
दिल्ली हिंसा के लिए केंद्र व दिल्ली पुलिस जिम्मेदारः उपेंद्र
नई दिल्ली -पटना : रालोसपा ने दिल्ली में भड़की हिंसा के लिए दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. पार्टी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने आरोप लगाया कि अगर समय रहते दिल्ली पुलिस ने भाजपा के एक नेता पर कार्रवाई की होती तो दिल्ली में आज इतनी बड़ी हिंसा नहीं होती. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने बयान जारी कर कहा है कि कुशवाहा ने इस बात पर हैरत जताई कि देश की राजधानी में रविवार से हिंसा हो रही है लेकिन गृहमंत्री दो दिन बाद सुध लेते हैं. कुशवाहा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी सवाल खड़े किए और पूछा कि वे इस दौरान क्या करते रहे, माना के पुलिस उनकी नहीं थी लेकिन दिल्ली के लोग तो उनके थे. कुशवाहा ने सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए और पूछा कि दंगा वाले इलाकों में अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती क्यों नहीं की गई.
कुशवाहा ने कहा कि दिल्ली में हिंसा के दौरान पुलिस वालों सहित अब तक हुई बीस लोगों की मौत की खबर दुखद है. सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ देश भर में चल रहे आंदोलन को दंगों की शक्ल देने के लिए भाजपा और केंद्र सरकार आतुर दिख रही है. यह हैरान करने वाली बात है. उन्होंने कहा कि दिल्ली दंगा केंद्र और पुलिस की बड़ी नाकामी है. दिल्ली चुनाव के वक्त से ही दिल्ली में गोली और गाली की भाषा भाजपा के शीर्ष नेता बोल रहे हैं लेकिन भाजपा ने ऐसे नेताओं पर लगाम नहीं लगाया और दिल्ली में दंगों की वजह भाजपा नेता का भड़काउ भाषण रहा. कुशवाहा ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से दखल देने की अपील की है और इन नेताओं के खिलाफ स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करने को कहा है. उन्होंने दिल्ली के लोगों से अपील की है कि वे नफरत की राजनीति को नकारें और अमन व चैन का माहौल बनाएं।