वाराणसी के राजकीय क्वींस इण्टर कालेज के छात्रों ने पटाखों के पूर्ण बहिष्कार हेतु ली शपथ
वाराणसी, 22 अक्टूबर 2019
पटाखों के खिलाफ पिछले 11 वर्षों से अभियान चलाने वाली संस्था ‘सत्या फाउंडेशन’ ने आज मंगलवार को वाराणसी के राजकीय क्वींस इण्टर कालेज (Government Queen’s Intermediate College, Varanasi) में पटाखों के पूर्ण बहिष्कार हेतु शपथ कार्यक्रम (Oath for Complete Boycott of Firecrackers) का आयोजन किया। विद्यार्थियों ने संकल्प लिया कि वे दीपावली या किसी भी उत्सव-त्यौहार पर पटाखों का बिल्कुल प्रयोग नहीं करेंगे। ‘सत्या फाउंडेशन’ द्वारा आयोजित आज के इस शपथ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संस्था के सचिव चेतन उपाध्याय ने विद्यार्थियों को पटाखों के दुष्परिणामों के बारे में बताया। बताया कि एक दिन के शौक के चलते पूरे 4 दिनों तक अस्थमा के मरीज छटपटाते रहते हैं और पटाखों से होने वाली दुर्घटनाओं के चलते हर साल सभी अस्पतालों के आई.सी.यू. और वार्ड फुल हो जाते हैं। कायदे से तो खुद सरकार को आगे बढ़ कर पटाखों पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगा देना चाहिए मगर जब तक ऐसा न हो, तब तक जन जागरूकता ही एक मात्र समाधान है।
इसी विद्यालय के पूर्व छात्र और वर्तमान में पूर्वांचल के प्रसिद्ध ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय कुमार पाण्डेय (गैलैक्सी हॉस्पिटल, वाराणसी) ने वैज्ञानिक तरीके से विद्यार्थियों को समझाया कि किस प्रकार से पटाखों के चलते अस्थमा और ह्रदय के मरीजों, नवजात शिशुओं, गर्भवती महिलाओं, वृद्धों और यहां तक कि पालतू पशु पक्षियों को भी परेशानी होती है। लिहाजा पटाखे रूपी जहर का पूर्ण रूप से परित्याग करने में ही समाज की भलाई है।
कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों ने शपथ ली कि वे किसी भी पारिवारिक या सामाजिक उत्सव में पटाखों का बिल्कुल प्रयोग नहीं करेंगे।
इससे पहले प्रधानाचार्य डॉक्टर रामानंद दीक्षित (राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित) ने डॉक्टर अजय कुमार पाण्डेय और चेतन उपाध्याय को उपहार देकर स्वागत किया। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्य डॉक्टर राजेश कुमार सिंह यादव, श्री विनोद राय, श्री राजेश उपाध्याय, श्री विवेकानंद, श्री श्रीराम यादव, श्रीमती जया सिंह, कुमारी नेहा सिंह, श्रीमती पद्मावती दीक्षित, श्रीमती पूजा राय, श्रीमती अनीता द्धिवेदी सहित सभी शिक्षक उपस्थित थे।