इंडिगो की 800 से अधिक उड़ानें रद्द, यात्री परेशान, सरकार ने तय किया अधिकतम किराया
देश की निजी विमान सेवा कंपनी इंडिगो द्वारा शनिवार को 800 से अधिक उड़ानें रद्द किए जाने से हजारों यात्री फंसे रहे और हवाई अड्डों पर अफरा-तफरी का माहौल रहा। उड़ानों के रद्द होने से अचानक किरायों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई, जिसके बाद केंद्र सरकार ने हस्तक्षेप कर घरेलू रूटों पर अस्थायी अधिकतम किराया निर्धारित किया। सरकार ने एयरलाइंस को यात्रियों को बिना शुल्क री-शेड्यूलिंग और पूरा रिफंड देने का निर्देश दिया है। इंडिगो ने परिचालन बाधित होने का कारण क्रू प्रबंधन और नए नियम लागू होने से जुड़ी तकनीकी समस्याओं को बताया और सेवा जल्द सामान्य होने का आश्वासन दिया।
- सरकार ने हस्तक्षेप कर तय किया अधिकतम किराया, एयरलाइन ने माफी मांगते हुए रिफंड का भरोसा दिया
नयी दिल्ली । निजी विमान सेवा कंपनी इंडिगो की देशभर में शनिवार को 800 से अधिक उड़ानें रद्द रहीं, जिसके कारण हजारों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। एयरपोर्टों पर लंबी कतारें लग गयीं और कई यात्री अपने गंतव्य तक समय पर नहीं पहुँच सके। इस दौरान किराए में अचानक वृद्धि और सीमित विकल्पों ने यात्रियों की चिंता और बढ़ा दी।
एयरलाइंस की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि रद्द की गई उड़ानों की संख्या घटकर 850 से कम हो गई है और कंपनी आने वाले दिनों में परिचालन को सामान्य करने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। एयरलाइन ने यह भी स्वीकार किया कि नई उड़ान ड्यूटी समय सीमा (FDTL) से जुड़े नियम लागू होने के बाद स्टाफ और पायलट प्रबंधन में कठिनाइयाँ उत्पन्न हुईं, जिसके कारण शेड्यूल प्रभावित हुआ।
इंडिगो ने अपने बयान में यात्रियों से असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हुए कहा कि रद्द की गई उड़ानों के लिए टिकट का पूरा पैसा वापस किया जाएगा तथा री-शेड्यूलिंग पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। एयरलाइन के अनुसार 5 से 15 दिसंबर के बीच बुकिंग कराने वाले यात्रियों को विशेष छूट दी जाएगी।
विमान किराए में तेजी से बढ़ोतरी को देखते हुए केंद्र सरकार ने हस्तक्षेप करते हुए घरेलू उड़ानों के लिए अस्थायी रूप से अधिकतम किराया तय कर दिया है, ताकि एयरलाइंस मनमाने तरीके से किराया न बढ़ा सकें। निर्धारित सीमा के अनुसार लंबी दूरी की उड़ानों के टिकट 7,500 रुपये से 18,000 रुपये के बीच रखे गए हैं। सरकार ने दिशा-निर्देश जारी करते हुए सभी एयरलाइंस को किराया सीमा का पालन करने, रिफंड की प्रक्रिया तेज करने और यात्रियों की शिकायतों का तत्काल निपटान करने के निर्देश दिए हैं।
इधर, विशेषज्ञों का कहना है कि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए एयरलाइंस को स्टाफिंग, शेड्यूलिंग और क्रू प्रबंधन की योजनाओं को मजबूत करना होगा। एयर एविएशन क्षेत्र से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों का मत है कि अचानक लागू हुए नियमों और पर्याप्त तैयारी के अभाव से व्यवधान बढ़ा।
उधर, विमानन नियामक डीजीसीए (DGCA) ने परिचालन सामान्य करने के लिए कुछ प्रावधानों में अस्थायी राहत प्रदान की है। उम्मीद जताई जा रही है कि 10 से 15 दिसंबर के बीच उड़ान सेवा सामान्य होने लगेगी। फिलहाल, सरकार और एयरलाइन दोनों स्थिति पर लगातार निगरानी बनाए हुए हैं।
इंडिगो ने शनिवार को 1,500 से ज्यादा उड़ानों का किया परिचालन
पायलटों की कमी और परिचालन संबंधी समस्या का सामना कर रही निजी विमान सेवा कंपनी इंडिगो ने शनिवार को 1,500 से अधिक उड़ानों का संचालन किया।इंडिगो की रद्द उड़ानों की खबरों और परेशान यात्रियों की तस्वीरों के बीच एयरलाइंस ने आज एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि उसने शुक्रवार को 700 से अधिक उड़ानों का परिचालन किया था, और शनिवार को आधी रात तक यह संख्या 1,500 से अधिक हो जायेगी।
10 बैंकों से फर्जी दस्तावेजों पर लोन, बिल्डरों की मिलीभगत, 8 आरोपी गिरफ्तार



