शहीद वीर नारायण सिंह नगर(रायपुर) : कांग्रेस के 85वें राष्ट्रीय अधिवेशन के शुरू होने के महज कुछ ही घंटे शेष है,लेकिन अभी तक तय नही हैं कि पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण करने वाली कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों का चुनाव होगा या नही।कांग्रेस के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने आज यहां प्रेस कान्फ्रेंस में कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों के चुनाव के बारे में पूछे जाने पर कहा कि अभी कुछ भी तय नही हैं कि चुनाव होगा या नही।इस बारे में कल सुबह होने वाली स्टीयरिंग कमेटी की बैठक के बाद ही स्थिति स्पष्ट होंगी।
उन्होने कहा कि वैसे हम चुनाव के लिए तैयार है।श्री रमेश ने गैर कांग्रेसी दलों पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस इकलौती पार्टी है जहां अध्यक्ष तक का मतदान के जरिए चुनाव होता है।उन्होने पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा के साथ दिल्ली विमानतल पर हुई घटना एवं उसके बाद उच्चतम न्यायालय से उन्हे मिली राहत का उल्लेख करते हुए कहा कि मोदी सरकार के तमाम प्रयत्नों के बाद भी उच्चतम न्यायलय उम्मीद की किरण बना हुआ है।हालांकि मोदी सरकार के कई मंत्री न्यायपालिका को धमकी देने में लगे है।उन्होने कहा कि लोकतंत्र के लिए स्वतंत्र न्यायपालिका जरूरी हैं।श्री रमेश ने कहा कि जी-20 के देश विदेश में स्लोगन में..इंडिया मदर आफ डेमोक्रेसी..को प्रचरित किए जा रहा है पर आज हालात.. मर्डर आफ डेमोक्रेसी.. के बन गए है।
संविधान में प्रदत्त वाक स्वतंत्रता खतरे में है।उन्होने कहा कि ईडी के छत्तीसगढ़ में पिछले तीन दिनों से छापे और आज पवन खेड़ा के साथ हुई घटना कांग्रेस अधिवेशन को प्रभावित करने की कोशिश है।उन्होने कहा कि हम पीछे हटने वाले लोग नही है।उन्होने कहा कि संसद में बोलने पर उसे रिकार्ड से निकाल दिया जा रहा है और सड़क पर बोलने पर एफआईआर हो रही है।गौतम अडानी को लेकर 15 दिनों में कांग्रेस 45 सवाल पूछ चुकी है लेकिन एक का भी मोदी सरकार ने जवाब नही दिया है।उन्होने कहा कि अधिवेशन के बाद सोमवार से फिर सवाल पूछेंगे और पूछते ही रहेंगे।श्री रमेश ने अधिवेशन में विपक्षी एकता को लेकर चर्चा के बारे में पूछे जाने पर कहा कि(प्रवर्तन निदेशालय) ईडी के खिलाफ विपक्ष के बीच पूरी एकजुटता है।
उन्होने कहा कि सात आठ राज्यों में कांग्रेस का पहले से ही गठबंधन है। 2024 से पहले कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है।उन्होने कहा कि सशक्त कांग्रेस के बगैर विपक्षी एकता प्रभावशाली नही हो सकती।उन्होने कहा कि कोई गठबंधन अगर और बड़े पैमाने पर बनता है तो एक कामन कार्यक्रम होना चाहिए तथा प्रधानमंत्री की नीयत एवं नीतियों पर सभी को एकजुटता से आवाज उठानी होगी।उन्होने अडानी प्रकरण में संयुक्त संसदीय समिति की विपक्ष की मांग से तृलमूल कांग्रेस के अलग रूख की ओर इंगित करते हुए कहा कि दो चेहरा नही होना चाहिए।कांग्रेस का एक ही चेहरा है और एकता के पक्षधर दूसरे विपक्षी दलों से भी उसकी यहीं अपेक्षा है।
श्री रमेश ने गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाड़ी की तरह ही श्री पवन खेड़ा पर असम के सुदूर इलाके में एफआईआर दर्ज करने का उल्लेख करते हुए कहा कि इन दिनों भाजपा के शीर्ष पर बैठे लोगो के नापसन्द लोगो के खिलाफ कार्रवाई का असम नया केन्द्र बन गया है।असम के मुख्यमंत्री हिमन्त बिश्व शर्मा 25 साल तक कांग्रेस में थे और भाजपा की दृष्टि में तब भ्रष्टाचारी थे अब उन्हे हर समय भाजपा में अपनी वफादारी का प्रमाण पत्र देना पड़ता है।(वार्ता)