेलवे स्टेशन पर मरम्मत का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है।

श्री वैष्णव, जो दुर्घटना स्थल पर मौजूद हैं और व्यक्तिगत रूप से शनिवार से बहाली के काम की निगरानी कर रहे हैं, ने कहा कि बहाली का काम पूरा करने और बुधवार सुबह तक ट्रेन की आवाजाही को सामान्य करने का लक्ष्य रखा गया है। मरम्मत कार्य में करीब एक हजार कर्मचारी लगे हुए हैं।शालीमार-चेन्नई कॉर्मंडल एक्सप्रेस शुक्रवार शाम बालासोर जिले के बहानगा रेलवे स्टेशन पर एक मालगाड़ी और बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस से टकरा गई जिसके कारण यह हादसा हुआ।

रेल मंत्री की मौजूदगी में शनिवार देर रात करीब 21 क्षतिग्रस्त डिब्बों को पटरी से हटाया गया।ट्रैक को साफ कर दिया गया है और वर्तमान में दुर्घटना में पूरी तरह क्षतिग्रस्त करीब 1000 मीटर लंबाई का नया ट्रैक बिछाने का काम चल रहा है। बिजली के खंभों को ठीक करने और ओवरहेड वायर को ठीक करने का काम भी चल रहा है।इस बीच, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ताजा स्थिति, खासकर घायलों के इलाज के बारे में जानकारी दी।

श्री पटनायक ने आश्वासन दिया है कि ओडिशा के विभिन्न अस्पतालों में घायल यात्रियों की जान बचाने के लिए हर संभव कदम उठाए गए हैं। डॉक्टर और मेडिकल छात्र घायलों की जान बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि घायल व्यक्तियों के लिए रक्तदान करने के लिए डॉक्टर, छात्र और आम लोग सामने आगे आ रहे हैं।श्री पटनायक ने कहा,“हर जीवन कीमती है।बचाव अभियान से लेकर घायलों को अस्पतालों तक ले जाने, इलाज की व्यवस्था करने तक, हम जान बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।”

श्री पटनायक ने पीड़ितों के लिए अनुग्रह राशि की भी घोषणा की। यह राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जाएगी और केवल ओडिशा के यात्रियों के परिजनों को सहायता राशि दी जाएगी। मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों को एक लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जायेगी।संजय,आशा (वार्ता)

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