भारत का विदेश व्यापार
नई दिल्ली । भारत से अप्रैल में 27.96 अरब अमेरिकी डॉलर का समग्र निर्यात (वस्तुएं एवं सेवाएं) होने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में (-)36.65 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि को दर्शाता है। उधर, अप्रैल 2020* के दौरान 27.80 अरब अमेरिकी डॉलर का समग्र आयात होने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 47.36 प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि को दर्शाता है।
1. वस्तुओं का व्यापार
निर्यात (पुनर्निर्यात सहित)
अप्रैल, 2020 में 10.36 अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात हुआ, वहीं अप्रैल 2019 में हुए 26.07 अरब अमेरिकी डॉलर के निर्यात की तुलना में (-) 60.28 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि को दर्शाता है। रुपये के लिहाज से अप्रैल, 2020 में निर्यात 78,951.41 करोड़ रुपये का हुआ वहीं अप्रैल, 2019 में निर्यात 1,81,021.34 करोड़ रुपये का हुआ जो (-)56.39 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि को दर्शाता है। निर्यात में गिरावट मुख्य रूप से चल रही वैश्विक मंदी के कारण हुई है, जो वर्तमान कोविड-19 संकट के कारण बढ़ गई। बाद में आपूर्ति श्रृंखलाओं और मांग में बड़े पैमाने पर व्यवधान उत्पन्न हुए जिसके परिणामस्वरूप आदेश रद्द हो गए।
लौह अयस्क और दवा एवं औषध को छोड़कर, जिसमें क्रमश: 17.53 प्रतिशत और 0.25 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, अन्य सभी जिन्सों / जिन्स समूहों के मूल्यों में अप्रैल 2020 में अप्रैल 2019 की तुलना में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की है।
जिन मुख्य जिन्स समूहों के मूल्यों में अप्रैल 2020 में अप्रैल 2019 की तुलना में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई वो हैं- रत्न और आभूषण (-98.74%), चमड़ा और चमड़े के उत्पाद (-93.28%), हस्तशिल्प हाथ से निर्मित कालीन को छोड़कर (-91.84%), कालीन (-91.67%), सभी वस्त्रों का आरएमजी (-91.04%), फर्श को ढ़ंकते हुए सहित जूट निर्माण (-90.61%),मानव निर्मित यार्न/ फैब्स/ तैयार सामान आदि (-84.11%), सूती धागा / कपड़े / बने हुए सामान, हैंडलूम उत्पाद आदि (-82.46%), सिरेमिक उत्पादों और कांच के बने पदार्थ (-76.72%), इलेक्ट्रॉनिक सामान (-71.04%), चाय (-68.89%), तंबाकू (-68.47%), काजू (-67.55%), पेट्रोलियम उत्पाद (-66.22%), इंजीनियरिंग सामान (-64.76%), तेल बीज (-62.33%), मीका, कोयला और अन्य अयस्कों, प्रसंस्कृत खनिजों सहित अन्य खनिज (-60.41%), मांस, डेयरी और पोल्ट्री उत्पाद (-60.34%), तेल युक्त भोजन (-50.60%), अनाज की तैयारी और विविध प्रसंस्कृत वस्तुएँ (-48.28%), कॉफी (44.22%), समुद्री उत्पाद (-43.94%), कार्बनिक और अकार्बनिक रसायन (-41.93%), अन्य अनाज (-40.86%), मसाले (-32.18%), प्लास्टिक और लिनोलियम (-25.35%), फल और सब्जियां (-9.29%) और चावल (-7.04%)।
अप्रैल 2020 में गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न व जेवरात निर्यात 9.08 अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ, वहीं मार्च 2019 में 19.54 अरब अमेरिकी डॉलर का रहा।
आयात
अप्रैल 2020 में 17.12 अरब अमेरिकी डॉलर (1,30,525.08 करोड़ रुपये) का आयात हुआ जो अप्रैल, 2019 में 41.40 अरब अमेरिकी डॉलर (2,87,432.93 करोड़ रुपये) के मुकाबले डॉलर के लिहाज से 58.65 प्रतिशत कम है और रुपये के लिहाज से भी 54.59 प्रतिशत कम है।
अप्रैल, 2020 में जिन प्रमुख जिंस समूहों के आयात में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में ऋणात्मक वृद्धि दर्ज की गई है उनमें निम्नलिखित शामिल हैं-
कच्चा तेल और गैर-तेल आयात:
अप्रैल 2020 में तेल का आयात 4.66 अरब अमेरिकी डॉलर (35,537.22 करोड़ रुपये) था, जो कि अप्रैल 2019 में 11.38 अरब अमेरिकी डॉलर (78,989.46 करोड़ रुपये) की तुलना में डॉलर के संदर्भ में 59.03 प्रतिशत कम (रुपये में 55.01 प्रतिशत कम) था।
इस संबंध में यह उल्लेख किया गया है कि विश्व बैंक से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2020 में अप्रैल 2019 की तुलना में वैश्विक ब्रेंट मूल्य ($ / bbl) 67.22% कम हो गया है।
अप्रैल 2020 में गैर-तेल (पेट्रोलियम) के आयात का अनुमान 12.46 अरब अमेरिकी डॉलर (94,987.86 करोड़ रुपये) था, जो कि अप्रैल 2019 में 30.02 अरब अमेरिकी डॉलर (2,08,443.47 करोड़ रुपये) की तुलना में डॉलर के संदर्भ में 58.50 प्रतिशत कम (रुपये में 54.43 प्रतिशत कम) था।
अप्रैल 2020 में गैर-तेल (पेट्रोलियम) और गैर-सोना आयात 12.46 अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ, वहीं अप्रैल 2019 में 26.05 अरब अमेरिकी डॉलर का रहा यानि तुलना में (-) 52.18 प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि को दर्शाता है।
II. सेवाओं का व्यापार
निर्यात (प्राप्तियां)
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा 15 मई, 2020 को जारी नवीनतम प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मार्च, 2020 में निर्यात 18.16 अरब अमेरिकी डॉलर (1,35,043.18 करोड़ रुपये) का हुआ, जो मार्च 2019 की तुलना में डॉलर के लिहाज से 1.22 प्रतिशत की धनात्मक वृद्धि को दर्शाता है। अप्रैल 2020* में सेवाओं का निर्यात 17.60 अरब अमेरिकी डॉलर का होने का अनुमान लगाया गया है।
आयात (भुगतान)
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा 15 मई, 2020 को जारी नवीनतम प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मार्च, 2020 में आयात 11.11 अरब अमेरिकी डॉलर (82,618.50 करोड़ रुपये) का हुआ, जो मार्च 2019 की तुलना में डॉलर के लिहाज से (-)2.23 प्रतिशत की ऋणात्मक वृद्धि को दर्शाता है। अप्रैल 2020* में सेवाओं का आयात 10.68 अरब अमेरिकी डॉलर का होने का अनुमान लगाया गया है।
III. व्यापार संतुलन
वस्तुएं: अप्रैल, 2020 में व्यापार घाटा 6.76 अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि अप्रैल, 2019 में यह व्यापार घाटा 15.33 अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ था।
सेवाएं : आरबीआई द्वारा 15 मई, 2020 को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मार्च 2020 के दौरान सेवाओं में व्यापार संतुलन (अर्थात शुद्ध सेवा निर्यात) 7.05 अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान लगाया गया है।
समग्र व्यापार संतुलन : वस्तुओं एवं सेवाओं दोनों को ही मिलाने पर अप्रैल 2020* में कुल मिलाकर 0.16 अरब अमेरिकी डॉलर का समग्र व्यापार घाटा होने का अनुमान लगाया गया है, जबकि अप्रैल 2019 से तुलना किया जाय तो यह 8.67 अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ था।
वस्तुओं का व्यापार
निर्यात एवं आयात: (बिलियन अमेरिकी डॉलर) | |
(अनंतिम) | |
अप्रैल | |
निर्यात (पुन: निर्यात सहित) | |
2019-20 | 26.07 |
2020-21 | 10.36 |
प्रतिशत वृद्धि 2020-21/ 2019-20 | -60.28 |
आयात | |
2019-20 | 41.40 |
2020-21 | 17.12 |
प्रतिशत वृद्धि 2020-21/ 2019-20 | -58.65 |
व्यापार संतुलन | |
2019-20 | -15.33 |
2020-21 | -6.76 |
निर्यात एवं आयात: (करोड़ रूपए) | |
(अनंतिम) | |
अप्रैल | |
निर्यात (पुन: निर्यात सहित) | |
2019-20 | 1,81,021.34 |
2020-21 | 78,951.41 |
प्रतिशत वृद्धि 2020-21/ 2019-20 | -56.39 |
आयात | |
2019-20 | 2,87,432.93 |
2020-21 | 1,30,525.08 |
प्रतिशत वृद्धि 2020-21/ 2019-20 | -54.59 |
व्यापार संतुलन | |
2019-20 | -1,06,411.59 |
2020-21 | -51,573.67 |
सेवा व्यापार