
नई दिल्ली । देश में एड्स के नए मरीजों की संख्या में 46 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि वैश्विक औसत 32 प्रतिशत है। वहीं, वैश्विक औसत 52 प्रतिशत के मुकाबले एड्स से संबंधित मृत्यु दर में भी 76 प्रतिशत की गिरावट आई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुरूवार को जारी इंडिया एचआईवी एस्टीमेट्स की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2010-2021 के बीच देश में एचआईवी के नए मरीजों की संख्या में 46.3 प्रतिशत की कमी आई है।
रिपोर्ट के मुताबिक देश में एचआईवी संक्रमित मरीजों की संख्या करीब 24 लाख है। महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश और कर्नाटक में सबसे ज्यादा एड्स के मरीज हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक देश में साल 2021 में नए संक्रमितों की संख्या 62.9 हजार है। हिमाचल प्रदेश( 73 प्रतिशत), तमिलनाडु( 72 प्रतिशत), तेलंगाना( 71 प्रतिशत) में एड्स के नए मरीजों की संख्या में तेजी से कमी दर्ज की गई है। वहीं, एड्स के मरीजों की संख्या पूर्वोत्तर राज्यों में तेजी से बढ़े हैं।
गुरूवार को विश्व एड्स दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेष सचिव एस गोपालकृष्णन ने राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (एनएसीपी) की उपलब्धियों और वर्ष के दौरान की गई महत्वपूर्ण गतिविधियों पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में बोलते हुए, विशेष सचिव ने एड्स के मरीजों की पहचान और उपचार पर जोर दिया । इस मौके पर नाको की महानिदेशक हेकाली झिमोमी ने देश में एचआईवी के मरीजों की संख्या को कम करने के लिए देश को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि साल 2030 में देश में एड्स के नए मरीजों की संख्या को शून्य करने का लक्ष्य रखा गया है, जो सभी के सहयोग से पूरा किया जाएगा। कार्यक्रम में नाको की निदेशक निधि केसरवानी, भारत में डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि डॉ. रोडेरिको एच. ओफ्रिन, यूएनएड्स के कंट्री डायरेक्टर डेविड ब्रिजर भी उपस्थित थे।(हि.स.)