महाकुम्भ-2025 को 521.55 करोड़ रुपए के बजट का आबंटन
प्रयागराज । प्रदेश की योगी सरकार ने वर्ष 2025 में प्रयागराज में होने जा रहे महाकुंभ के लिए 521.55 करोड़ रुपए के बजट का आवंटित किया है। लखनऊ में आज पेश हुए अनुपूरक बजट में इसके आवंटन का प्रस्ताव सरकार की तरफ से आया। इसके अलावा प्रयागराज के नागरिकों की तरफ से काशी के गंगा के घाटों की तर्ज पर संगम में भी संध्या स्थल बनाने की मांग भी आज योगी सरकार ने पूरा करते हुए उसके लिए बजट का आवंटन कर दिया है।
अनुपूरक बजट में प्रयागराज महाकुम्भ के लिए 521.55 करोड़ रुपये के बजट का आवंटन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विभिन्न मंचों से पहले भी ऐलान कर चुके हैं कि वर्ष 2025 में प्रयागराज में होने जा रहे महाकुंभ के लिए सरकार किसी तरह के बजट की कमी नहीं आने देगी। आज इसकी पुष्टि लखनऊ में पेश हुए सरकार के अनुपूरक बजट के प्रस्ताव में भी हो गयी। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने वर्ष 2025 में प्रयागराज में होने जा रहे महाकुंभ के लिए 521.55 करोड़ रुपए के बजट का आवंटन किया है। महाकुम्भ में प्रस्तावित विभिन्न योजनाओं के लिए इससे बजट की पूर्ति की जायेगी।
संगम किनारे स्थायी भजन-संध्या स्थल के लिए एक करोड़ का हुआ आवंटन
उत्तर प्रदेश सरकार महाकुम्भ की भव्यता में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। संगम के घाटों को काशी के घाटों की तरह विकसित करने की बात हो या संगम आरती का आयोजन सरकार इसे मूर्त रूप देने में निरन्तर आगे बढ़ रही है। लखनऊ में आज पेश हुए अनुपूरक बजट में इन सभी मांगो पर अपनी सहमति जताते हुए सरकार ने संगम किनारे भजन संध्या स्थल बनाने पर भी अपनी मंजूरी दे दी है। सरकार ने इसके लिए एक करोड़ रुपये के बजट का आवंटन भी कर दिया है। प्रयागराज के संगम किनारे संगम आरती करने वाली जय-त्रिवेणी जय-प्रयागराज समिति की तरफ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इसे लेकर कई बार प्रस्ताव दिए गए थे। सरकार ने आज इसे भी स्वीकृति दे दी और इसके लिए एक करोड़ का बजट आवंटित कर दिया।
जय त्रिवेणी जय प्रयागराज समिति के अध्यक्ष प्रदीप पाण्डेय ने बताया कि उनकी और प्रयागराज के तीर्थ पुरोहित समाज की तरफ से लम्बे समय काशी की तरह संगम किनारे धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए स्थायी स्थल की मांग मुख्यमंत्री जी से की गई थी। मुख्यमंत्री जी ने आज इसके लिए अनुपूरक बजट में स्वीकृति देकर संगम नगरी को नव वर्ष का अनमोल उपहार दिया है।(हि.स.)