त्यौहारी सीजन में बसों की हो रही दिक्कत, खराब सड़के बन रही बाधा
वाराणसी। क्षतिग्रस्त सड़कों के कारण वाराणसी -गाजीपुर ,वाराणसी- आजमगढ़ व बलुआघाट समेत कई मार्गों पर बसों के संचालन पर काफी असर पड़ रहा है। तमाम यात्रियों को समय से बसें नहीं मिल पा रही तो लोग प्राइवेट वाहनों के सहारे यात्रा करने को मजबूर हैं। रोडवेज द्वारा यदि अतिरिक्त इंतजाम नहीं हुए तो आगामी त्यौहारों पर आगे दिक्कतें और बढ़ जाएंगी। आशापुर चन्द्रा चौराहे से गौरा तक सड़क चौपट है जिससे वाराणसी – बलुआ घाट मार्ग पर यात्रा करना बेहद खतरनाक हो चला है। यह मार्ग लंबे समय से खराब है। वैकल्पिक मार्गो पर आवाजाही बढ़ी तो आसपास के सम्पर्क मार्ग भी अब काफी खराब हो गए है। खराब सड़कों के कारण लोकल बसों का संचालन बेहद कम होने से सर्वाधिक दिक्कत ग्रामीण इलाकों के लोगों को हो रही। बता दें कि पूर्व में इन मार्गों की सेहत पहले काफी अच्छी थी लेकिन आशापुर चन्द्रा मार्ग पर जलनिकासी न होने से सड़क बनते ही चौपट हो जाती है।
एक्सप्रेस वे निर्माण तथा बीच ,बीच में सड़क खराब होने से कई बस संचालको ने इन मार्गो से बसें हटा ली है, कोरोना कॉल के बाद रोडवेज की बसें भी पहले की तरह नहीं चल रही। इसी तरह वाराणसी, गाजीपुर से भरौली, बारा एवं जमानिया के लिए बसों का संचालन काफी कम हो चला है। इन मार्गो पर नियमित बस न होने से उधर के यात्री भी परेशान हैं। एनएच निर्माण व कई जगह सड़क टूटने की वजह से भरौली तक रोडवेज बस के संचालन पर असर पड़ा है। इसके चलते उजियार, कुंडेसर, भांवरकोल आदि के यात्रियों को भी भारी परेशानी शुरू हो गई है। लॉक डाउन के बाद इन मार्गो पर यात्रियों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है। इन दिनों गाजीपुर-कठवामोड़ से सिधाघरघाट, गाजीपुर-करंडा मार्ग तथा गाजीपुर -जखनियां तक चलने वाली रोडवेज बस भी बंद है। गाजीपुर में पहले रोडवेज की 87 बसों का बेडा था, जो वर्तमान में 51 बसों तक सिमट कर रह गया है। वाराणसी – गाजीपुर से मऊ ,बलिया के तमाम मार्गों पर बढ़ रहे यात्रियों के बीच बसों की संख्या काफी कम है। आगे दीपावली भैया दूज व डाला छठ पर अतिरिक्त इंतजाम नहीं हुए तो फजीहत बढ़नी तय है।