
दुद्धी में धूँ-धूँ कर जला 51 फीट का रावण, जय श्री राम के उदघोष से गूंजा पांडाल
दुद्धी, सोनभद्र- नगर के रामलीला मैदान पर शुक्रवार की शाम श्री राम के बाण लगते ही रावण की विशालकाय 51 फीट का पुतला धूँ धूँ कर चल उठा।प्रभु श्री राम के बाण से रावण के अंत होते ही पूरा पण्डाल जय श्री राम के उदघोष से गूंज उठा।
इसके पूर्व श्रीराम और रावण दल में भयंकर युद्ध का सुंदर मंचन हुआ। अंत में श्रीराम के अग्निबाण ने अहंकारी रावण का अंत कर दिया। रावण से अंतिम समय में लक्ष्मण ने श्रीराम के आदेश पर शिक्षा ग्रहण किया।रावण ने मरते समय अपने मुख से श्रीराम बोलते हुए प्राण त्याग दिया।दुद्धी कस्बे में स्थापित सभी दुर्गा माँ की प्रतिमाएं कस्बा भ्रमण करते हुए रामलीला मैदान पहुची।जहां कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक हरिराम चेरो एवं विशिष्ट अतिथि नगर पंचायत अध्यक्ष राजकुमार अग्रहरि रहे।
मुख्य अतिथि हरिराम चेरो ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्रीराम के आदर्शों को आत्मसात करते हुए सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए।दुद्धी एक ऐसी जगह जहाँ एक से बढ़कर एक कार्यक्रम का सफल आयोजन होता है।दुद्धी की रामलीला काफी विख्यात है।हम आशा करते हैं कि यह परम्परा अनवरत चलता रहेगा। उन्होंने पूर्व जिला संघचालक एवं लोकतंत्र के सेनानी डॉ राजकिशोर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे महान विभूति की कमी समाज के लिए अपूर्णीय क्षति है।उनके आदर्श हमारे लिए प्रेरणा साबित होंगे।जिसका हमें अनुसरण करना चाहिए।अंत में उन्होंने ऐतिहासिक एवं सफल कार्यक्रम के लिए रामलीला कमेटी,दुर्गा पूजा समिति समेत सभी धार्मिक कमेटियों का आभार जताया।
इस दौरान श्रीराम लीला कमेटी अध्यक्ष रविन्द्र जायसवाल, महामंत्री आलोक कुमार अग्रहरि, कमलेश सिंह कमल,व्यास प्रेमचंद मिश्रा,उप जिलाधिकारी रमेश कुमार, पुलिस उपाधीक्षक राम आशीष यादव,जेबीएस अध्यक्ष कन्हैयालाल अग्रहरि, सचिव सुरेन्द्र गुप्ता,देवनारायण, नन्दलाल, अमरनाथ जायसवाल, दिनेश आढ़ती,अधिशासी अधिकारी भारत सिंह, सभी दुर्गा पूजा समिति के पदाधिकारी सहित सैकड़ो गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासनिक अधिकारियों की टीम मेले का भ्रमण करती रही। जिसमें उप जिलाधिकारी रमेश कुमार, पुलिस उपाधीक्षक राम आशीष यादव, कोतवाल राघवेंद्र सिंह मयफोर्स के साथ डटे रहे।