70 साल के इतिहास में किसानों को सही मायने में आजादी मिली -स्मृति ईरानी
किसान बिल का विपक्ष द्वारा किए जा रहे विरोध को बताया गलत,रोहनियां में केंद्रीय मंत्री किसानों से हुई रूबरू,
वाराणसी। केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण और वस्त्र मंत्री स्मृति ईरानी आज रोहनिया के शहंशाह पुर स्थित कृषि एवं सब्जी अनुसंधान केंद्र पहुंची और किसानों से रूबरू हुई। उन्हों ने कहा कि 70 साल के इतिहास में पहली बार किसान को सही मायने में प्रधानमंत्री ने आजादी दिलाई है। उन्होंने कहा कि विपक्ष की पार्टियों ने इस कानून का विरोध कर निंदनीय और अशोभनीय कार्य किया है। केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान किसानों से नए कानून को लेकर चर्चा भी की।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश का किसान देश के किसी भी राज्य या हिस्से में किसी व्यक्ति अथवा संगठन को अब अपनी उपज बेच सकता है। नये नियमानुसार किसान की फसल खरीदने वालों को 3 दिन के अंदर फसल का भुगतान करना पड़ेगा। इस प्रक्रिया से बिचौलिए व दलाल जहां दूर-दूर हो जाएंगे, वहीं इंस्पेक्टर राज पर भी काफी अंकुश लगेगा। किसान अपनी फसल को बेचने का मूल्य स्वयं निर्धारित करेगा। नया कानून बिचौलियों की कमर को तोड़ देगा, उनके जंजीरों से किसानों को मुक्ति मिल जाएगी। उन्होंने बताया कि अब तक किसान सम्मान निधि में 10 करोड़ किसानों के खाते में 90 हजार करोड़ से अधिक की धनराशि भेजी जा चुकी है। मत्स्य संपदा योजना के लिए ₹30 हजार करोड़ का बजट आवंटित किया गया। हाथरस घटना पर उन्होंने कहा कि हमारी मुख्यमंत्री से बात हुई है। एसआईटी की रिपोर्ट आने पर मुख्यमंत्री दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र में सरकार बनने के बाद निर्भया फंड में महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रत्येक राज्य सरकारों को 9000 करोड़ रूपया दिया गया है ।