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सीएम योगी की हरित पहल, औद्योगिक प्रतिष्ठानों ने निभाई पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता

यूपीपीसीबी ने औद्योगिक प्रतिष्ठानों के सहयोग से प्रदेश में किया 431 हेक्टेयर क्षेत्र में वनीकरण.यूपीपीसीबी का हरित अभियान, सरकार और औद्योगिक प्रतिष्ठानों के बीच आपसी सहयोग की बना मिसाल.

  • क्लीन,ग्रीन और पॉल्युशन फ्री यूपी बनाने के दिशा में यूपीपीसीबी की सकारात्मक पहल
  • वर्ष 2022 से अब तक प्रदेश के 1542 स्थलों पर हुआ है मियावाकी पद्धति से वनीकरण
  • यूपीपीसीबी पर्यावरण प्रदूषण दूर करने के लिय, प्रदेश में वनीकरण को दे रही है बढ़ावा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण और वायु प्रदूषण में कमी लाने के उद्देश्य से सीएम योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) ने उद्योगों के सहयोग से वनीकरण को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया है। यूपीपीसीबी ने वर्ष 2022 से लेकर 2024 तक प्रदेश में लगभग 1542 स्थलों पर 431 हेक्टेयर भूमि पर मियावाकी पद्धति से वृक्षारोपण करवाया है। जो न केवल प्रदेश में जैव-विविधता और पर्यावरण संतुलन को मजबूत कर रहे हैं, बल्कि प्रदूषण नियंत्रण और जलवायु परिवर्तन से निपटने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। साथ ही ये अभियान सीएम योगी आदित्यनाथ के क्लीन,ग्रीन और पॉल्युशन फ्री यूपी बनाने के संकल्प को पूरा करने की दिशा में यूपीपीसीबी की सकारात्मक पहल है।

यूपीपीसीबी ने औद्योगिक प्रतिष्ठानों के सहयोग से प्रदेश में कराया वनीकरण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण को दूर करने के संकल्प को अमली जामा पहनाते हुए प्रदेश के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) ने सकारात्मक पहल की है। जिसके तहत यूपीपीसीबी ने प्रदेश में संचालित औद्योगिक प्रतिष्ठानों को प्रोत्साहित कर वृक्षारोपण का अभियान चलाया है। विभाग के संबंधित अधिकारियों ने समीक्षा बैठक में बताया कि इस अभियान के तहत वर्ष 2022 से लेकर 2024 तक प्रदेश के लगभग 1542 स्थलों पर लगभग 431 हेक्टेयर भूमि पर मियावाकी पद्धति से वृक्षारोपण कराया गया है।

आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2022 में प्रदेश के 429 स्थलों पर कुल 84.4 हेक्टेयर भूमि पर औद्योगिक प्रतिष्ठानों ने वृक्षारोपण किया। तो वर्ष 2023 में इस अभियान ने और गति पकड़ी, जब 687 स्थलों पर कुल 165 हेक्टेयर भूमि पर वृक्षारोपण किया गया। इसी क्रम में वर्ष 2024 में प्रदेश के 426 स्थलों पर कुल 182 हेक्टेयर भूमि पर मियावॉकी पद्धति से वृक्षारोपण किया गया। इस पहल ने न केवल शहरी और औद्योगिक क्षेत्रों में हरियाली बढ़ाई, बल्कि औद्योगिक प्रतिष्ठानों को उनके सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति भी जागरूक किया।

यूपीपीसीबी का हरित अभियान, सरकार और औद्योगिक प्रतिष्ठानों के बीच आपसी सहयोग की बना मिसाल

यूपीपीसीबी के अधिकारियों ने बताया कि वृक्षारोपण का यह कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण अभियान के साथ औद्योगिक प्रतिष्ठानों और सरकार के बीच सहयोग की मजबूती को भी दर्शाता है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत बजाज शुगर इण्डस्ट्रीज ने गोण्डा जनपद के 150 वर्गमीटर के क्षेत्र में जुलाई 2022 में वृक्षारोपण कराया था।

इसी क्रम में द्वारिकेष शुगर इण्डस्ट्रीज लिमिटेड ने बरेली के फरीदपुर में 1000 वर्गमीटर के क्षेत्र में वनीकरण का कार्य वर्ष 2022 में किया था। जिससे प्रेरित होकर वर्ष 2023 और 2024 में कई अन्य औद्योगिक प्रतिष्ठानों ने प्रदेश सरकार के इस हरित अभियान में हिस्सा लिया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण उत्तर प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने उद्योगों से इस दिशा में और अधिक सहयोग की अपील की है, ताकि यूपी को क्लीन,ग्रीन और पॉल्युशन फ्री बनाया जा सके।

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