शारदीय नवरात्रि में संत, कार्यकर्ता व सनातन ध्वजवाहक के रूप में योगी
नवरात्रि में गोरखपुर, काशी, प्रयागराज, देवीपाटन दौरे पर पहुंचे गोरक्षपीठाधीश्वर ने मंदिरों में निवेदित की श्रद्धा.सीएम योगी ने प्रथमा तिथि पर बुढ़िया माता, चतुर्थी तिथि पर लेटे हनुमान, पंचमी तिथि पर मां विशालाक्षी, काशी विश्वनाथ, अष्टमी तिथि पर मां पाटेश्वरी और विजयादशमी पर मानसरोवर मंदिर में ईश के चरणों में की पूजा-अर्चना.सीएम ने गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, देवीपाटन जैसे आध्यात्मिक शहरों में दर्शन-पूजन भी किया तो विकास की यात्रा को बढ़ाने में भी दिया योगदान .
- गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में किया अनुष्ठान तो भाजपा कार्यकर्ता के रूप में चुनावी समर भी संभाले रखा
- नवरात्रि में हर दौरे पर शासनिक दायित्व के साथ संत की भूमिका का भी किया निर्वाह
लखनऊ : नवरात्रि की प्रथम तिथि पर कलश स्थापना से लेकर महानिशा पूजन, कन्या पूजन, विजयादशमी, गोरखनाथ मंदिर से लेकर मान सरोवर शोभायात्रा तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अलग-अलग छवि में दिखे। एक तरफ प्रदेश के मुखिया के रूप में शासकीय दायित्वों को निभाया तो दूसरी तरफ गोरखपीठाधीश्वर के रूप में सनातन दायित्वों का भी निर्वहन किया। वहीं चुनावी समर में भी पहुंचकर भाजपा कार्यकर्ता की जिम्मेदारियों को भी पूरा किया। शारदीय नवरात्रि में योगी आदित्यनाथ संत, कार्यकर्ता व सनातन ध्वजवाहक के अलग-अलग रूपों में दिखे। नवरात्रि के दौरान सीएम योगी जहां-जहां भी गए, वहां-वहां मंदिरों में शीश झुकाकर समृद्ध उत्तर प्रदेश की कामना करना भी नहीं भूले।
प्रथमा तिथि पर बुढ़िया माता तो विजयादशमी पर मान सरोवर मंदिर पहुंचे योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवरात्रि की प्रथमा तिथि पर गोरखपुर के कुसुम्ही जंगल के बीच विराजीं मां बुढ़िया का दर्शन किया। यहां पूजा-अर्चना के उपरांत सीएम गोरखनाथ मंदिर पहुंचे और कलश स्थापना की। अगले दिन जनता दरबार लगाकर ‘जनार्दन’ का दर्शन किया। नवरात्रि में योगी आदित्यनाथ प्रदेश के कई जनपदों में दौरे पर पहुंचे और वहां भी दर्शन-पूजन किया। योगी आदित्यनाथ अष्टमी तिथि पर गोरक्षपीठ में पारंपरिक निशा पूजन में शामिल हुए। नवमी तिथि पर कन्या पूजन का अनुष्ठान किया। शनिवार को अखिल भारत वर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के अध्यक्ष के रूप में दंडाधिकारी की भूमिका का भी निर्वहन किया। गोरक्षनाथ के विशिष्ट पूजन व विजयादशमी पर गोरखनाथ मंदिर से मानसरोवर मंदिर तक शोभायात्रा की अगुवाई भी की। यहां उन्होंने प्रभु श्रीराम, माता जानकी, लक्ष्मण जी व संकटमोचन हनुमान की पूजा कर आरती भी उतारी।
नवरात्रि में विशालाक्षी मंदिर, मां पाटेश्वरी, काशी विश्वनाथ व लेटे हनुमान के दर पर भी पहुंचे मुख्यमंत्री
गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शारदीय नवरात्रि की प्रथम तिथि पर गोरखपुर में बुढ़िया माता मंदिर में जाकर दर्शन-पूजन किया। चतुर्थी तिथि पर प्रयागराज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लेटे हनुमान जी के चरणों में श्रद्धा के पुष्प चढ़ाए। पंचमी तिथि पर वाराणसी दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री ने विशालाक्षी मंदिर में भी श्रद्धा निवेदित की। इसके साथ ही उन्होंने काशी विश्वनाथ व काल भैरव का भी दर्शन-पूजन किया। सीएम ने गुरुवार सुबह को देवीपाटन में मां पाटेश्वरी के भी दर्शन किए। शासनिक दायित्वों के साथ ही योगी आदित्यनाथ ने संत के रूप में भी अपनी श्रद्धा निवेदित की। इसके अलावा गोरखनाथ मंदिर में अनुष्ठान, भारत सेवाश्रम संघ वाराणसी में भी मुख्यमंत्री ने दर्शन-पूजन किया।
पार्टी कार्यकर्ता के रूप में भी मिली जिम्मेदारियों को निभाने में नहीं रहे पीछे
यूं तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जम्मू-कश्मीर व हरियाणा चुनाव में कई बार दौरा कर कमल खिलाने की अपील की, लेकिन हरियाणा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन नवरात्रि की प्रथमा तिथि पर भी वहां पहुंचे और भाजपा कार्यकर्ता के रूप में मिली जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। वहां से गोरखपुर पहुंचकर संत के रूप में ईश्वर के चरणों में भी अपनी श्रद्धा निवेदित की।
मंदिर के शक्तिपीठ में मां जगतजननी की पूजा करने के बाद शुरू हुआ विजयादशमी का अनुष्ठान