
मुख्यमंत्री ने किया 7283 करोड़ रुपये की लागत वाले 91.35 किमी लंबे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे का लोकार्पण
इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देने से बीमारू के दंश से उबरकर इमर्जिंग स्टेट बना यूपी : मुख्यमंत्री.अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब पहुंचा योगी का एक्सप्रेसवे, व्यापार को लगेंगे पंख.सामरिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे.पर्यटकों, तीर्थयात्रियों और मरीजों के लिए वरदान साबित होगा एक्सप्रेसवे .नेपाल के साथ सांस्कृतिक और आर्थिक रिश्तों को मजबूत करेगा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे .
- इंफ्रास्ट्रक्चर की गति बढ़ने से होगी प्रगति तो आएगी समृद्धि : सीएम योगी
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट (ढांचागत विकास) की गति बढ़ेगी तो प्रगति भी तेजी से होगी। प्रगति तेज होने पर समृद्धि अपने आप आएगी। समग्र विकास के लिए आवश्यक है कि उसके अनुरूप इंफ्रास्ट्रक्चर का तेज गति से विकास किया जाए।
सीएम योगी शुक्रवार को रोड इंफ्रास्ट्रक्चर का उत्कृष्ट उपहार देने के सिलसिले को जारी रखते हुए 7283.28 करोड़ रुपये की लागत से बने 91.35 किमी लंबे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लोकार्पण के अवसर पर भगवानपुर टोल प्लाजा पर आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा दुनिया के विकसित देशों का विकास उनके बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर की ही देन है। 2017 के बाद उत्तर प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान दिया गया, उसका ही परिणाम है कि यूपी अब बीमारू राज्य की बदनामी से उबरकर इमर्जिंग स्टेट के रूप में पहचाना जा रहा है। देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनकर अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हो रहा है।
2017 के पहले यूपी में था बुनियादी सुविधाओं का अभाव
मुख्यमंत्री ने 2017 के पहले के उत्तर प्रदेश की दशा का उल्लेख करते हुए कहा कि तब उत्तर प्रदेश में विकास की बात तो दूर थी, यहां बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव था। गरीब कल्याण की योजनाओं का लाभ पात्रों को नहीं मिलता था। परम्परागत उद्यम बंदी के कगार पर थे। एक जिला एक माफिया पिछली सरकारों की देन थी। तब विकास की योजनाओं में बंदरबांट और माफिया का वर्चस्व था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में 2017 के बाद का उत्तर प्रदेश माफियामुक्त, गुंडामुक्त और दंगामुक्त राज्य बन चुका है। अब यह देश में पर्यटन और निवेश का बेहतरीन डेस्टिनेशन बन गया है। उन्होंने कहा कि 2017 के पहले यूपी में यह पता ही नहीं चलता था कि सड़क में गड्ढा है या गड्ढे में सड़क, पर अब यह प्रदेश एक्सप्रेसवे के नए संजाल से अर्थव्यवस्था को रफ्तार दे रहा है।
यूपी में अब पहचान का संकट नहीं
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में युवाओं के सामने अब पहचान का संकट नहीं है। पांच दिन पूर्व गृह मंत्री अमित शाह की मौजदूगी में 60 हजार से अधिक युवाओं को पुलिस में नियुक्ति का पत्र दिया गया। इसमें 12045 बेटियों की भर्ती हुई है। आजादी के बाद 2017 तक यूपी पुलिस में सिर्फ दस हजार महिलाओं की भर्ती हुई थी, अब यह संख्या 40 हजार से अधिक हो चुकी है।
पहले भर्ती होती तो वसूली पर निकल जाती चाचा-भतीजा की जोड़ी
मुख्यमंत्री ने कहा अब प्रदेश में सरकारी नियुक्तियों पर प्रश्न नहीं होते। अब जाति, क्षेत्र का भेद नहीं होता बल्कि भर्तियां मेरिट के आधार पर और आरक्षण के नियमों के अनुरूप होती हैं। उत्तर प्रदेश अब युवा ऊर्जा को सकारात्मक ऊर्जा में बदलने की दिशा में आगे बढ़ चुका है। उन्होंने बिना दो नेताओं का नाम लिए कहा कि पुलिस सहित सरकारी भर्तियां 2017 के पूर्व में होती तो चाचा-भतीजा की जोड़ी वसूली पर निकल गई होती। उन्होंने गृह मंत्री के उद्धरण का उल्लेख करते हुए कहा कि यूपी में अब पर्ची-खर्ची के बिना पारदर्शी तरीके से भर्ती होती है। मुख्यमंत्री ने कहा आठ साल में अकेले यूपी पुलिस में 2.16 लाख भर्ती हुई है जबकि कुल साढ़े आठ लाख से अधिक सरकारी भर्तियां हुई हैं।
सुरक्षा के बेहतर माहौल में आता है निवेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षा के बेहतर माहौल में अर्थव्यवस्था आगे बढ़ती है और निवेश आता है। यूपी में पिछले आठ सालों से यही हो रहा है। इस दौरान प्रदेश को 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए और उनमें से 15 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव को धरातल पर उतारा जा चुका है।
निवेश के आधार बन रहे एक्सप्रेसवे
सीएम योगी ने कहा यूपी के एक्सप्रेसवे निवेश के आधार बन रहे हैं। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के जरिए गोरखपुर के दक्षिणांचल में औद्योगिक विकास की नई नई पड़ रही है। उन्होंने कहा कि गीडा में पिछले आठ सालों में 15000 करोड़ रुपये के निवेश धरातल पर उतरे जिससे 40हजार स्थानीय नौजवानों को नौकरी और रोजगार मिला। उन्होंने कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बाद इस साल के अंत तक गंगा एक्सप्रेसवे की सौगात मिल जाएगी। इन एक्सप्रेसवे पर हर जिले में औद्योगिक क्लस्टर विकसित किया जा रहे हैं। इन औद्योगिक क्लस्टर में उद्योग लगेंगे, एमएसएमई की इकाइयां स्थापित होंगी, फिशरीज और एग्रीकल्चर के व्यवसाय की गतिविधियां आगे बढ़ेंगी।
कनेक्टिविटी में नम्बर एक बना उत्तर प्रदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा आज उत्तर प्रदेश रोड, रेल और एयर कनेक्टिविटी में नम्बर एक है। यूपी एक्सप्रेसवे के मामले में तो नम्बर एक है ही, सबसे लंबा रेल नेटवर्क भी यहीं है। यही नहीं, 2017 के पहले दो एयरपोर्ट वाले इस राज्य में आज 16 एयरपोर्ट हैं। चार इंटरनेशनल एयरपोर्ट आपरेशनल हैं और देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट नोएडा के जेवर में बन रहा है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर आरामदायक सफर, समय की भी बचत
सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर सफर आरामदायक है और इस पर समय की भी बचत होगी। गोरखपुर से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे होते हुए लखनऊ जाने में सिर्फ तीन घंटे लगेंगे। उन्होंने कहा कि यह लिंक एक्सप्रेसवे विकास की गति को भी बढ़ाने वाला है। एक्सप्रेसवे के संजाल से उद्योग लगेंगे और युवाओं को अपने ही क्षेत्र में रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या कोई सोचता था कि बेलघाट, खजनी, सिकरीगंज जैसे क्षेत्र एक्सप्रेसवे से जुड़ पाएंगे। पर, आज यह सोच साकार हुई है। 100 वर्ष पूर्व गोरखपुर के दक्षिणांचल से पलायन हुआ था अब वहां उद्योगों में नौकरी व रोजगार का सृजन होगा। इसके लिए निवेश प्रस्ताव अभी से मिलने लगे हैं।
राज्य के पहले आयुष विवि का राष्ट्रपति करेंगी लोकार्पण
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लोकार्पण समारोह के मंच से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि गोरखपुर के भटहट में बने राज्य के पहले आयुष विश्वविद्यालय का उद्घाटन 30 जून को राष्ट्रपति के हाथों होगा।
बढ़ता रहेगा विरासत और विकास के समन्वय का सिलसिला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश को विरासत और विकास के समन्वय वाला प्रदेश बताते हुए कहा कि अयोध्या, काशी, मथुरा, प्रयागराज, नैमिषारण्य, चित्रकूट आदि में इस समन्वय का अद्भुत रूप दिखता है। उन्होंने कहा कि इतिहास को विस्मृत कर कोई भी समाज आगे नहीं बढ़ सकता है। कहा कि उत्तर प्रदेश में विरासत और विकास का सिलसिला आगे बढ़ता रहेगा।
गांव से नगर तक, सभी जुड़ें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से
मुख्यमंत्री ने कहा 21 जून (शनिवार) को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। योग भारत की विरासत है और पीएम मोदी ने 11 वर्ष पूर्व इसे वैश्विक मान्यता दिलाई। उन्होंने कहा गांव से लेकर नगर तक के लोग अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का हिस्सा बनें। योग से जुड़कर स्वस्थ दिनचर्या की शुरुआत करें क्योंकि कहा गया है कि धर्म के साधनों के लिए शरीर माध्यम है, इसलिए शरीर को स्वस्थ रखना जरूरी है। योग दिवस पर पूरी दुनिया भारत के विरासत पर गौरव की अनुभूति करेगी।
सुरक्षा फ्लीट को रवाना किया सीएम योगी ने
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लोकार्पण समारोह में मंचीय कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपीडा की सुरक्षा फ्लीट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस एक्सप्रेसवे पर यात्री सुरक्षा के दृष्टिकोण से इस फ्लीट में 5 इनोवा, 5 कैम्पर, 4 एम्बुलेंस, 2 क्रेन और 1 हाइड्रा वाहन शामिल हैं।
यूपीडा की फोटो गैलरी का सीएम ने किया अवलोकन, निर्माण कार्मिकों संग खिंचाई फोटो
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल भगवानपुर टोल प्लाजा पर यूपीडा द्वारा लगाई गई फोटो गैलरी का भी अवलोकन किया। इसके साथ ही उन्होंने पैकेज-1 में काम करने वाली फर्म एपको इंफ्राटेक के निर्माण कार्मिकों के साथ फोटो खिंचाकर उनका उत्साहवर्धन किया।
टोल प्लाजा के समीप सीएम ने लगाया हरिशंकरी का पौधा
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लोकार्पण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवानपुर टोल प्लाजा के समीप हरिशंकरी (पीपल, बरगद, पाकड़) पौध का रोपण किया।
नेपाल से दिल्ली की दूरी और समय भी कम करेगा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों से शुक्रवार को हुए गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के भव्य लोकार्पण ने नेपाल आने-जाने वाले यात्रियों की सहूलियतें भी बढ़ा दी हैं। इसके साथ ही यूपी का एक अत्यंत महत्वपूर्ण एक्सप्रेसवे अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब पहुंच गया है, जहां से यात्रियों को वाया पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, आगरा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे नई दिल्ली तक की यात्रा बेहद सुखद हो जाएगी। 91 किलोमीटर लंबा फोरलेन एक्सप्रेसवे गोरखपुर से आजमगढ़ तक फैला है और नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मार्ग नेपाल से आने-जाने वाले यात्रियों के लिए सुगमता और सामरिक दृष्टि से भारत के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। साथ ही अंतरराष्ट्रीय व्यापार को भी इससे अत्यंत लाभ होगा।
मरीजों, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए वरदान साबित होगा एक्सप्रेसवे
नेपाल आने जाने वाले यात्रियों के लिए यह एक्सप्रेसवे एक वरदान है। गोरखपुर, जो आगे महाराजगंज में सोनौली बॉर्डर के जरिए नेपाल से जुड़ा है, नेपाल से आने और नेपाल जाने वाले पर्यटकों और तीर्थयात्रियों का प्रमुख प्रवेश द्वार है। इसके साथ ही यह एक्सप्रेसवे नेपाल से बीमारी का इलाज कराने आने वाले रोगियों और उनके तीमारदारों के लिए भी वरदान साबित होगा। यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर से लखनऊ तक का सफर केवल साढ़े तीन घंटे में पूरा करेगा, जिससे नेपाल से आने वाले लोग आसानी से उत्तर प्रदेश की राजधानी और वहां से दिल्ली, आगरा जैसे शहरों तक पहुंच सकेंगे। सोनौली बॉर्डर से गोरखपुर तक बस या टैक्सी से पहुंचने वाले यात्रियों को अब पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के साथ यह मार्ग तेज और सुरक्षित कनेक्टिविटी देगा। इससे लुंबिनी, पोखरा और काठमांडू जैसे स्थानों से भारत आने वाले पर्यटकों को समय की बचत होगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
सामरिक और रणनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है एक्सप्रेसवे
सामरिक दृष्टि से यह एक्सप्रेसवे भारत-नेपाल सीमा के नजदीक होने के कारण रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। गोरखपुर से 100 किलोमीटर दूर नेपाल सीमा के समानांतर यह मार्ग भारत की सीमा सुरक्षा को मजबूत करेगा। आपात स्थिति में सैन्य बलों और संसाधनों की त्वरित तैनाती में यह सहायक होगा। साथ ही, यह भारत-नेपाल व्यापार को गति देगा, क्योंकि नेपाल अपनी आयात आवश्यकताओं के लिए भारत पर निर्भर है। आगे चलकर यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे, जो नेपाल सीमा के और करीब होगा, इस मार्ग के साथ मिलकर क्षेत्र में व्यापार और कनेक्टिविटी के साथ ही सामरिक दृष्टि से भी भारत को और सशक्त करेगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे योगी सरकार की उस नीति का हिस्सा है, जिसने उत्तर प्रदेश को ‘एक्सप्रेसवे प्रदेश’ बनाया है। सातवां संचालित एक्सप्रेसवे होने के साथ यह स्थानीय रोजगार, औद्योगिक विकास और किसानों की खुशहाली को बढ़ावा देगा। नेपाल के साथ सांस्कृतिक और आर्थिक रिश्तों को मजबूत करने में यह मार्ग एक नया अध्याय लिखेगा।
पहचान के संकट से निकलकर आज आजमगढ़ बना अदम्य साहस का गढ़ : सीएम योगी
यूपी में 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए 100 से अधिक योग पार्क विकसित