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आईएसआईएस और ‘अंसार गजवा-वा तुल’ आतंकी संगठनों से जुड़ा है मुर्तजा !

गोरखपुर । गोरखनाथ मंदिर के सुरक्षा कर्मियों पर हमला करने वाले अहमद मुर्तजा को लेकर कई बड़े-बड़े खुलासे हो रहे हैं। अब नया खुलासा हुआ है कि वह आईएसआईएस और ‘अंसार गजवा-वा तुल’ जैसे कई आतंकी संगठनों के सम्पर्क में था। गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने वाले मुर्तजा अब्बासी विश्व के कई आतंकी संगठनों से जुड़े होने की साक्ष्य मिले है। उसने लोगों को आतंकी स्लीपर सेल से जोड़ने के लिए एक एप भी बनाया था। तहकीकात और पूछताछ में यह पता चला है कि घटना को अंजाम देने से पहले मुर्तजा ने आठ बार आतंकी अबू हजमा के विडियो को देखा था। इसके अलावा अरब देश में नाटो से गोरिल्ला लड़ाई की वीडियो क्लिप भी मुर्तजा ने सैकड़ों बार देखा था।

वह भारत-नेपाल बॉर्डर के जनपद सिद्धार्थनगर, महराजगंज, जामनगर और मुबंई सहित कई जगहों के मदरसों व मरकज के भी संपर्क में रहा है। खुफिया एजेंसीज ने 31 मार्च को 16 संदिग्धों की एक सूची उप्र पुलिस को भेजी थी, जिसमें अहमद मुर्तजा का भी नाम था। वह एटीएस की रडार पर था।अब एटीएस उसे लेकर सिद्धार्थनगर और महाराजगंज जा रही है, क्योंकि हमले से पहले वह दो दिन तक सिद्धार्थनगर के बांसी में ही ठहरा था। यहीं से उसने बांका भी खरीदा था, जिससे जवानों पर हमला किया था। इतना ही नहीं, इस मामले की जांच के क्रम में एटीएस की अलग-अलग टीमों ने गोरखपुर के साथ ही कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर और जौनपुर में डेरा डाला हुआ है।

अरबी भाषा की डिवाइस मिली

एटीएस की जांच में मुर्तजा के खिलाफ कई साक्ष्य मिले हैं। करीब आठ मिनट की ये वीडियो क्लिप मुर्तजा के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में अरबी भाषा में अबीद के नाम से पाई गई है। अब तक की जांच में सामने आया है कि मुर्तजा आतंकी संगठनों से जुड़ा स्लीपर सेल हो सकता है। इसी दिशा में एटीएस पहले से काम कर रही है। मुर्तजा खुद एक केमिकल इंजीनियर है। उसने एक ऐप भी डेवलप किया था।

एनआईए ने भी जांच की शुरु

मामले की जांच पूर्वांचल और नेपाल के साथ ही मुबंई, जामनगर और कोयंबटूर तक पहुंच गई है। एटीएस के साथ ही इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अब एनआईए ने भी अपने स्तर से जांच शुरू कर दी है। हमलावर मुर्तजा के लैपटॉप से अब तक टीम को गोरखनाथ मंदिर के नक्शा के अलावा, देश विरोधी वीडियो, कट्टरपंथी जाकिर नाइक के वीडियो के अलावा मजहबी साहित्य मिले। उसके मोबाइल फोन से आतंकी कनेक्शन होने के सबूत हाथ लगे हैं।

21 माह से एटीएस के रडार पर था मुर्तजा

एटीएस की निगाह मुर्तजा पर 21 महीने से थी और वह लगातार उसे ट्रैक कर रही थी। खुफिया एजेंसीज ने 31 मार्च को 16 संदिग्धों की एक सूची यूपी पुलिस को भेजी थी, उसमें अहमद मुर्तजा का भी नाम था। एटीएस,एसटीएफ,आईबी,एनआईए के अलावा पर पांच पुलिस की टीमें में जांच में जुटी हैं।

गोरखनाथ मंदिर परिसर में हमले का गुजरात कनेक्शन का खुलासा

उत्तर प्रदेश के गोरखनाथ मंदिर में हमले का अब गुजरात कनेक्शन सामने आ रहा है। इस मामले में गुजरात एटीएस की टीम जांच के लिए उत्तर प्रदेश का दौरा करेगी। जानकारी मिली है कि गोरखनाथ मंदिर में हमले का आरोपित इससे पहले जामनगर गया था। गुजरात एटीएस को शक है कि मुर्तजा अब्बासी देश विरोधी गतिविधियों में शामिल है। अब्बासी मुर्तजा का बैकग्राउंड जानने के लिए यूपी एटीएस मुंबई पहुंच गई है। इसी बीच एटीएस को सूचना मिली कि आरोपित मुर्तजा गुजरात के जामनगर भी गया था। आरोपित मुर्तजा जब दों लोगों के साथ गोरखपुर मंदिर में घटना को अंजाम देने पहुंचा था। तब उसके परिजन फरार हो गए थे। पुलिस मुतर्जा के उन दोनों साथियों की तलाश कर रही है। पता लगा है कि गुजरात एटीएस जांच के लिए गोरखपुर जाएगी। आरोपित के पिता ने दावा किया कि उनका बेटा मानसिक रूप से बीमार था। इस पर डॉक्टरों का कहना है कि आरोपित अब्बासी मुर्तजा मानसिक रूप से परेशान नहीं है और वह जांच को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।

गोरखनाथ मंदिर में हमले मामले में एटीएस ने आरोपी की पहली पत्नी से की पूछताछ

गोरखनाथ मंदिर में तैनात दो सुरक्षा कर्मियों को घायल करने वाले आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी की पहली पत्नी उम्मे सलमा से एटीएस ने अहम जानकारियां जुटाई और वापस लौट गई। आरोपित अहमद मुर्तजा के बारे में जब गहनता से जांच शुरु की गई तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। वहीं, उसकी पहली पत्नी जौनपुर की रहने वाली है तो उससे पूछताछ के लिए एटीएस का एक दल यहां डेरा डाला हुआ था। मंगलवार को एटीएस ने आरोपित की नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के सब्जी मण्डी स्थित उसके ससुराल पहुंचकर परिवार से बातचीत की।

आरोपित की पहली पत्नी के पिता मुजफ्फरूल हक ने बताया कि वर्ष 2019 के जून माह में उन्होंने अपनी बेटी की शादी अहमद मुर्तजा से की थी। शादी के कुछ दिन बीतने के बाद उसकी सास उसे परेशान करने लगी तो सितम्बर 2019 को बेटी को वापस अपने घर बुला लिया। कुछ दिन बाद ही अब्बासी ने फोन पर पत्नी को तलाक दे दिया था। बताया कि परिवार से हमारी पुरानी रिस्तेदारी थी। मुर्तजा के पिता मुनीर अब्बासी हमारे बुआ के लड़के थे। इस कारण हमने बेटी की शादी करने से पहले कोई जांच-पड़ताल नहीं किया। हालांकि अब हमारा उस परिवार से कोई लेना देना नहीं है। मुझे तसल्ली इस बात की है कि हमारा उस परिवार से बहुत पहले ही रिश्तेदारी खत्म हो चुकी थी। अन्यथा मुझे अपने कौम में अपने जनपद में शर्मसार होना पड़ता।

वहीं, मुर्तजा की पहली पत्नी उम्मे सलमा का कहना है कि उनके साथ लगभग डेढ़ महीने थी। इस दौरान उसके बारे में कोई ठोस जानकारी उसके पास नहीं है, क्योंकि वह ज्यादातर समय अपने ऑफिस में रहता था और शाम को लौटने के बाद अपने माता-पिता के साथ ज्यादा समय व्यतीत करता था। हमारा उससे कोई लेना-देना नहीं है, इसलिए मुझे बेवजह परेशान न किया जाए। सूत्रों से यह भी खबर मिली है कि मुर्तजा 19 मार्च को नेपाल गया था और वहां पर एक अपने साथी से मिला था। वह नेपाल जेल से भागा हुआ और आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त है। लिहाजा एटीएस की एक टीम नेपाल भी जायेगी। यूपी की टीम लगातार नेपाल पुलिस के सम्पर्क में है।

विदित हो कि गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में मुस्तैद सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने के बाद हरकत में आयी खुफिया विभाग और जांच एजेंसिया आरोपी मुर्तजा अब्बासी से पूछताछ कर रही है। जांच पड़ताल में उसका विदेशी कनेक्शन मिला। आतंकवादी संगठनों से सम्पर्क का अंदेशा होने के कारण मुर्तजा के हर ठिकाने, उसके नाते-रिश्तेदारों व करीबियों के बारे में एटीएस जानकारी जुटाने लगी है।

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