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कोरोना टीकाकरण : अब तक 3.81 लाख लोगों को लगा टीका

580 लोगों पर दिखा साइड इफेक्ट

नई दिल्ली । देश में दुनिया का सबसे बड़ी टीकाकरण शुरू हुए तीन दिन हो गए। इस दौरान 3.81 लाख लोगों को कोविड टीका लगाया गया, जिनमें से 580 प्रतिकूल प्रतिक्रिया के मामले सामने आए हैं।  सात लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दो लोगों की मौत हुई है, लेकिन इन मौतों को वैक्सीन से कोई संबंध नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी ने बताया कि सोमवार को शाम पांच बजे तक 25 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 1,48,266 लोगों को टीके दिए गए। उन्होंने कहा कि अतंरिम रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार शाम पांच बजे तक कुल 7,704 सत्रों में 3,81,305 लोगों को टीके दिए गए हैं।सोमवार को 1,48,266 लोगों का टीकाकरण हुआ। इनमें से बिहार में 8,656, असम में 1822, कर्नाटक में 36,888, केरल में 7070, मध्यप्रदेश में 6,665, तमिलनाडु में 7,628, तेलंगाना में 10,352, पश्चिम बंगाल में 11,588 और दिल्ली में 3111 लोगों का टीकाकरण हुआ।

अगनानी ने कहा कि 16 जनवरी को टीकाकरण शुरू होने के बाद से अबतक प्रतिकूल असर के 580 मामले आए हैं और सात लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में तीन लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जिनमें से दो को छुट्टी मिल चुकी है और एक को मैक्स अस्पताल, पटपडगंज में निगरानी में रखा गया है। वहीं उत्तराखंड में प्रतिकूल असर के मामले में टीका लगवाने वाले एक व्यक्ति को ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निगरानी में रखा गया है और उसकी हालत स्थिर है। मंत्रालय ने बताया कि छत्तीसगढ़ में भी एक व्यक्ति को राजनंदगांव के सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय में निगरानी में रखा गया है जबकि कर्नाटक से ऐसे दो मामलों आए हैं, जिनमें से एक को चित्रदुर्ग के जिला अस्पताल में और दूसरे को चित्रदुर्ग जिले के ही चल्लाकरे जनरल अस्पताल में रखा गया है।

मौत का संबंध टीके से नहीं

अगनानी ने बताया कि टीका लेने वाले दो व्यक्तियों की मौत दर्ज की गई है, जिनमें एक मुरादाबाद में हुई 52 वर्षीय व्यक्ति की मौत पोस्टमॉर्टम के अनुसार टीके से जुड़ी नहीं है। उसकी मौत की वजह ‘कार्डियोपल्मोनरी’ बीमारी है। उन्होंने बताया कि दूसरी मौत कर्नाटक के बेल्लारी में हुई है, जिसे 16 जनवरी को टीका लगाया गया था और सोमवार को उसकी मौत हुई। उसकी उम्र 43 साल थी। उसकी मौत की वजह हृदय संबंधी बीमारी से हुई और सोमवार को कर्नाटक के बेलारी स्थित विजयनगर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में सोमवार को पोस्टमॉर्टम होना है। अतिरिक्त सचिव ने बताया कि टीके के गंभीर दुष्प्रभाव के मामले अब तक नहीं आए हैं।

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