
वायु प्रदूषण से बचने के लिए दिखाएं समझदारी
स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है वायु प्रदूषण
वायु प्रदूषण से बचाव के लिए पौधरोपण और जागरूकता जरूरी
महराजगंज। वायु प्रदूषण से बचने के विशेष समझदारी दिखाने की जरूरत है। वायु प्रदूषण सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। वायु प्रदूषण से आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी, चलने में थकावट और सीने में दर्द आदि के लक्षण प्रदर्शित हो सकते है। ऐसे में तत्काल चिकित्सक से सलाह लें।
उक्त बातें डिप्टी सीएमओ डाॅ.वीर विक्रम सिंह ने कही। वह सदर सीएचसी सभागार में ‘ टू गेदर फार क्लीन एअर ‘ थीम पर चलाए जाने वाले जागरूकता कार्यक्रम के सम्बन्ध में उपस्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षकों, प्राथमिक स्वास्थ्य के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों और स्वास्थ्य कर्मियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जन समुदाय को वायु प्रदूषण से बचने के लिए जागरूक करें। गांव गांव बैनर व पोस्टर लगाएं ।
लोगों को बताएं कि वायु प्रदूषण से आंखों में जलन, स्वसन रोग, त्वचा रोग, हृदय रोग से ग्रसित हो सकते हैं । इनमें से पांच वर्ष से छोटे बच्चे, सांस के रोगी, बुजुर्ग व्यक्ति, गर्भवती तथा हृदय रोग के मरीज उच्च जोखिम समूह में आते हैं, उनको विशेष रूप से जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि इन दिनों आंख, त्वचा रोग तथा सांस से संबंधित मरीज बढ़े हैं। आंख में जलन, खुजली, लालिमा और आंख में दर्द की शिकायत बता रहे हैं। सांस से संबंधित जो मरीज आ रहे हैं, जो वायु प्रदूषण की वजह से परेशान हैं। ऐसे मरीजों को इलाज के साथ सावधानी बरतने की भी सलाह दें।
इस अवसर पर एसीएमओ आरसीएच डाॅ.राकेश कुमार, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डाॅ.केपी सिंह, डाॅ.अखिलेश यादव, डाॅ. अंग्रेज सिंह, डाॅ. अमित विक्रम, डाॅ. प्रकाश चौधरी, डाॅ. अशोक कुमार, डाक्टर मनोज, डाॅ. विपीन शुक्ला प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।
प्रदूषण से बचाव के उपाय
– सुबह शाम घर की खिड़कियाँ और दरवाजे बंद रखें।
-धुआं रहित वाहनों का प्रयोग करें।
-अधिक से अधिक पौधरोपण करें।
-पटाखे, कूड़ा, पत्तियां, पराली आदि न जलाएं।
-ध्रूमपान से बचें। ध्रूमपान कर सड़क पर न फेकें।
-घर के पास प्लास्टिक न जमा होने दें।
-प्लास्टिक से मवेशियों के जीवन पर खतरा उत्पन्न होता है।
-घर का कूड़ा कचरा कूड़ेदान में रखें।