
जमुई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी समाज को ‘राजकुमार राम’ को ‘भगवान राम’ बनाने का श्रेय दिया वहीं देश की पूर्ववर्ती सरकारों पर आदिवासियों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि जिनको किसी ने नहीं पूछा उनको मोदी पूजता है।श्री मोदी ने शुक्रवार को यहां बल्लोपुर गांव में बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में आदिवासियों के लिए 6640 करोड़ रुपये की अलग-अलग परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में कहा, “आदिवासी समाज वह है, जिसने राजकुमार राम को भगवान राम बनाया।
आदिवासी समाज ने भारत की संस्कृति और आजादी की रक्षा के लिए, सैकड़ों सालों की लड़ाई को नेतृत्व दिया। आजादी के बाद के दशकों में आदिवासी इतिहास के योगदान को मिटाने के लिए कोशिश की गई। इसके पीछे भी स्वार्थ भरी राजनीति थी। राजनीति यह कि भारत की आजादी के लिए केवल एक ही दल को श्रेय दिया जाए।”प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने आदिवासी समाज की मुश्किलें कम करने के लिए पीएम जन-मन योजना शुरू की। इसके तहत देश की सबसे पिछड़ी जनजातीय आबादी का विकास हो रहा है। अति पिछड़ी जनजातियों को हजारों पक्के घर दिए हैं। आदिवासी बस्तियों को जोड़ने के लिए पक्की सड़कें बनाई जा रही हैं। सैकड़ों गांवों में हर घर नल से जल पहुंचा है। उन्होंने कहा, “जिनको किसी ने नहीं पूछा, मोदी उनको पूजता है।”
जनजातीय गौरव दिवस, इतिहास के अन्याय को दूर करने का प्रयास : प्रधानमंत्री श्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पूरे देश में राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनायी जा रही है और ये दिवस इतिहास के एक बहुत बड़े अन्याय को दूर करने का एक ईमानदार प्रयास है।उन्होंने कहा कि आजादी के बाद जनजातीय वर्ग के योगदान को इतिहास में वह स्थान नहीं दिया गया, जिसके लिये वे हकदार थे। जनजातीय समाज वो है, जिसने राजकुमार राम को भगवान बनाया। भारत की संस्कृति और आजादी के रक्षा के लिये सैकड़ो वर्षों की लड़ाई का नेतृत्व दिया। आजादी के बाद के दशकों में जनजातीय वर्ग के अनमोल योगदान को मिटाने की कोशिश की गई। इसके पीछे स्वार्थ भरी राजनीति थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जनजातीय समाज के समग्र कल्याण के लिये अनेक योजनाएँ संचालित कर उनके आर्थिक और सामाजिक विकास का कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर बिहार जिले के जमुई में आयोजित राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस पर संबोधित कर रहे थे।प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्म जयंती पर 6 हजार करोड़ रूपये से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया है। इसमें जनजातीय वर्ग के बच्चों के भविष्य को संवारने वाले स्कूल और हॉस्टल, जनजातीय वर्ग की महिलाओं के लिये स्वास्थ्य सुविधा, जनजातीय क्षेत्रों को जोड़ने वाली सैकड़ों किलोमीटर की सड़कें, जनजातीय वर्ग की संस्कृति को समर्पित संग्रहालय एवं जनजातीय वर्ग के डेढ़ लाख परिवारों को पक्के घर के स्वीकृति पत्र वितरित किये गये हैं। साथ ही आज देव दीपावली के दिन 11 हजार से अधिक जनजातीय परिवारों को अपने घर में प्रवेश कराया गया है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश के छिन्दवाड़ा के श्री बादल भोई जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय एवं जबलपुर के राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह स्वंतत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय का वर्चुअली लोकार्पण किया।मध्यप्रदेश के शहडोल जिला मुख्यालय पर आयोजित राज्यस्तरीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, उप मुख्यमंत्री एवं शहडोल जिले के प्रभारी मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल समेत अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में सम्पूर्ण देश में जनजातीय कल्याण के अभूतपूर्व कार्य किए जा रहे हैं। पीएम जन मन योजना और सिकल सेल उन्मूलन मिशन, जनजाति कल्याण का महाभियान है। इस महाभियान में राज्य सरकार द्वारा जनजाति कल्याण के बेहतरीन कार्य किए जा रहे हैं। अनेक विभागों के माध्यम से अति पिछड़ी जनजातियों को विकास की मुख्यधारा में लाने के कारगर प्रयास लगातार जारी है।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सिकल सेल उन्मूलन मिशन का संकल्प मध्यप्रदेश की धरती से लिया जाना प्रदेश के लिए सौभाग्य की बात है। केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा सिकल सैल उन्मूलन की दिशा में जाँच और जागरूकता के कार्य सघन स्तर पर किए जा रहे हैं। प्रदेश में अब तक 82 लाख लोगों की सिकलसेल स्क्रीनिंग पूर्ण हो गई है। राज्यपाल श्री पटेल ने शहडोल ज़िले के सिकल सैल जाँच कार्यों की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को सिकल सैल कार्ड वितरण का कार्य जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए।राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सिकल सैल से बचाव का सबसे प्रभावी उपाय, इस रोग के प्रति जागरूकता ही है। उन्होंने कहा कि शादी के पूर्व लड़का-लड़की सिकल सैल कार्ड का मिलान ज़रूर करें। उन्होंने कहा कि गर्भधारण के दौरान और जन्म के बाद भी बच्चे के सिकल सैल की जाँच ज़रूर कराएं।
राज्यपाल श्री पटेल ने सभी से आह्वान किया कि सिकल सैल की जाँच और जागरूकता हम सभी की सामूहिक ज़िम्मेदारी है। उन्होंने जनजाति गौरव दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा जबलपुर और छिंदवाड़ा के जनजातीय संग्रहालय के लोकार्पण के प्रति आभार ज्ञापित किया।मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि जल, जंगल और जमीन का अधिकार जनजातीय समाज का मूल अधिकार है। इसे अंग्रेज उनसे छीनना चाहते थे। भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों के अत्याचार, अनाचार के खिलाफ जनजातीय समाज को खड़ा किया और अंग्रेजों के खिलाफ दो स्तरों पर लड़ाई लड़ी। एक ओर उन्होंने जनजातीय समाज के मूल अधिकार की रक्षा की और दूसरी ओर ईसाई मिशनरियों द्वारा हमारे धर्म के साथ छेड़छाड़ कर हमारे जनजातीय भाइयों को ईसाई बनाने के कुत्सित प्रयासों को ध्वस्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में जनजाति गौरव को पुनर्स्थापित करने के लिए निरंतर कार्य किया जा रहे हैं। आज महान जनजाति नायक श्री बादल भोई और श्री शंकर शाह रघुनाथ शाह के संग्रहालय का लोकार्पण किया गया है। जनजातीय समाज हमारी संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखे है। भगवान श्रीराम के रावण के विरुद्ध संघर्ष में जनजातीय समाज ने सहयोग किया।डॉ यादव ने कहा कि जनजाति समाज के विकास और कल्याण के कार्यों में कोई कमी नहीं रखी जाएगी। नदी जोड़ो अभियान का लाभ पूरे देश को मिलेगा। बाणसागर परियोजना का पानी अब शहडोल जिले को भी मिलेगा। शहडोल में स्थाई हेलीपैड बनाया जाएगा। सरकारी सुविधाओं का लाभ हर व्यक्ति को मिलेगा। सरकार ने निर्णय लिया है कि यदि दुर्घटना में कोई भी व्यक्ति घायल होता है और पास में हवाई पट्टी है तो उसे उपचार के लिए हवाई मार्ग से अस्पताल ले जाया जाएगा।
राज्यपाल श्री पटेल एवं मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर शहडोल में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम के दौरान 229.66 करोड़ रूपये की लागत से 76 विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। इनमें 68.15 करोड़ रुपये की लागत से 33 विकास कार्यों का लोकार्पण तथा 161.51 करोड़ रुपये की लागत के 43 विकास कार्यों का भूमि-पूजन शामिल हैं। राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम गुटुम्ब, शैला नृत्य, करमा जैसे अन्य पारंपरिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गईं।
राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष ने की भगवान बिरसा मुंडा को पुष्पांजलि अर्पित
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज संसद भवन परिसर में स्थित प्रेरणा स्थल पर जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर उनकी 150वीं जयंती और जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर पुष्पांजलि अर्पित की।इस अवसर पर भारत के उप राष्ट्रपति एवं राज्यसभा अध्यक्ष जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला तथा अन्य गण्यमान्य व्यक्तियों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।इससे पूर्व श्री ओम बिरला ने एक्स पर संदेश लिखा, “आदिवासी अस्मिता और संस्कृति के गौरव, उलगुलान के प्रणेता, धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर सविनय नमन। भगवान बिरसा मुंडा का 150वां जन्मजयंती वर्ष आज से शुरू हो रहा है। जनजातीय गौरव दिवस के इस उपलक्ष्य पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं।
भगवान बिरसा देश, समाज और संस्कृति के लिए अपना सर्वस्व समर्पण कर देने वाले महानायक थे। उनके जीवन आदर्श हमें सदैव प्रेरित करते रहेंगे।वर्ष 2021 से 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है, ताकि जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों की बलिदान को सम्मानित किया जा सके। जनजातीय समुदायों ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में कई क्रांतिकारी आंदोलनों के माध्यम से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।यह दिवस जनजातीय समुदायों के इतिहास, संस्कृति और धरोहर को सम्मानित करता है, एवं देशभर में एकता, गर्व और जनजातियों का देश की स्वतंत्रता और प्रगति में योगदान के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
भगवान बिरसा मुंडा ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ उलगुलान (क्रांति) का नेतृत्व किया था और वह बाद में प्रतिरोध का प्रतीक बन गए। भगवान मुंडा का नेतृत्व राष्ट्रीय जागरण का कारण बना, और उनका योगदान जनजातीय समुदायों द्वारा गहरे सम्मान के साथ याद किया जाता है।इस अवसर पर, विभिन्न राज्यों से आए जनजातीय लोक कलाकारों ने संसद भवन परिसर के प्रेरणा स्थल पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं।(वार्ता)



