गैलरी के माध्यम से होगा महाकुम्भ का डिजिटल एक्सपीरिएंस
महाकुम्भ की पौराणिक परंपरा और गाथा को वीआर और डिजीटल तकनीक से नई पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास
- प्रयागराज दौरे पर डिजिटल महाकुम्भ गैलरी का भी अवलोकन करेंगे सीएम योगी
- सेंटर में वर्चुअल रियलिटी, होलोग्राम और डिजिटल प्रोजेक्शन की तकनीक का होगा उपयोग
- महाकुम्भ, त्रिवेणी संगम और प्रयागराज महात्म्य की पौराणिक कथाओं को किया जाएगा प्रसारित
प्रयागराज : प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुम्भ 2025 को दिव्य और भव्य बनाने के सभी संभव प्रयास हो रहे हैं। मेला प्राधिकरण महाकुम्भ 2025 को सीएम योगी के विरासत और विकास के विजन के मुताबिक महाकुम्भ 2025 को डिजिटल महाकुम्भ के तौर पर भी विकसित कर रहा है। इस दिशा में महाकुम्भ की पौराणिक परंपरा और गाथा को वीआर और डिजीटल तकनीक के माध्यम से नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए डिजिटल महाकुम्भ एक्सपीरिएंस सेंटर बनाया जा रहा है। 27 नवंबर के अपने प्रयागराज दौरे में सीएम योगी डिजिटल महाकुम्भ एक्सपीरिएंस सेंटर की रूपरेखा का अवलोकन करेंगे। डिजिटल महाकुम्भ एक्सपीरिएंस सेंटर वर्चुअल रियलिटी, होलोग्राम और डिजिटल प्रोजेक्शन की तकनीक से महाकुम्भ, त्रिवेणी संगम और प्रयागराज महात्म्य की पौराणिक कथाओं को दर्शाएगा।
वीआर होलोग्राम और डिजिटल प्रोजेक्शन तकनीक का होगा उपयोग
महाकुम्भ 2025 सीएम योगी के विजन के मुताबिक दिव्य-भव्य के साथ डिजिटल महाकुम्भ के तौर पर विकसित किया जा रहा। इस क्रम में जहां एक ओर महाकुम्भ को एआई, चैटबॉट, गूगल मैप इंटीग्रेशन युक्त सर्विलांस सेंटर्स के माध्यम से स्वच्छ और सुरक्षित बनाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर नई पीढ़ी को सनातन संस्कृति और महाकुम्भ की पौराणिकता से परिचत करवाने के लिए डिजिटल महाकुम्भ एक्सपीरियंस सेंटर बनाया जा रहा है। इस सेंटर में वीआर तकनीक होलोग्राम और डिजिटल प्रोजेक्शन की तकनीक से महाकुम्भ, त्रिवेणी संगम और प्रयागराज महात्म्य की पौराणिक कथाओं को दर्शाएगा। सीएम योगी अपने प्रयागराज दौरे पर महाकुम्भ के डिजिटल महाकुम्भ एक्सपीरियंस सेंटर की गैलरी का अवलोकन करेंगे।
प्रदर्शित किया जाएगा महाकुम्भ का सार
डिजिटल महाकुम्भ एक्सपीरियंस सेंटर में 8 गैलरियां बनाई जा रही हैं जो आधुनिक डिजिटल तकनीक के माध्यम से समुद्र मंथन और महाकुम्भ की गाथाओं का प्रदर्शन करेंगी। यहां तक कि इमर्सिव वॉक-वे गैलरी में वर्चुअल तकनीक के माध्यम से विजिटर स्वयं समुद्र मंथन की घटना का अनुभव कर सकेंगे। इमर्सिव वॉक-वे गैलरी परंपरा को नवाचार के साथ जोड़ती है तो मिस्टिक वॉक-वे महाकुम्भ की आध्यात्मिक आभा का अवलोकन करवाएगी। वर्चुअल रियलिटी और एलईडी टनल में समुद्र मंथन की कथा, कुम्भ, प्रयागराज और त्रिवेणी संगम के समृद्ध इतिहास और विरासत की अनोखी अनुभूति करवाएगा। वहीं होलोग्राम और डिजिटल प्रोजेक्शन के माध्यम से महाकुम्भ के सार को प्रदर्शित किया जाएगा। महाकुम्भ के अनूठे अनुभव संजोने और उन्हें घर ले जाने के लिए विशेष स्मृति चिह्नों का सॉवेनियर स्टोर बनाया गया है। साथ ही यूनीडाइरेक्शनल विजिटर फ्लो और रियल टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम के माध्यम से सुरक्षित और तनावमुक्त भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था की जाएगी।
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