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यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में विजिटर्स को हो रहे ‘रामायण दर्शन’, एआई से सृजित किए गए रामायण के अद्भुत प्रसंग

यूपीआईटीएस 2024 में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद से स्थापित किया गया रामायण दर्शन पवेलियन,लोगों की जुट रही भीड़.पवेलियन में रामायण के सभी प्रसंगों को एआई की मदद से किया गया सृजित, पुरातन वैभग के रूप में नजर आ रही अयोध्या.गुरुकुल शिक्षा, सीता स्वयंवर, वनवास, सीता हरण, लंका दहन और रावण वध जैसे विभिन्न प्रसंगों को 'रामायण दर्शन' में किया गया प्रदर्शित.

ग्रेटर नोएडा/लखनऊ । सनातन धर्म में मान्यता है कि भगवान हर कहीं हैं। वो सर्वत्र हैं, कण-कण में हैं तो ऐसा कैसे हो सकता है कि प्रदेश में कोई आयोजन हो और भगवान राम वहां न हों। ग्रेटर नोएडा में 25 सितंबर से 29 सितंबर तक आयोजित किए जा रहे ‘यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो’ के द्वितीय संस्करण (यूपीआईटीएस 2024) में भी ‘विश्व की सनातन संस्कृति के प्राण’ प्रभु श्रीराम और उनकी नगरी अयोध्या को सृजित किया गया है और वो भी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के माध्यम से। एआई रामायण दर्शन के नाम से एक पवेलियन को यहां स्थापित किया गया है, जिसमें सभी इमेजेस को एआई की मदद से जेनरेट किया गया है। इस पवेलियन में अयोध्या को उसके पुरातन वैभव की कल्पना के अनुरूप वास्तविक छवि में प्रस्तुत किया गया है तो भगवान राम के जीवनकाल से जुड़े विभिन्न प्रसंगों को भी भव्य तरीके से दर्शाया गया है। इस मनोरम पवेलियन में इन सभी छवियों के बीच बैकग्राउंड में बजता राम सिया राम का म्यूजिक इसकी आभा को और निखार रहा है तो वहीं यह लोगों की आस्था और आकर्षण का केंद्र भी बना हुआ है।

यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में विजिटर्स को हो रहे 'रामायण दर्शन', एआई से सृजित किए गए रामायण के अद्भुत प्रसंग

आध्यात्म और आधुनिकता का अद्भुत संगम

यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में उत्तर प्रदेश के संस्कृति विभाग की तरफ से ‘रामायण दर्शन’ नाम के स्टॉल को स्थापित किया गया है। यह एआई जेनरेटेड रामायण है, जिसमें भगवान श्री राम के जीवन चरित्र के सभी प्रमुख प्रसंगों की झलक विजिटर्स को देखने को मिल रही है। जिन प्रसंगों को यहां पर दिखाया गया है उसमें भगवान श्रीराम द्वारा भाइयों के साथ गुरुकुल में शिक्षा ग्रहण, सीता स्वयंवर, वनवास, सीता हरण, लंका दहन और रावण वध प्रमुख रूप से शामिल हैं। एआई के माध्यम से निर्मित छवियों में रामायण के सभी पात्रों में सादगी और वैभव, वास्तविकता और विरासत तथा अध्यात्म व आधुनिकता का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। यही कारण है कि यूपीआईटीएस में हर जगह इस प्रदर्शनी की चर्चा हो रही है। यही नहीं, देशी और विदेशी विजिटर्स का यहां आना जाना लगा हुआ है। विजिटर्स का कहना है कि प्रदर्शनी को देखकर उन्हें सुकून महसूस होता है और पूरा माहौल राममय हो जाता है। लोग यहां पर आकर सेल्फी भी ले रहे हैं और संपूर्ण रामायण का साक्षात्कार कर प्रभु श्रीराम के प्रेरक प्रसंगों की छवि को खुद में आत्मसात कर रहे हैं।

यूपीआईटीएस 2024 के दूसरे दिन 18 हजार से अधिक खरीदारों तथा 40 हजार से अधिक आगंतुकों ने हिस्सा लिया

उत्तर प्रदेश को ‘उत्तम व उद्यम प्रदेश’ बनाने के लिए प्रयासरत योगी सरकार ने प्रदेश की वैश्विक पहचान को सुदृढ़ करने की दिशा में मील का पत्थर रख दिया है। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित हो रहे उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो के दूसरे संस्करण के अंतर्गत दूसरे दिन विभिन्न प्रकार के नॉलेज सेशंस का आयोजन किया गया। गुरुवार को भारत वियतनाम व्यापार मंच के सत्र, ई कॉमर्स सत्र तथा एकेटीयू की ओर से इनोवेशन व स्टार्टअप को लेकर सेशन का आयोजन किया गया। इन सेशंस में दक्षिण एशियाई व आसियान बाजारों में उत्तर प्रदेश के उत्पादों के प्रवेश का मार्ग सुनिश्चित करने के लिए यूपी-वियतनाम की साझेदारी को लेकर प्रतिबद्धता जताई गई। वहीं, ई कॉमर्स तथा इनोवेशन व स्टार्टअप से सेशन में देश दुनिया में बदलते डिजिटल इको सिस्टम में उत्तर प्रदेश की भागीदारी को लेकर अंतर्दृष्टि साझा की गई। इस दौरान सीएम योगी के विजन में बनीं सेक्टोरल पॉलिसीज पर भी फोकस किया गया।

दूसरे दिन 40 हजार से अधिक आगंतुक पहुंचे वेन्यू

इस पांच दिनी कार्यक्रम का आगाज बुधवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़, सीएम योगी तथा केंद्रिय एमएमएमई मंत्री जीतन राम मांझी की उपस्थिति में हुआ तथा उद्योग जगत के इस वैश्विक आयोजन का समापन 29 सितंबर को होगा। ऐसे में, कार्यक्रम के दूसरे दिन 18 हजार से अधिक खरीदारों तथा 40 हजार से अधिक आगंतुकों ने हिस्सा लिया। इस दौरान, विभिन्न सेशंस व कार्यक्रमों में योगी सरकार की ओर से केबिनेट मंत्री (एमएसएमई) राकेश सचान, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री सुनील कुमार शर्मा और मेरठ की आयुक्त शिलवी कुमारी समेत विभिन्न अधिकारीगण, वैश्विक दिग्गज कंपनियों के प्रतिनिधि व अन्य उपस्थित रहे।

रणनीतिक साझेदारी पर योगी सरकार का फोकस

गुरुवार को यूपीआईटीएस 2024 के अंतर्गत आयोजित सेक्टोरल सेशंस में पहला सेशन भारत व वियतनाम की रणनीतिक साझेदारी और उसमें उत्तर प्रदेश की सहभागिता को लेकर केंद्रित था। इस सेशन का आयोजन वियतनाम द्वारा पार्टनर कंट्री के रूप में किया गया था जिसमें वियतनाम के राजदूत गुयेन थान है समेत वियतनामी डेलिगेशन ने हिस्सा लिया। इस सेशन में योगी सरकार की ओर से केबिनेट मंत्री (एमएसएमई) राकेश सचान, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री सुनील कुमार शर्मा, एमएसएमई विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार समेत विभिन्न पदाधिकारी शामिल थे। कार्यक्रम में वियतनाम और भारत एक-दूसरे के रणनीतिक स्थानों का उपयोग क्रमशः दक्षिण एशियाई और आसियान बाजारों के प्रवेश द्वार के रूप में कर सकते हैं। इससे उत्तर प्रदेश के उत्पादों के भी इन मार्केट्स में पहुंच बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा। इस अवसर पर, राकेश सचान ने कहा कि भारत और वियतनाम दोनों के पास प्राचीन सांस्कृतिक संबंध हैं जो उन्हें स्वाभाविक साझेदार बनाते हैं। उन्होंने निवेशकों, विशेष रूप से पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में, उत्तर प्रदेश में निवेश के अवसरों पर कार्य करने के लिए आमंत्रित किया, जो भारत में एक प्रमुख आध्यात्मिक गंतव्य के रूप में उभरा है।

ई-कॉमर्स सत्र में दिग्गज कंपनियों के वक्ताओं ने साझा की रणनीति

कार्यक्रम के अंतर्गत दूसरे सत्र में ई-कॉमर्स सेक्टर को लेकर इनसाइट साझा की गई। इसमें वैश्विक ई-कॉमर्स लीडर अमेजन, शीर्ष-स्तरीय फिनटेक प्लेटफ़ॉर्म पिंग पॉन्ग और खुदरा विक्रेताओं के लिए प्रसिद्ध बिग कॉमर्स जैसी कंपनियों के दिग्गजों ने मंच साझा करते हुए उपस्थित लोगों के साथ अमूल्य अंतर्दृष्टि तथा वास्तविकता आधआरित रणनीतियाँ साझा कीं। इस सत्र में राकेश सचान ने डिजिटल परिवर्तन के माध्यम से छोटे और मध्यम उद्यमों को सशक्त बनाने, नवाचार को बढ़ावा देने और ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से बाजार की पहुँच बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।

इनोवेशन और स्टार्टअप ईको सिस्टम के विकास को लेकर भी हुए सेशन

गुरुवार को आयोजित हुए विभिन्न नॉलेज सेशंस में उद्यमियों, उभरते उद्योगों, स्टार्ट-अप्स और नए व्यापार आकांक्षियों के लिए तीन बैक टू बैक सेशंस का आयोजन किया गया।’इनोवेशन और स्टार्ट-अप’ सत्र का संचालन अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (एकेटीयू) द्वारा किया गया। इस सेशन में एकेटीयू की उत्कृष्टता को बढ़ावा देने वाली पहलों के बारे में जानकारी दी गई। एकेटीयू के कुलपति, प्रोफेसर जे. पी. पांडे ने इस सेशन में “अकादमिक उत्कृष्टता से उद्यमिता तक की यात्रा” पर एक प्रस्तुति दी। एकेटीयू इनोवेशन हब के प्रमुख माहीप सिंह और इनोवेशन हब की प्रबंधक वंदना शर्मा ने सेशन में बताया कि कैसे इनोवेशन हब उत्तर प्रदेश में उद्यमियों और स्टार्ट-अप्स को सशक्त बना रहा है और स्थानीय स्टार्ट-अप्स के लिए फंडिंग का मार्ग खोल रहा है।

योगी सरकार की मदद से संवर रही ओडीओपी उद्यमियों की जिंदगी

आंखों में तरक्की के सपने थे, उद्यम को बुलंदी तक पहुंचाने का जज्बा भी था, यूपी के उद्यमियों में दिन-रात मेहनत कर अपने उत्पाद को बड़े शहरों की दहलीज तक ले जाने का जुनून भी था। लेकिन 2017 से पहले उद्यमियों का जुनून, जज्बा और मेहनत सरकारी उदासीनता के आगे पस्त थे। नतीजा, कारोबार तो चौपट हुआ ही, हौसले भी टूट गए। लेकिन कहते हैं ना भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं। 2017 में बदतर कानून व्यवस्था से आजिज आ चुकी यूपी की जनता ने योगी सरकार पर भरोसा जताया। योगी आदित्यनाथ ने उस भरोसे को टूटने नहीं दिया। मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था की स्थिति तो सुदृढ़ की ही, उद्यमियों की भी सुध ली। जिसका नतीजा यह निकला कि एक समय हताश, निराश हो चुके उद्यमी आज कारोबारी सफलता की नई गाथा लिख रहे हैं। ग्रेटर नोएडा में आयोजित यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो ऐसे ही ओडीओपी उद्यमियों की सफलता की कहानियां सुना रहा है।

पुश्तैनी कारोबार छोड़ मुंबई में बेचनी पड़ी भेलपूरी

यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के ओडीओपी पवेलियन में अपना हुनर दिखा रहे सोहित कुमार प्रजापति कहते हैं कि काली मिट्टी से बर्तन (ब्लैक पॉटरी) बनाने का उनका पुश्तैनी काम है। लेकिन सरकारी सहायता नहीं मिलने के कारण एक समय ऐसी स्थिति भी आई कि सोहित को मजबूरन अपना पुश्तैनी काम छोड़ मुंबई जाकर भेलपूरी तक बेचना पड़ा। कोरोना काल में मुंबई से अपने पैतृक निवास लौटे सोहित को हर तरफ अंधेरा नजर आ रहा था। बकौल सोहन, योगी सरकार ने एक जिला एक उत्पाद के तहत ब्लैक पॉटरी को शामिल किया तो सरकारी मदद से इस कारोबार की रौनक लौट आई। यूपी सरकार ने सोहित को स्विटजरलैंड भी भेजा। ट्रेड शो ने सोहित के कारेाबार को नई उंचाई दी है।

मृतप्राय उद्यम में योगी सरकार ने फूंकी जान

यूपी का बांदा जिला शजर पत्थरों से बने आभूषणों के लिए जाना जाता है। शजर पत्थरों के कारोबार से जुड़े द्वारिका प्रसाद शर्मा कहते हैं कि एक समय पूरे बांदा में 80 फैक्ट्रियां थी। लेकिन पूर्व की सरकारों ने इस उद्योग की तरफ ध्यान नहीं दिया। एक समय तो ऐसा भी आया कि बांदा में केवल 3 कारखाने बचे। 2017 में योगी सरकार ने इस मृतप्राय उद्यम में जान फूंकी। ओडीओपी में इसे चुना गया। सरकार ने लोन भी दिया और सब्सिडी भी। विभिन्न प्रदर्शनियों में सरकार की तरफ से स्टॉल मुहैया कराया गया। यही नहीं जी-7 अतिथियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बतौर गिफ्ट जो उत्पाद दिए थे उसमें शजर भी शामिल था। योगी सरकार द्वारा मदद मिलने का नतीजा है कि आज इस कारोबार में 50 से 60 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हुई है।

20 दिव्यांग बच्चों को यूपी सरकार ने भेजा सिंगापुर

दिव्यांग डेवलपमेंट सोसायटी मूकबधिर बच्चों की संस्था है। मनप्रीत कौर बताती हैं कि दिव्यांग बच्चे कैंडल समेत अन्य उत्पाद बनाते हैं। पहली बार ये बच्चे ट्रेड शो में भाग ले रहे हैं, लेकिन इनके हाथों बने बेहतरीन उत्पाद दर्शकों को अपनी ओर खींचने में सफल हो रहे हैं। बकौल मनप्रीत योगी सरकार ने इन बच्चों के हौसलों को नई उड़ान दी है। 2018 में रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 2018 में ही संस्था के 20 दिव्यांग बच्चों को यूपी सरकार ने प्रशिक्षण के लिए सिंगापुर भेजा। भावुक मनप्रीत कहतीं हैं कि इन बच्चों ने कभी ट्रेन में भी सफर नहीं किया था, लेकिन योगी आदित्यनाथ ने इन्हें हवाई जहाज का सफर कराया।

मुश्किल वक्त में सरकार ने थामा हाथ

ओडीओपी पवेलियन में ग्लॉस हैंडीक्रॉफ्ट के स्टॉल को दर्शक काफी पसंद कर रहे हैं। स्टॉल संचालक प्रतीश कुमार कहते हैं कि वो 1990 से इस कारोबार से जुड़े हैं। लेकिन दुर्भाग्य है कि पहले लोग इसे जानते तक नहीं थे। योगी सरकार ने एक जिला एक उत्पाद के तहत इस उद्यम को प्रमोट किया तो लोगों में कौतूहल बढ़ा। लोग घरों के सजावट में उत्पादों का प्रयोग करने लगे। बकौल प्रतीश योगी सरकार से उन्हें 5 लाख रुपये का लोन मिला था। लोन से उन्होंने ना केवल संयत्र खरीदने बल्कि कारोबार के विस्तार में भी मदद मिली। यूपी सरकार का ट्रेड शो आयोजन कई लिहाज से मददगार है। विदेशों से खरीदार आए हुए हैं, कईयों ने प्रोडक्ट में दिलचस्पी भी दिखाई है।

कुछ ऐसा ही कहना है बांदा जिले के कमल आहूजा का। ओडीओपी पवेलियन में मिलेट्स से बनी कुकीज का स्टॉल लगाने वाले कमल बताते हैं कि योगी सरकार लगातार उद्यम को प्रोत्साहित कर रही है। गत वर्ष केंद्र की मोदी सरकार और सूबे की योगी सरकार ने मोटे अनाज को लगातार प्रोत्साहित किया। कमल स्थानीय किसानों से ज्वार, बाजरा खरीदकर बिना चीनी की कुकीज बनाते हैं। योगी सरकार से मिले लोन से कमल ने पैकेजिंग मशीनें खरीदी। आज इनके बनाए उत्पाद दुबई, नेपाल, भूटान भी भेजे जा रहे हैं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले दिन इनके स्टॉल पर भी आए थे।

सरकारी मदद मिली तो शौक बना कारोबार

यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में शिप्रा शर्मा का स्टॉल दर्शकों के कौतुहल का केंद्र बना हुआ है। बेकार बोतलों पर मधुबनी, लिप्पन और मंडाला आर्ट का ऐसा फ्यूजन प्रयोग किया है कि दर्शक वाह-वाह कर रहे हैं। बकौल शिप्रा इससे पर्यावरण संरक्षण भी हो रहा है। 7 साल पहले लिप्पन आर्ट को शौकिया अपनाने वाली शिप्रा ने यूपी सरकार से मिल रही मदद से अपने कारोबार को ना केवल आगे बढ़ाया बल्कि ट्रेड शो में भी दस्तक दीं। वह कहतीं हैं कि महिला उद्यमियों को यूपी सरकार प्रोत्साहित कर रही है। उन्हें ट्रेड शो में स्टॉल दिया गया। इससे उनके उद्यम में बढ़ोत्तरी की राहें खुलेंगी।

नए एंटरप्रिन्‍योर्स के लिए वरदान साबित हो रहा यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो

इंडिया एक्‍सपो सेंटर एवं मार्ट में बुधवार से शुरू हुआ उत्‍तर प्रदेश अंतर्राष्‍ट्रीय ट्रेड शो नए एंटरप्रिन्‍योर्स के लिए वरदान साबित हो रहा है। अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर का मंच मिलने से ये एंटरप्रिन्‍योर्स न केवल उत्‍साहित हैं, बल्कि योगी सरकार द्वारा कारोबार को बढ़ाने के लिए बड़ा प्लेटफार्म देने और प्रोत्‍साहन से भी काफी खुश हैं। उनका कहना है कि इतने बड़े मंच पर अपने उत्‍पादों की प्रदर्शनी लगाना उनके लिए काफी महत्‍वपूर्ण है, क्‍योंकि यहां उनके उत्‍पादों को न केवल भारत, बल्कि भारत के बाहर से आने वाले बॉयर्स से भी काफी अच्छा रिस्‍पांस मिल रहा है, जो उनके कारोबार को बढ़ाने के लिए मील का पत्‍थर साबित होगा।

277 नए एक्सपोर्टर्स ने लगाए हैं स्‍टॉल

उत्‍तर प्रदेश अंतर्राष्‍ट्रीय ट्रेड शो युवा उधमियों के लिए कितना महत्वपूर्ण है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस शो के एक्‍सपोर्ट पवेलियन में आए लगभग 400 एक्सपोर्टर्स में 277 नए एक्सपोर्टर्स हैं, इनमें अधिकांश एक्सपोर्टर्स ऐसे हैं, जिन्‍होंने 2-3 साल पहले ही अपना कारोबार शुरू किया है। इस प्रदर्शनी में उनके उत्‍पादों को काफी पंसद किया जा रहा है और बॉयर्स उनके उत्‍पादों की खरीदारी में काफी रुचि दिखा रहे हैं।

सीए की नौकरी छोड़ शुरू किया स्‍टॉर्टअप

सिद्धार्थनगर के युवा कारोबारी दिव्‍यम आहार के फाउंडर दिलीप चौहान ने सीए की अच्‍छी खासी नौकरी छोड़कर दिव्‍यम आहार नाम से अपना स्‍टॉर्टअप शुरू किया है, जो अब गति के साथ आगे बढ़ रहा है। दिलीप चौहान कहते हैं, हम काला नामक राइस बनाते हैं, जिसको काफी अच्‍छा रिस्‍पांस आ रहा है। उन्‍होंने कहा, सरकार जिस तरह स्‍टॉर्टअप को बढ़ावा दे रही है, वह हम जैसे युवाओं के लिए काफी महत्‍वपूर्ण साबित हो रहा है। उन्‍होंने कहा, यह प्रोडेक्‍ट वन डिस्ट्रिक, वन प्रोडेक्‍ट के अंतर्गत आता है। हमें भारत के साथ ही विदेशों से भी अच्‍छा रिस्‍पांस मिल रहा है। यह सब सरकार के स्‍पोर्ट और प्रोत्‍साहन से संभव हो पा रहा है।

विदेश के बॉयर्स आने से हूं उत्‍साहित

चीनी मिट्टी इंडिया की फाउंडर मथुरा निवासी गार्गी गौर भी अंतर्राष्‍ट्रीय ट्रेड फेयर जैसा मंच मिलने से काफी उत्‍साहित हैं। उन्‍होंने कहा, हमें दूसरी बार इस ट्रेड फेयर में शामिल होने का मौका मिला है। पिछली बार भी हमें बहुत अच्‍छी अपॉरच्‍यूनिटी मिली थी। हमारे पास बहुत सारी एजेंसी के लोग आए थे। इस बार भी बहुत उत्‍साहित हैं, क्‍योंकि इंडिया के अलावा बाहर के देशों से भी लोग आ रहे हैं। हमें अच्‍छा रिस्‍पांस मिलने की वजह से यह ट्रेड फेयर हमारे लिए बहुत बड़ी अपॉरच्‍यूनिटी साबित हो रही है।

जर्मनी, नेपाल और ऑस्‍ट्रेलिया जैसे देशों में हो रहा एक्‍सपोर्ट

टेराकोटा उत्‍पाद का कारोबार करने वाले गोरखपुर के युवा एन्‍टरप्रिन्‍योर सहर्ष ने कहा कि यहां आयोजित हुआ बी-टू-बी सेशन के माध्‍यम से उन्‍हें काफी रिस्‍पांस मिला है। इसमें बहुत सारे एक्सपोर्टर्स से कनेक्‍ट होने का मौका भी मिला। उन्‍होंने कहा कि हमारे उत्‍पादों को काफी पंसद किया जा रहा है। हाल में ही जर्मनी, नेपाल और ऑस्‍ट्रेलिया जैसे देशों में भी एक्‍सपोर्ट करने का अवसर मिला है। उन्‍होंने कहा, ऐसी प्रदर्शनी के माध्‍यम से अपने उत्‍पादों को एक्‍सपोजर करने का मौका मिलता है, जो हमारे से काफी बड़ी अपॉरच्‍यूनिटी है।

मिल रहा है बहुत अच्‍छा रिस्‍पांस

हाथ से भगवानों की पोशाक बनाने का व्‍यवसाय करने वाली वृंदावन, मथुरा निवासी कीर्ति ने कहा कि उत्‍तर-प्रदेश अंतर्राष्‍ट्रीय ट्रेड शो जैसा मंच मिलना मेरे लिए बहुत ही बड़ी बात है। उन्‍होंने कहा कि हमने पिछले साल भी यहां स्‍टॉल लगाया था, तब भी बहुत अच्‍छा रिस्‍पांस मिला था और इस बार भी बहुत अच्‍छा रिस्‍पांस मिल रहा है। उन्‍होंने कहा, मैं यहां दूसरी बार ट्रेड फेयर में आईं हूं। पिछली बार भी बहुत अच्‍छा रिस्‍पांस मिला था और इस बार भी बहुत अच्‍छा रिस्‍पांस मिल रहा है। चाहे ओवरसीज क्‍लाइंट्स की बात हो या फिर बी-टू-बी क्‍लाइंट की बात हो, या फिर इंडिया या इंडिया के बाहर होल सेल के तहत शॉप लगाने की बात, हर जगह से अच्‍छा रिस्‍पांस मिल रहा है। उन्‍होंने कहा, इस बार फेयर में दिल्‍ली-एनसीआर के साथ ही हरियाणा, पंजाब के साथ ही आसपास के क्षेत्रों से काफी लोग आ रहे हैं। सभी को स्‍टॉल बहुत अच्‍छी लग रही है। उन्‍होंने कहा, यह प्रदेश सरकार का बहुत बड़ा सहयोग है कि मुझे अपने उत्‍पाद को इतना बड़ा एक्‍सपोजर देने का मौका मिल रहा है।

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