आयुष मंत्री ने गठिया एवम उन्नत शोध केंद्र का किया उद्घाटन
जीर्ण शीर्ण अवस्था में पड़े एक हजार आयुष अस्पतालों को आयुष आरोग्य मंदिर में परिवर्तित किया गया:डा. दयाशंकर मिश्र दयालु
- टैबलेट एवं मोबाइल वितरण के साथ व्यायाम शाला का भी उद्घाटन किया गया
वाराणसी : राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय,वाराणसी में आयुष मंत्री डा.दयाशंकर मिश्र दयालु द्वारा गठिया एवम उन्नत शोध केंद्र का उद्घाटन किया गया। इसके साथ ही स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना “डिजीशक्ति योजना” के अंतर्गत मोबाइल और टैबलेट वितरण कार्यक्रम का आयोजन एवम व्यायाम शाला का भी उद्घाटन किया गया।कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आयुष मंत्री डा. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ का स्वागत महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर शशि सिंह ने पुष्पगुच्छ देकर किया। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान धन्वंतरि के पूजन के पश्चात किया गया।
इस अवसर पर आयुष मंत्री ने आयुष विभाग द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से लोगों को अवगत कराते हुए कहा कि प्रदेश में जीर्ण शीर्ण अवस्था में पड़े एक हजार से ज्यादा आयुष अस्पतालों को आयुष आरोग्य मंदिर में परिवर्तित किया गया है। कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा आयुर्वेद डिस्पेंसरी को आयुष हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के रूप में उच्चीकृत किया जा रहा है। आयुष टेलीमेडिसिन के माध्यम से विशेषज्ञ द्वारा प्रदेश की जनता को घर बैठे निःशुल्क आयुर्वेद परामर्श दिया जा रहा है। प्रत्येक वर्ष सैकड़ो चिकित्सकों की चिकित्साधिकारी के पद पर नियुक्ति की जा रही है।
कहा कि 250 से ज्यादा वेलनेस सेंटर्स को नेचुरोपैथी हॉस्पिटल्स में परिवर्तित किया गया। कहा कि आज केरल को हेल्थ टूरिज्म की दृष्टि से देखा जाता है और हमारा प्रयास है कि निकट भविष्य में उत्तर प्रदेश भी स्वास्थ्य सेवाओं में अग्रणी भूमिका निभाते हुए आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को जन जन तक पहुंचाया जाए। कहा कि आयुर्वेद प्राचीन चिकित्सा पद्धति है और आयुष विभाग अपने इस प्राचीन पद्धति से ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभान्वित करने के लिए नित्य नए प्रयास कर रहा है। कहा कि एलिफ़ैंटाइसिस हाथी पैर का ईलाज यहां पर पिछले साल से ही हो रहा है लेकिन अब प्राचीन चिकित्सा पद्धति के साथ साथ अत्याधुनिक तकनीकों की सहायता से मरीज को जल्द आराम मिलने लगा है।
इसके साथ ही डिजिटल इंडिया के उद्देश्य को सफल बनाने पर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना “डिजीशक्ति योजना” शुरू की है जिसके तहत स्नातकोत्तर के छात्रों को टेबलेट प्रदान किया गया। महाविद्यालय में गठिया उपचार और शोध केंद्र का भी शुभारंभ किया गया जिसमें गठिया के रोगियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। छात्र छात्राओ के बेहतर स्वास्थ्य के लिए व्यायाम शाला का भी उद्घाटन किया गया। गठिया केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ मनीष मिश्र द्वारा केंद्र के बारे में विस्तार से बताया गया।
गठिया केंद्र का कार्य सह नोडल डॉ रचना निगम द्वारा संपादित किया जा रहा है।इस अवसर पर उपस्थित क्षेत्रीय आयुर्वेद अधिकारी डॉ सरोज शंकर राम का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ टीना सिंघल और डॉ अजय कुमार द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ प्रकाश राज सिंह द्वारा किया गया।
इनकी रही उपस्थिति
हरदत शुक्ला,संतोष सैनी, गौरव राठी, सुधीर त्रिपाठी, जय विश्वकर्मा, विजय गुप्ता, सौरभ राय,संतोष पटेल,राहुल पांडेय, टिंकू अरोड़ा, अमरीश केसरी, तथा महाविद्यालय के प्रोफेसर नीलम गुप्ता, प्रोफेसर संजय पांडे, प्रोफेसर अवधेश कुमार, डॉ मनोहर राम, डॉ अंजना सक्सेना, डॉ राम मिलन, डॉ राम निहोर तपसी, डॉ पी एल संखुआ, डॉ अश्विनी गुप्ता, डॉ अनुभा सक्सेना सहित सभी शिक्षक, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ अरविंद सिंह, छात्र छात्राओं, कर्मचारियों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
आम जनमानस की समस्याएं हमारी समस्याएं हैं–डा.दयाशंकर मिश्र दयालु
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय जनसंपर्क कार्यालय में प्रदेश सरकार के आयुष,खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) डा. दयाशंकर मिश्र दयालु ने आज जनसुनवाई की। जनसुनवाई पूर्वांह 11 बजे से प्रारम्भ होकर दोपहर तक चली । जनसुनवाई के दौरान फरियादियों की भारी भीड़ उमड़ी। सभी की फरियाद सुनते हुए प्रदेश के आयुष मंत्री डॉ.दयाशंकर मिश्र “दयालु” ने कहा कि आम जनमानस की समस्याएं हमारी समस्याएं हैं।इसलिए जनता की समस्याओं का निवारण हमारी प्राथमिकता है।जनसुनवाई का मुख्य उद्देश्य भी यही है।
प्राप्त प्रार्थना पत्रों में भदैनी निवासी लोकनाथ मिश्रा ने गुहार लगाते हुए कहा कि उसकी छोटी बहन की दोनों किडनियां खराब हैं। जिसके लिए उसे डायलिसिस करवाना पड़ता है लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि अब उसकी बहन का ऑपरेशन करना होगा जिसमे लगभग चार लाख रुपए का खर्चा आएगा लेकिन वह घर में अकेला कमाने वाला है और उसके पिता भी नहीं रहे। प्राइवेट कर्मचारी होने के नाते उसकी सैलरी भी बहुत कम है। लिहाजा वो अपनी बहन का ऑपरेशन कराने में असमर्थ है। अतः उसे सरकारी मदद की सख्त जरूरत है।
इसी प्रकार डुबकिया निवासिनी रानी देवी ने गुहार लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपनी बेटी के साथ मिलकर डुबकिया में एक आवासीय प्लाट खरीदा था और अब मकान बनवाकर अपनी बेटी संग रहना चाहती है लेकिन विगत कुछ दिनों से इलाके के कुछ दबंगों द्वारा उसे मकान बनवाने में बाधा उत्पन्न किया जा रहा है और रंगदारी मांगी जा रही है। पैसे न देने की सूरत में उनसे गाली गलौज किया जा रहा है और धमकी दी जा रही है। अतः उन्हें प्रशासनिक मदद की जरूरत है।
एक अन्य मामले में बीएलडब्ल्यू निवासी अजय कुमार पाण्डेय ने प्रार्थना पत्र में कहा कि उसके पिता बीएलडब्लू में कर्मचारी हैं और उन्हें रहने के लिए सरकारी आवास आवंटित है लेकिन विगत दिनों शॉर्ट सर्किट के कारण उनके मकान में आग लग गई और वो परिवार सहित बेघर हो गए। अतः उन्हें नया आवास आवंटित किया जाए। इसी प्रकार बेनीपुर निवासिनी उषा दीक्षित ने गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे पड़ोसी पुलिस विभाग में दरोगा हैं और उनका छोटा भाई नेता है। दोनों भाइयों द्वारा अक्सर उनके परिवार के साथ गाली गलौज के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया जाता है और पुलिस विभाग हर बार मामले को गंभीरता से नहीं लेता जिसके कारण हमारा जीना दुश्वार हो गया है। अतः उन्हें प्रशासनिक सहायता दी जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।
इसके अतिरिक्त अन्य कई मामलों का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए आयुष मंत्री डा दयाशंकर मिश्र दयालु ने संबधित विभाग को अविलंब कार्यवाई के निर्देश दिए और कई मामलों का त्वरित निस्तारण किया। जनसुनवाई में कार्यालय प्रभारी श्री शिवशरण पाठक, जनसंपर्क अधिकारी गौरव राठी आदि ने मुख्य रुप से सहयोग किया !