
दिल्ली के मेयर का चुनाव नहीं, हंगामा चाहती है आप:मनोज तिवारी
नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली नगर निगम के मेयर पद के चुनाव में गतिरोध के लिए आम आदमी पार्टी (आप) को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि आप का मकसद केवल हंगामा खड़ा करना है।भाजपा के लोक सभा सदस्य एवं दिल्ली प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी ने नगर निगम की मंगलवार को हुई बैठक में हंगामे के कारण मेयर का चुनाव न हो पाने के मुद्दे पर संवाददाताओं से कहा, “आम आदमी पार्टी चुना नहीं चाहती, उनका मकसद हंगाम करना है। उनके नेता बाहर कहते हैं कि वे चुनाव करवाना चाहते हैं, पर सदन में उनके सदस्य हंगामा करते हैं।”
उन्होंने कहा कि इस तरह की स्थिति से नुकसान होता है। आम आदमी पार्टी का रवैया अलोकतांत्रिक है। हम इसकी निंदा करते हैं।गौतलब है कि दिल्ली के मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के सदस्यों के चुनावों की प्रक्रिया निपटाने के लिए मंगलवा को सदन की बैठक बुलाई गयी थी, पर हंगामे के कारण बैठक स्थगित कर दी गई। एमसीडी के सिविक सेंटर में वोटिंग शुरू होते ही भारी हंगामा शुरु हो गया। हंगामे के बीच दोनों पार्टियों के सदस्य एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे ।हंगामे के कारण सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। पहली बैठक गत छह जनवरी को हुई थी, लेकिन हंगामे के कारण मेयर का चुनाव नहीं हो पाया था।
महापौर के लिए मतदान शुरू होते ही हंगामा, सदन की कार्यवाही स्थगित
दिल्ली नगर निगम के महापौर के चुनाव के लिए मतदान शुरू होते सदन में भारी हंगामे के कारण मंगलवार को कार्यवाही स्थगित कर दी गई।सदन की कार्यवाही शुरू होते ही पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने सबसे पहले दस मनोनीत सदस्यों को शपथ दिलाई। इस पर आम आदमी पार्टी (आप)ने एतराज जताया और नारेबाज़ी के बीच सभी मनोनीत और निर्वाचित पार्षदों ने शपथ लिए।
पार्षदों के शपथ के बाद महापौर के लिए मतदान से पहले ‘आप’ के पार्षद मनोनीत सदस्यों को सदन से बाहर करने की मांग पर हंगामा हुआ जिसके कारण सदन कुछ देर के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन की दोबारा कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया जिसके कारण सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
आप नेता दुर्गेश पाठक ने ट्वीट करके कहा,“भाजपा के पास नम्बर नहीं है,इसलिए इन्होंने हाउस स्थगित किया है। हमारे सभी पार्षद यही बैठे हैं। दम है तो आकर मतदान करवा लीजिए। दिल्ली के जानता के जनादेश का सम्मान करे।’’
उल्लेखनीय है कि निगम के 250 वार्डों में हुए चुनाव में ‘आप’15 वर्ष से दिल्ली नगर निगम में बनी भाजपा को हराकर 134 वार्डों में जीत दर्ज की थी जबकि भाजपा को 104 वार्ड में जीत मिली थी। इस बार कांग्रेस के नौ पार्षद जीतकर आए हैं जबकि तीन ने निर्दलीय जीत हासिल की है।(वार्ता)