मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, उड़ीसा, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना और जम्मू से बड़ी संख्या में साधु संत महाकुम्भ पहुंचे
महाकुम्भ का भव्य आयोजन देख साधु संत बोले- सीएम योगी बने भगीरथ.बोले, योगी देश के इकलौते ऐसे सीएम हैं, जो पूरे विश्व के संतों और सनातनियों के बारे में सोचते हैं.पहली बार योगी महाराज की कृपा से संगम की रेत पर बह रही राम नाम की गंगा.देशभर से जुटे संतों ने किया जय श्री राम का उदघोष, संगम पर हर हर गंगे, बम बम भोले गुंजायमान.बीमार, असक्त या असमर्थ हैं तो भी कमा सकते हैं गंगा स्नान का पुण्य, संतों ने बताया तरीका.
- महाकुम्भ में पूरी तरह बस गया साधु संतों का अनोखा संसार
- खूब खिलाएंगे रबड़ी बाबा तो सैर पर ले जाएंगे गाड़ी वाले बाबा
- बंगाली बाबा से लेकर बड़े बाबा तक मचाए हैं मेले में धूम
- 120 किलो रबड़ी का प्रसाद रोज बांट रहे भक्तों को
- चित्तूर सिद्पुर पाटन, गुजरात के महंत श्री देव गिरि महाकुम्भ में पहुंचे
महाकुम्भनगर : महाकुम्भ में संगम स्नान के लिए भारत के हर राज्य से करोड़ों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इनके अलावा साधु संत भी बड़ी तादात में आए हैं, जो गंगा किनारे धूनी रमाए आपको चौबीसों घंटे दिख जाएंगे। महाकुम्भ में इन साधु संतों का बड़ा अनोखा संसार बसा है। कोई बाबा रबड़ी खिला रहे हैं, तो कोई श्रद्धालुओं को सैर करा रहे हैं। इनके अलावा बंगाली बाबा और बड़े बाबा की बड़ी बड़ी बातें सुननी हों, तो महाकुम्भ जरूर आइए। आप इन संतों से बात करिए तो इस महान आयोजन का पूरा श्रेय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देते हैं।
मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, उड़ीसा, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना और जम्मू से बड़ी संख्या में साधु संत महाकुम्भ पहुंचे हैं। उनका कहना है कि संगम किनारे हम जो राम नाम का जप कर रहे हैं, वो योगी महराज की कृपा से ही संभव हो पाया है। उन्होंने कहा, योगी देश के इकलौते ऐसे सीएम हैं, जो पूरे विश्व के संतों और सनातनियों के बारे में सोचते हैं। साधु बोले- सीएम योगी भगीरथ बनकर नए भारत का आगाज कर रहे हैं। देशभर से महाकुम्भ नगर में जुटे संतों ने जय श्री राम का उदघोष किया। वहीं संगम पर चारो तरफ हर हर गंगे, बम बम भोले गुंजायमान हो गया।
144 वर्ष बाद यह शुभ घड़ी आई
मध्य प्रदेश से आए स्वामी तन्मयनंद पुरी बाबा बताते हैं कि 144 वर्ष बाद यह शुभ घड़ी आई है, जिसके लिए योगी सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए बड़ी सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वजह से ही संगम के किनारे रेत पर सुबह शाम साधु संत राम नाम का भजन कर पा रहे हैं। यह सब योगी महाराज की ही कृपा से संभव हो पाया है।
बीमार, असक्त या असमर्थ हैं तो भी इस तरह से कमा सकते हैं पुण्य
मेले में पहुंचे गाड़ी वाले बाबा ने बीमार, असक्त होने या अन्य किसी प्रकार से महाकुम्भ में आने में असमर्थ लोगों को गंगा स्नान का संपूर्ण लाभ लेने का उपाय बताया। उन्होंने कहा कि जो लोग महाकुम्भ आने में किसी कारण से असमर्थ हैं, वह घर में ही गंगाजल लेकर बाल्टी में डालकर पवित्र स्नान करें। इससे गंगा स्नान का पूरा लाभ प्राप्त होगा। गाड़ी वाले बाबा ने योगी सरकार की जमकर प्रशंसा की।
2019 के कुम्भ मेला से भक्तों को रबड़ी बांट रहे बाबा
महाकुम्भ में एक अद्भुत प्रसाद बांटने वाले बाबा भी हैं, जो रोज 120 किलो रबड़ी का प्रसाद श्रद्धालुओं को वितरित करते हैं। यह रबड़ी बाबा का सेवा कार्य 2019 के कुम्भ मेला से शुरू हुआ था और अब यह निरंतर चलता आ रहा है। रबड़ी बाबा के दर्शन के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं और उनके साथ एक अलौकिक अनुभव साझा करते हैं। उनका कहना है, यह सब मां गंगा की कृपा है, जो हमें इस पुण्य कार्य में भाग लेने का अवसर मिला है।
बड़े बाबा पूरे देश में घूम घूम कर करते हैं सनातन संस्कृति को मजबूत
बड़े बाबा पूरे देश में घूम घूम कर सनातन संस्कृति को मजबूत करते हैं। बड़े बाबा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक सफल मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि सीएम योगी की ही कृपा से यहां महाकुम्भ में इतना बड़ा इंतजाम किया गया है। इतने अफसर कर्मचारी और मजदूर यहां तैनात किए गए हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए दिन-रात व्यवस्था में लगे हुए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 100 में 102 नंबर दिए।
सांस्कृतिक और सामाजिक के साथ आर्थिक पुनरोत्थान की भी नींव रखेगा महाकुम्भ 2025
महाकुंभ के दौरान दो लाख करोड़ रुपए के कारोबार की उम्मीद,देश की जीडीपी में भी में होगा योगदान