
ओडिशा में तीन ट्रेनों की टक्कर में 288 यात्रियों की मौत, 803 यात्री घायल
बालासोर : ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार की शाम तीन ट्रेनों की भिडंत से हुए भीषण हादसे में 288 लोगों की मौत हो गयी और 803 यात्री घायल हो गये।इस हादसे में 56 यात्री गंभीर रूप से घायल हैं और 747 यात्री जख्मी हुए हैं।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को सैन्य हेलीकॉप्टर से ओडिशा में बालासोर जिले के घटनास्थल पहुंचे और उन्होंने राहत कार्यों की समीक्षा की। उनके साथ केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और रेलवे तथा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी थे।आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार श्री मोदी ने मौके पर स्थानीय अधिकारियों, आपदा राहत बलों के कर्मियों और रेलवे अधिकारियों के साथ बातचीत की।
उन्होंने इस भीषण त्रासदी से निपटने और इसकी पीड़ा कम करने के लिए पूरे सरकारी तंत्र में पूर्ण तालमेल का दृष्टिकोण अपनाने पर जोर दिया।रेल मंत्री वैष्णव ने दुर्घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये हैं। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस हादसे में मारे गये लोगों के दुख में राज्य में एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।गौरतलब है कि बालासोर जिले में बहगना स्टेशन के निकट कल शाम करीब सात बजे यह दुर्घटना उस वक्त हुई जब चेन्नई की दिशा से अप लाइन पर आ रही 12841 कोरोमंडल एक्सप्रेस को थ्रू यानी सिग्नल मिला था और उसके पहले ही बहनगा स्टेशन पर एक मालगाड़ी आयी थी जो अप लूप लाइन पर खड़ी थी। थ्रू सिग्नल होने के कारण काेरोमंडल अपनी पूरी गति यानी करीब 125 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चली आ रही थी। तभी ‘किसी स्थान’ पर वह पटरी से उतर गयी।
कोरोमंडल एक्सप्रेस का इंजन लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी से टकराया तो 21 कोच पटरी से उतर गये जबकि तीन डिब्बे बगल की डाउन लाइन पर उसी समय निकल रही 12864 डाउन हावड़ा से यशवंतपुर जा रही दूरंतो एक्सप्रेस से जा टकराये और इस कारण दूरंतो एक्सप्रेस के आखिरी दो कोच बेपटरी हो गये। है।मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, रेल मंत्री वैष्णव के अलावा केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने दुर्घटना स्थल का दौरा करके हालात का जायजा लिया है। ओडिशा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष मनमोहन सामल और ओडिशा कांग्रेस के अध्यक्ष सरत पटनायक सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता घटना स्थल का दौरा कर चुके हैं।
श्री वैष्णव सुबह बहनगा पहुंचे और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और ओडिशा त्वरित कार्रवाई बल की टीमों के साथ हालात की समीक्षा की। उन्होंने दुर्घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिये हैं। उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य पूरा हो गया और मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्हाेंने मौके पर मौजूद लोगों से अपील की है कि वे वहां से हट जायें जिससे रेलवे अधिकारियों को मरम्मत का कार्य पूरा करने में आसानी हो सके।श्री वैष्णव ने कहा कि अब घायल यात्रियों के इलाज को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के कारणों की तह तक पहुंचने के लिए हादसे की विस्तृत जांच की जायेगी। सरकार सुनिश्चित करेगी कि भविष्य में इस तरह की दुर्घटना की पुनरावृति न हों।
रेल मंत्री ने कहा कि इस समय राहत एवं घायलों के उपचार पर सर्वाधिक ध्यान दिया जा रहा है।उन्होंने लोगों की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया और पीड़ित परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।श्री वैष्णव ने कहा कि दुर्घटना की जांच के लिए एक समिति गठित कर दी गयी है और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिये गये हैं। इस हादसे की पूरी पड़ताल की जायेगी। उन्होंने कहा कि रेलवे सुक्षा आयुक्त जल्द ही मौके का दौरा करेंगे और हालात का जायजा लेंगेे।इस बीच, ओडिशा के मुख्यमंत्री पटनायक ने राज्य में एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। राज्य में आज किसी तरह के राजकीय समारोह आयोजित नहीं किये गए।सुश्री बनर्जी अधिकारियों के साथ मौके पर गयीं। उन्होंने कहा कि यदि ट्रेन में टक्कर रोधी उपकरण लगे होते तो यह दुर्घटना टाली जा सकती थी।
उन्होंने इस हादसे में मारे गये बंगाल के लोगों के परिजनों के लिए पांच लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य के 40 डाक्टरों और 110 एम्बुलेंस दुर्घटना स्थल पर तैनात हैं और वे जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं।सुश्री बनर्जी ने कहा कि बंगाल सरकार ने बसें मुहैया करायी हैं जिससे यात्रियों को वापस उनके घरों तक पहुंचाया जासके। उन्होंने कहा कि यदि ट्रेन में टक्कर रोधी उपकरण लगे होते तो इस तरह की भयंकर दुर्घटना को टाला जा सकताथा। उनकी मृतकों की संख्या को लेकर रेल मंत्री के साथ मामूली तकरार भी हुई।ओडिशा के मुख्य सचिव पी के जेना ने कहा कि शवों की पहचान और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया आरंभ कर दी गयी है।
उन्होंने कहा कि एक अपील के बाद सैकड़ों लोगों ने शुक्रवार की रात अस्पतालों में घायलों की जरूरत के लिए आकर रक्त दान किया है।बालासोर जिले में अब तक 900 से अधिक यूनिट रक्त एकत्र किया जा चुका है। एसएसबी काॅलेज में 100 यूनिट रक्त इकट्ठा किया गया है। कोच से निकाले गये शव बहनगा के दो स्कूलों में रखे गये हैं। पोस्टमार्टम के लिए शवों को स्थानीय अस्पतालों में लाया जा रहा है।रेलवे की एक तकनीकी टीम ने सुबह घटनास्थल का हवाई सर्वेक्षण किया है। कम से कम से 15 कोच और एक रेलइंजन इस हादसे में क्षतिग्रस्त हुए हैं।(वार्ता)
ओडिशा ट्रेन दुर्घटना के कारण सौ से अधिक ट्रेनों का परिचालन प्रभावित
Odisha | Prime Minister Narendra, accompanied by Railways Minister Ashwini Vaishnaw & Union Minister Dharmendra Pradhan, takes stock of the situation at the #BalasoreTrainAccident site. pic.twitter.com/y6dNnEp4pA
— ANI (@ANI) June 3, 2023
4 Tracks, 3 Trains, Disaster In Mere Minutes: How Odisha Accident Happened#OdishaTrainAccident pic.twitter.com/OdS9hV3oTM
— NDTV (@ndtv) June 3, 2023
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