
पुलिस का आया अमानवीय चेहरा सामने, नही थम रहा आतंक, पैसों के लिए फरियादियों से की क्रुरता
लार रोड, देवरिया। देवरिया पुलिस इस समय पूरे रौ पर है, आखिर वर्दी में इतना परिवर्तन कैसे हो जाता है इंसान। आखिर वर्दी वाले देवरिया को कब तक शर्मसार करते रहेगे। अभी देवरिया में इंस्पेक्टर भीष्मपाल की घटना से पुलिस विभाग सम्भला भी नही की आज लार थाने के दो सिपाहियों ने इस जिले और वर्दी पर दाग लगाने का काम कर दिया। जनपद के अंतिम छोर जो बिहार राज्य का वार्डर थाना भी है लार थाना हमेशा सुर्खियों मे रहता है। लार थाना क्षेत्र के बरौली वार्ड का निवासी मंजूर आलम पुत्र हबीबुल्ला का 29 जून 2020 की रात को अपने भाई से आपसी विवाद हो गया। अगले दिन सुबह दोनो भाई लार थाने पर पहुंचे जहा सिपाही शमसुलेन एवं रामकुमार यादव ने दोनो भाईयों में समझौता कर थाने से छोड़ने के एवज में दस हजार रू की मांग की। मंजूर आलम द्वारा पैसा देने से इंकार करने पर धारा 151 में चालान कर दिया और पैसा नही देने के कारण मंजूर आलम को थाने के कैम्पस में ले जाकर सिपाही समशुलेन व राजकुमार यादव ने जी भर पिटाई की।
शिकायत मिलने पर आज हिंदू युवा वाहिनी के जिला मंत्री अरूण कुमार सिंह के साथ मंजूर आलम ने पुलिस अधीक्षक देवरिया डाँ. श्रीपति मिश्र को लिखित शिकायत किया। शिकायत पत्र में दोषी पुलिसकर्मियों पर उचित कार्यवाही करने की मांग की ताकी निकट भविष्य में आम जनता पुलिसिया क्रूरता का शिकार न हो।