
यूपी में 371 नए मामलों के साथ कोरोना मरीजों की संख्या 9 हजार के पार, अबतक 245 की मौत
सरकार की ओर से उठाये गये कदमों के कारण राज्य में कोरोना वायरस के कम मामले : योगी
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में पिछले कुछ दिनों से आई तेजी थमने का नाम नहीं ले रही है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 371 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही राज्य में कोविड-19 पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 9237 हो गई है। गुरुवार को प्रमुख स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि इस महामारी की चपेट में आकर प्रदेश के 245 लोगों की अभी तक मौत हुई है। उन्होंने कहा कि 9237 में से 5439 लोग इलाज के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं और इन सभी को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। वहीं राज्य में फिलहाल कोरोना के 3553 एक्टिव पेशेंट हैं, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट अन्य राज्यों के मुकाबले काफी अच्छी है। हमलोग इसे और सुधारने की दिशा में लगातार कार्य कर रहे हैं। अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि राज्य में फिलहाल 3579 लोग आइसोलेशन वार्ड में हैं और 7895 लोगों को फैसिलिटी क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। उन्होंने कहा कि इलाजरत मरीजों में से 78 को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है। वहीं मात्र 6 लोग वेंटिलेटर पर हैं। बाकी के सभी मरीजों की स्थिति ठीक है और उनका इलाज चल रहा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सरकार की ओर से समय पर की गई कार्रवाई की वजह से राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले कम रहे । योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब तक लगभग 8000 से कुछ अधिक मामले सूचित हुए हैं । इनमें से 5000 लोग पूर्णतया उपचारित होकर अपने घरों को जा चुके हैं और सक्रिय संक्रमण के मामलों की संख्या लगभग 3000 हैं।
उन्होंने कहा कि समय पर बरती गई मुस्तैदी और कोरोना महामारी को लेकर जागरूकता का ही नतीजा है कि इस संक्रमण के मामलों की संख्या उत्तर प्रदेश में कम है। संक्रमण को रोकने के लिए और प्रयास किए जाने की आवश्यकता को लेकर विपक्ष की आलोचनाओं पर योगी ने कहा कि उन्हें जमीनी हकीकत का एहसास नहीं है और वह अपने एयर कंडीशन ड्राइंग रूम में बैठकर महामारी के बारे में चर्चा कर रहे हैं। इस बीच राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश में वायरस के संक्रमण की जांच क्षमता बढ़कर 15000 सैंपल प्रतिदिन हो गई है और इस महीने के अंत तक यह 20000 सैंपल प्रतिदिन हो जाएगी।