
ट्रैक्टर ट्रॉली की चपेट में आने से युवक की मौत
बरियारपुर, देवरिया। बरियारपुर थाना क्षेत्र बरईठा गांव में ट्रैक्टर-ट्रॉली की चपेट में आने से बाइक सवार युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौत की खबर घर पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया। मृतक युवक की 25 अप्रैल को शादी हुई थी।
बरियारपुर थाना क्षेत्र के बरईठा गांव निवासी जितेंद्र प्रसाद (22) के घर के पास में मंगलवार को ट्रैक्टर-ट्राली से मिट्टी गिराई जा रही थी। जितेंद्र बाइक से गांव के चौराहे पर जा रहा था। सड़क पर पहुंचते ही ट्राली की चपेट में आ गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे परिजनों ने ग्रामीणों के सहयोग से जितेंद्र को जिला अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में इलाज के दौरान थोडी देर बाद चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। युवक की मौत की खबर जब घर पहुंची तो मां लीलावती देवी व भाई मुकेश, पत्नी प्रतिमा दहाड़े मार कर रोने लगीं। थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिली है। तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवायी की जाएगी।
हाथों की मेहंदी का रंग छूटने से पहले ही उजड़ गई दुनिया
युवक की पत्नी प्रतिमा की हाथ की मेंहदी का रंग छूटा भी नहीं था कि उसकी दुनिया ही उजड़ गई। जितेंद्र प्रसाद की सरौरा-धूमनगर में बिते 25 अप्रैल को धूमधाम से शादी हुई थी। ढेरों सपने संजो कर प्रतिमा 26 अप्रैल को ससुराल आई। घर का माहौल हंसी-खुशी का था। लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था और शादी के 23 दिनों बाद ही प्रतिमा की खुशियां गम में बदल गईं। जब उसे पता चला कि उसका सुहाग उजड़ गया तो वह रो-रो कर बेहोश हो जा रही थी।
जितेंद्र के कंधे पर थी दो बहनों की शादी का भार
जितेंद्र के पिता की पांच वर्ष पूर्व मौत हो गई थी। घर की सभी जिम्मेदारियां जितेंद्र के कंधे पर ही थी। वह गुजरात के राजकोट में पेंटर का काम करता था। शादी के कारण मार्च में वह घर आ गया था। छोटा भाई मुकेश और दो बहनें अस्मिता और वंदना अभी पढ़ाई कर रही हैं। इन सबकी पढ़ाई और शादी की जिम्मेदारी उसी पर थी।