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पिछले 24 घंटे में कोरोना के करीब सात हजार मामले, कुल मरीज एक लाख 39 हजार के करीब,4021मौते

नई दिल्ली । कोरोना वायरस के मामले देश में काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते कई दिनों से रोजाना छह हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, इस समय देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 138845 पहुंच गई है। इसमें से 4021 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में अब तक 13,418 लोग संक्रमण के चलते बीमार हो चुके हैं, जिसमें से 261 की मौत हुई है।

स्‍वस्‍थ होने की दर सुधरकर 41.57 प्रतिशत हुई

भारत सरकार कोविड-19 की रोकथाम, उसे फैलने से रोकने और प्रबंधन के लिए एक श्रेणीबद्ध, पूर्व-नियोजित और व्‍यावहारिक दृष्टिकोण के माध्यम से, राज्यों / संघ राज्य क्षेत्रों के साथ कई कदम उठा रही है। उच्चतम स्तर पर इनकी नियमित रूप से समीक्षा और निगरानी की जा रही है। कल से, भारत में कोविड-19 के पुष्ट मामलों की संख्या में 6088 की वृद्धि दर्ज की गई है। पुष्‍ट मामलों की कुल संख्या अब 1,18,447 हो गई है। सक्रिय चिकित्सा निगरानी के अंतर्गत आने वाले मामलों की संख्या 66,330 है। अब तक कुल 48,533 लोग ठीक हो चुके हैं। पिछले 24 घंटों में 3280 मरीजों का इलाज हो चुका है। इलाज के बाद स्‍वस्‍थ होने वाले लोगों की कुल दर 41.57 प्रतिशत हो गई है।पुष्‍ट मामलों की कुल संख्या अब 138,845 हो गई है। सक्रिय चिकित्सा निगरानी के अंतर्गत आने वाले मामलों की संख्या 77,103 है।

सख्त प्रोटोकॉल के माध्यम से पीपीई की गुणवत्ता सुनिश्चित

 

मीडिया में कुछ रिपोर्टें आईं हैं, जिसमें व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) कवरऑल की गुणवत्ता के बारे में चिंता व्यक्त की गयी है। उक्त उत्पाद, केंद्र सरकार द्वारा की जा रही खरीद के संदर्भ में प्रासंगिक नहीं है। एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड (एचएलएल), स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की खरीद एजेंसी है, जो वस्त्र मंत्रालय (एमओटी) द्वारा नामित आठ प्रयोगशालाओं में से एक द्वारा कवरऑल का परीक्षण करने और अनुमोदित करने के बाद निर्माताओं / आपूर्तिकर्ताओं से पीपीई कवरऑल खरीद रही है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की तकनीकी समिति (जेएमजी) द्वारा निर्धारित परीक्षण में उत्पादों के योग्य होने के बाद ही उनकी खरीद की जाती है।

इसके अलावा, एचएलएल आपूर्ति किए जा रहे सामानों का नमूना भी ले रहा है और इसके लिए एक परीक्षण प्रोटोकॉल तैयार किया गया है। यदि उत्पाद गुणवत्ता के मानकों को पूरा करने में विफल रहता है तो ऐसे मामले में, कंपनी को किसी भी आपूर्ति के लिए अयोग्य घोषित किया जा रहा है। सभी राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को एमओटी नामांकित प्रयोगशालाओं से पीपीई के लिए निर्धारित परीक्षण के बाद खरीद सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। इसके अतिरिक्त, जिन निर्माताओं के उत्पादों को इन प्रयोगशालाओं से योग्य होने की अनुशंसा की गयी है, उन्हें सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) की सूची में जोड़ा गया है। जिन निर्माताओं के पीपीई को योग्य पाया गया है उन्हें एमओटी द्वारा जीईएम में ऑन-बोर्ड रहने की सलाह दी गई है ताकि राज्यों द्वारा खरीद की जा सके। निजी क्षेत्र के निर्माताओं की जानकारी, जिनके उत्पाद परीक्षण में योग्य घोषित किये गए हैं, एमओटी वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। भारत ने पीपीई और एन 95 मास्क की अपनी घरेलू उत्पादन क्षमता में काफी वृद्धि की है, और राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों की आवश्यकताओं को पर्याप्त रूप से पूरा किया जा रहा है। देश में प्रति दिन 3 लाख से अधिक पीपीई और एन 95 मास्क का उत्पादन हो रहा है। राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों के साथ-साथ केंद्रीय संस्थानों को 111.08 लाख एन -95 मास्क और लगभग 74.48 लाख व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) प्रदान किए गए हैं।

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