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मिस्र में मोदी सर्वोच्च राजकीय सम्मान से सम्मानित किये गए

नई दिल्ली । मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने काहिरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ पुरस्कार से सम्मानित किया। ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ मिस्र का सर्वोच्च राजकीय सम्मान है।मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने उन्हें इस सम्मान से नवाजा। इससे पहले पीएम मोदी ने राजधानी काहिरा में बनी हजार साल पुरानी अल-हकीम मस्जिद का दौरा किया था।‘ऑर्डर ऑफ द नील’ सम्मान की स्थापना साल 1915 में मिस्र के सुल्तान हुसैन कामेल ने की थी। यह सम्मान मिस्र के लिए उपयोगी सेवा प्रदान करने वाले व्यक्तियों को दिया जाता है। साल 1953 में राजशाही समाप्त होने से पहले भी यह सम्मान सबसे बड़े सम्मानों में से एक था। इसके बाद साल 1953 में मिस्र के गणतंत्र बनने के बाद ‘ऑर्डर ऑफ द नील’ को मिस्र के सर्वोच्च राजकीय सम्मान के रूप में दिया जाने लगा।

नौ सालों में पीएम मोदी को 13 देशों से मिला राजकीय सम्मान

मिस्र द्वारा नवाजे गए ऑर्डर ऑफ द नाइल के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पिछले नौ सालों में 12 अन्य राजकीय सम्मान मिले हैं। ये सम्मान पापुआ न्यू गिनी, फिजी, पलाऊ गणराज्य, भूटान, अमेरिका, बहरीन, मालदीव, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, फिलिस्तीन, अफगानिस्तान, साऊदी अरब द्वारा दिए गए हैं।

मोदी ने की योग गुरुओं से मुलाकात

मिस्र की राजकीय यात्रा पर गये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार शाम काहिरा में कुछ महत्वपूर्ण हस्तियों के साथ-साथ दो प्रमुख योग प्रशिक्षकों से मुलाकात की।श्री मोदी ने योग प्रशिक्षक नाडा अदेल और रीम जाबक, हसन अल्लम होल्डिंग कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हसन अल्लम और मिस्र के प्रसिद्ध लेखक एवं पेट्रोलियम रणनीतिकार तारेक हेग्गी से मुलाकात की।श्री मोदी ने ट्वीट किया, “श्री नाडा एडेल और सुश्री रीम जबक पूरे मिस्र में योग को लोकप्रिय बनाने के लिए सराहनीय प्रयास कर रहे हैं। काहिरा में उनके साथ अद्भुत बातचीत हुई।” प्रधानमंत्री ने योग के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए उनकी प्रशंसा की और उन्हें भारत आने के लिए न्योता दिया। एक बयान में कहा गया कि उन्होंने प्रधानमंत्री को मिस्र में योग के प्रति भारी उत्साह की जानकारी दी।

श्री मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “हसन अल्लम होल्डिंग कंपनी के सीईओ हसन अल्लम के साथ मेरी मुलाकात फलदायी रही। अर्थव्यवस्था और निवेश से संबंधित विषयों के अलावा मुझे मिस्र में सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के प्रति उनके जुनून को सुनकर बहुत आनंद आया।”हसन अल्लम होल्डिंग कंपनी मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीकी क्षेत्र में काम करने वाली मिस्र की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, बुनियादी ढांचे और निर्माण क्षेत्रों में भारतीय कंपनियों के साथ घनिष्ठ सहयोग बनाने की संभावनाओं पर चर्चा की।

प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “प्रख्यात विचारक हेग्गी तारेक के साथ बातचीत करके खुशी हुई। उन्होंने वैश्विक मुद्दों पर अपने व्यावहारिक विचार साझा किये। मैं विभिन्न संस्कृतियों से संबंधित मुद्दों पर उनके समृद्ध ज्ञान की प्रशंसा करता हूं।”दोनों के बीच वैश्विक भू-राजनीति, ऊर्जा सुरक्षा, कट्टरवाद और लैंगिक समानता से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई। मिस्र के ग्रैंड मुफ्ती के साथ अपनी मुलाकात पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मिस्र के ग्रैंड मुफ्ती महामहिम प्रोफेसर शॉकी इब्राहिम अल्लम से मिलकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। भारत-मिस्र संबंधों विशेष रूप से सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के संबंधों पर समृद्ध चर्चा हुई।’

मिस्र यात्रा ऐतिहासिक रही : मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी मिस्र यात्रा को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा है कि इससे भारत और मिस्र के संबंध अधिक मजबूत होंगे तथा दोनों देशों के लोगों को फायदा होगा।श्री मोदी ने दो दिन की यात्रा संपन्न होने के बाद स्वदेश रवाना होने से पहले कहा किउनकी मिस्र यात्रा ऐतिहासिक रही है और इससे दोनों देशों के संबंध मजबूत होंगे तथा दोनों देशों के लोगों को फायदा होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह राष्ट्रपति अल सीसी , उनकी सरकार और मिस्र के लोगों के स्नेह के लिए धन्यवाद देते हैं।

श्री मोदी ने कहा कि वह मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मेडबोली को भी धन्यवाद देते हैं कि जो उनके साथ ऐतिहासिक पिरामिड देखने गये। इस दौरान हमने अपने देशों के समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास पर चर्चा के साथ साथ आने वाले समय में संबंधों को मजबूत बनाने पर चर्चा की।प्रधानमंत्री अमेरिका की यात्रा संपन्न होने के बाद शनिवार को अपनी पहली मिस्र यात्रा पर काहिरा पहुंचे थे।(वार्ता)

मोदी के स्वागत में मिस्र की युवती ने गाया.. ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे..

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन पर शनिवार को यहां उनके अभिनंदन के लिए आयोजित सार्वजनिक समारोह में मिस्र की एक युवती ने उन्हें हिंदी गीत – ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे.. तोड़ेंगे दम मगर तेरा साथ न छोड़ेंगे.. गा कर उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी ने लयबद्ध मधुर गायन के लिए उसकी सराहना की।

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