22 दिसंबर को मद्धेशिया वैश्य समाज द्वारा गोरखपुर में होगी ऐतिहासिक हुंकार रैली
पीपीगंज, गोरखपुर। मध्यदेशीय वैश्य महासभा उत्तर प्रदेश के तत्वाधान मे 22 दिसम्बर 2024 को आयोजित मद्धेशिया, कान्दू, हलवाई हुंकार रैली के तैयारी के लिए गोरखपुर जनपद सहित प्रांतीय पदाधिकारियों की एक आवश्यक बैठक नगर पंचायत पीपीगंज के अंबिका मैरेज हाँल में आयोजित की गई। मुख्य अतिथि संगठन के प्रदेश महामंत्री गिरीश चंद गुप्ता एवं विशिष्ट अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष सुबाष चंद मद्धेशिया ने बाबा गणिनाथ के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम की शुरूआत की।
बैठक में प्रान्तीय पदाधिकारियो की मौजूदगी में महासभा के राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिंक एवं सांस्कृतिक विकास पर विस्तार से चर्चा किया गया। साथ ही आगामी 22 दिसंबर को गोरखपुर में एक विशाल हुंकार रैली के तैयारी एवं सकुशलता से संपंन्न कराने व पूरे जनपद सहित आसपास के जनपदो से अधिक से अधिक लोगो को आमंत्रित करने की बात कही गयी। मुख्य अतिथि गिरीश चंद ने संबोधित करते हुए कहा कि संगठन द्वारा प्रस्तावित हुंकार रैली के लिए सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता गांव गांव समाज के लोगो के बीच जाकर उन्हे रैली मे आने के लिए आमंत्रित करेगे, विशिष्ट अतिथि सुबाष चंद मद्धेशिया पूर्व चेयरमैन ने संबोधित करते हुए कहा कि मद्धेशिया समाज का इतिहास स्वर्णिम रहा है, राजनैतिक रूप से हम लोग सशक्त नही हो पा रहे है। हुंकार रैली मे हम सभी स्वजातिय एकजुट होकर संगठन को गतिशील बनाते हुए पूर्ण रूप से राजनैतिक भागीदारी निभाना है।
सभा को राष्ट्रीय मंत्री अवधेश प्रसाद, प्रदेश युवा अध्यक्ष मनीष गुप्ता, प्रदेश संयोजक हरेराम गुप्ता, पूर्व चेयरमैन अमिला अजय गुप्ता, आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम में जनपद के घघसरा, कौडीराम, कोठा, बेलीपार, सहजनवा, गोरखपुर महानगर, चौरीचौरा, बडहलगंज, पिपराइच, आदि एवं महाराजगंज, सिसवा बाजार, निचलौल, अमिला बाजार, गाजीपुर देवरिया कुशीनगर आदि जनपदो से मद्धेशिया समाज के लोग व संगठन के पदाधिकारी शामिल रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर अध्यक्ष राजू मद्धेशिया, संचालन गणेश मद्धेशिया ने किया।
हुंकार रैली में वैश्य समाज की शामिल होंगी सभी उपजातियां
मद्धेशिया वैश्य समाज के हुंकार रैली में गोरखपुर में पहली बार वैश्य समाज की सभी उपजातियां शामिल होंगी। जिसमें मद्धेशिया, कानू, मोदनवाल, गुप्ता, कान्दू, हलवाई, कान्यकुंज, यज्ञसैनी, क्रांच, चाचड़, भुर्जी, गुडिया, गोड कानू, मोदनवाल, भूंज, मोयरा, भोजवाल, कान्दविंक, मधुवैश्य, भुजिया, चैचड़, कन्दोई, मोदक, भड़भूज, ज्वालिया, भड़भूजा, भोज्यवाल, बलमतरिया समेत सभी उपजातियों के लाखों लोग शामिल होंगे और अपने हक हकूक के संघर्ष का नया इतिहास लिखेंगे।