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पुरातन मान्यताओं को पुनर्जीवित करने के लिए बधाई के पात्र हैं सीएम योगीः राजेंन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर

महाकुम्भ-2025 के अंतर्गत शनिवार को केरल,तमिलनाडु के गवर्नर ,नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सीईओ आशीष चौहान, एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया, एक्टर वशिष्ठ एन सिम्हा समेत कई सेलिब्रिटीज ने पवित्र डुबकी लगाकर किया विधिवत पूजन-अर्चन.महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को मिल रही उत्तम व्यवस्था के लिए योगी सरकार, पुलिस व स्थानीय प्रशासन का किया धन्यवाद.बोले, सनातन संस्कृति की जीवंत अभिव्यक्ति और भारत की अखंडता का प्रतीक है महाकुम्भ.

  • अर्लेकर ने विधिवत पूजन-अर्चन कर मां गंगा से की देश की अखंडता को अक्षुण्ण रखने और विकास के पथ पर अग्रसर रहने की कामना

महाकुम्भ नगर । महाकुम्भ-2025 में अपनी दिव्यता-भव्यता के साथ ही नित नए सोपानों की ओर अग्रसर है। शनिवार को इस क्रम में केरल के गवर्नर राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने भी त्रिवेणी संगम में स्नान कर खुद को धन्य माना। अर्लेकर ने परिवार समेत त्रिवेणी संगम में स्नान कर पुरातन मान्यताओं को पुनर्जीवित करने के लिए सीएम योगी को अभिनंदन का पात्र बताया। वहीं, शनिवार को ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सीईओ आशीष चौहान ने पत्नी सोनल चौहान संग पुण्य की डुबकी लगाकर विधिवत पूजन-अर्चन किया। जबकि, प्रसिद्ध एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया ने अपनी अपकमिंग फिल्म के महाकुम्भ मेला क्षेत्र में आयोजित टीजर लॉन्च इवेंट में हिस्सा लिया। इस दौरान उनके साथ केजीएफ फेम एक्टर वशिष्ठ एन सिम्हा भी थे। तमन्ना भाटिया ने सपरिवार त्रिवेणी संगम में विधिवत पूजन-अर्चन कर स्नान किया और इसे जीवन में एक बार होने वाली अनुभूति करार देते हुए महाकुम्भ में दिव्य व्यवस्थाओं को लेकर हर्ष जताया।

देश के विकास व अखंडता की कामना

केरल के गवर्नर राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने सपरिवार त्रिवेणी संगम स्नान कर खुद को धन्य माना। महाकुम्भ को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे देश की पुरातन परंपरा महाकुम्भ में साकार हो रही है। इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ अभिनंदन के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ में अद्भुत व्यवस्था करने के लिए सीएम योगी को बधाई देता हूं। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और पुलिस द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ हमारे राष्ट्रीय एकात्मता का भी प्रतीक है। उन्होंने कहा कि देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु यहां आ रहे हैं जो महाकुम्भ के विराट स्वरूप और लोगों के बीच इसको लेकर सहज आकर्षण को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि हम एक राष्ट्र हैं, पुरातन राष्ट्र हैं ऐसे में यहां डुबकी लगाने के बाद हमें हमारे सनातन गौरव की अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि मेरी गंगा मैया, यमुना मैया व सरस्वति मैया से प्रार्थना है कि हमारे देश में ऐसा ही एक वातावरण कायम रहे जिससे हमारे देश की प्रगति उत्तरोत्तर होती रहे और राष्ट्रीय एकात्मता बनी रहे। उन्होंने कहा कि यह यह बेहद प्रसन्नता का विषय है कि सनातन मूल्यों के प्रति लोग जागृत हो रहे हैं।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सीईओ आशीष चौहान ने लगाई पवित्र डुबकी

शनिवार को ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सीईओ आशीष चौहान ने पत्नी सोनल चौहान संग त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई और विधिवत पूजन-अर्चन किया। इसी प्रकार, केजीएफ फेम एक्टर वशिष्ठ एन सिम्हा ने भी त्रिवेणी संगम में स्ना कर खुद को धन्य मानते हुए इसे कभी न भूलने वाला क्षण करार दिया। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को बॉलीवुड एक्टर राजपाल यादव ने दारागंज घाट पर स्नान कर पिता की अस्थियां प्रवाहित की थीं। इस दौरान राजपाल यादव के परिजन भी उनके साथ मौजूद रहे।

तमिलनाडु के राज्यपाल ने संगम में किया पुण्य स्नान, बोले- महाकुम्भ पूरे देश को एकता के सूत्र में पिरोता है

महाकुम्भ के पावन अवसर पर तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि ने शनिवार को संगम में पवित्र स्नान कर महापर्व की आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव किया। उन्होंने तमिलनाडु की सुख-समृद्धि के साथ साथ सम्पूर्ण राष्ट्र के कल्याण के लिए विशेष प्रार्थना की। राज्यपाल ने कहा कि महाकुम्भ केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का केंद्र है। जो एक भारत श्रेष्ठ भारत के संकल्प को सुदृढ़ करता है। राज्यपाल ने महाकुम्भ को सनातन संस्कृति की जीवंत अभिव्यक्ति बताते हुए कहा कि यह पर्व भारत की अखंडता और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि भारत की आत्मा इसकी सनातन परंपरा में बसती है। महाकुम्भ उस परंपरा का ऐसा प्रतीक है जो पूरे देश को एकता के सूत्र में पिरोता है।

60 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

महाकुम्भ के महापर्व में अब तक 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। यह संख्या महाकुम्भ की दिव्यता और जन-जन की आस्था का जीवंत प्रमाण है। राज्यपाल ने कहा कि यह पर्व न केवल आत्मिक शुद्धि का अवसर है, बल्कि विश्व कल्याण की भावना को भी मजबूत करता है।

भारत की आध्यात्मिक चेतना का केंद्र

राज्यपाल आर.एन. रवि ने कहा कि महाकुम्भ भारत की गहराई से जुड़ी आध्यात्मिक चेतना को प्रकट करता है। यहां करोड़ों लोग एक ही लक्ष्य आत्मिक उत्थान और विश्व कल्याण के लिए संगम तट पर एकत्र होते हैं।

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