बड़ी खबर-डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट से हुआ खुलासा ,6 साल पहले मिली लाश गायब किशोरी की
अपहरण कर हत्या के बाद जलाया गया था शव, मानवाधिकार आयोग के आदेश पर पुलिस के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर सीबीसीआईडी वाराणसी कर रही थी जांच ,एक अभियुक्त गिरफ्तार, दो अन्य नामजद अभियुक्तों की तलाश .
जौनपुर। मछलीशहर कोतवाली क्षेत्र में करीब छह साल पहले सड़क किनारे मिली अधजली लाश की शिनाख्त सरांवा गांव की एक किशोरी के रूप में हुई है। डीएनए टेस्ट से पहचान होने के बाद पुलिस ने परिजनों के बयान के आधार पर किशोरी का अपहरण कर उसकी हत्या के आरोप में तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में मानवाधिकार आयोग के आदेश पर पुलिस के खिलाफ लापरवाही का केस मछलीशहर कोतवाली में पहले ही दर्ज है।
1 मई 2014 को थाना मछलीशहर पर ग्राम सरांवा निवासी व्यक्ति ने अपनी बहन (उम्र करीब 14 वर्ष) के गुम हो जाने के सम्बन्ध में गुमशुदगी दर्ज करायी थी। जो मु0अ0सं0- 677/2014 धारा-363 भा.द.वि. में तरमीम होकर थाना मछलीशहर द्वारा विवेचना की गयी, किन्तु अपह्रता की बरामदगी नहीं हो सकी। पुलिस के रवैए से असंतुष्ट भाई द्वारा अपहरण के प्रकरण में अपनी बहन की बरामदगी में निष्पक्ष कार्यवाही हेतु राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया जिस पर मानवाधिकार आयोग ने अपह्रता की बरामदी में लापरवाही बरतने के लिए सम्बन्धित पुलिस कर्मियों के विरूद्ध मु.अ.सं.-465/2016 धारा- 166 ए भा.द.वि. पंजीकृत कराया गया। जिसकी विवेचना सीबीसीआईडी वाराणसी द्वारा सम्पादित की गयी। विवेचन के बाद सीबीसीआईडी वाराणसी द्वारा मु.अ.सं.-465/2016 में आरोप पत्र प्रेषित किया गया। घटना के कुछ समय बाद 16 दिसम्बर 2014 को एक जली हुयी किशोरी की लाश ग्राम गोहका में बरामद हुयी थी। जिसका पोस्टमार्टम थाना मछलीशहर द्वारा कराया गया था।
जली हुयी किशोरी को तत्समय थाना की पुलिस द्वारा उक्त ग्राम निवासी व्यक्ति को माता पिता के साथ बुलाकर पहचान करायी गयी, किन्तु लाश जली होने के कारण उसकी पहचान नहीं हो सकी। सीबीसीआईडी वाराणसी द्वारा मु.अ.सं.- 465/ 2016 की विवेचना के क्रम में उक्त जली हुयी लड़की की लाश के प्रिजर्व किये गये विसरा व मु.अ.सं.- 677/14 के वादी के माता पिता का रक्त सैम्पल लेकर डीएनए परीक्षण हेतु विधि विज्ञान प्रयोगशाला महानगर लखनऊ प्रेषित किया गया था। जिसकी डीएनए परीक्षण रिपोर्ट वर्तमान समय में प्राप्त होने पर पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर द्वारा मुकदमे में अग्रिम कार्यवाही हेतु आदेशित किया गया। रिपोर्ट आने के बाद यह साबित हो गया कि सड़क किनारे मिला शव उसी गांव से गायब हुई किशोरी की ही थी। मामले में पुलिस ने परिजनों से तहरीर ली और तीन लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया। पुलिस ने अपहरण कर हत्या करने के साथ ही पाक्सो एक्ट की धारा में अभियोग पंजीकृत कर मंगलवार को एक आरोपी को गिरफ्तार किया। प्रभारी निरीक्षक मछलीशहर दिनेश प्रकाश पांडेय ने बताया कि सिकरारा थाना क्षेत्र के अरुआवां गांव निवासी संतोष पाल गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अन्य दो अभियुक्तों की तलाश हो रही है।